Wednesday, May 01, 2024
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गाजा के मुख्य अस्पताल में अभावों के बीच 32 बच्चों की हालत बिगड़ी, संयुक्त राष्ट्र ने जताई चिंता

अस्पताल के एक डॉक्टर ने बताया कि दक्षिणी गाजा में, एक इजराइली हवाई हमले ने खान यूनिस शहर के बाहरी इलाके में एक आवासीय इमारत पर हमला किया, जिसमें कम से कम 26 फलस्तीनियों की मौत हो गई। रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने कहा कि इजराइल की सेना ने पश्चिमी क्षेत्रों में अपना मिशन जारी रखते हुए पूर्वी गाजा में कार्रवाई शुरू कर दी।

Dharmendra Kumar Mishra Edited By: Dharmendra Kumar Mishra @dharmendramedia
Published on: November 19, 2023 15:00 IST
प्रतीकात्मक फोटो- India TV Hindi
Image Source : AP प्रतीकात्मक फोटो

गाजा के शिफा अस्पताल में इजरायली सेना के कब्जे के साथ ही ज्यादातर स्टाफ परिसर छोड़कर भाग गए हैं। ऐसे में बहुत कम संख्या में डॉक्टर और स्टाफ अस्पताल में बचे हैं। इस बीच अस्पताल में भर्ती कई बच्चों की हालत गंभीर हो गई है। संयुक्त राष्ट्र की एक टीम ने रविवार को कहा कि इजराइली सेना द्वारा गाजा के सबसे बड़े अस्पताल से मरीजों को बाहर निकाले जाने के बाद वहां 291 लोग बचे हैं, जिनमें 32 बच्चों की हालत बेहद गंभीर है। उन्होंने बताया कि बच्चों के घावों में गंभीर संक्रमण तथा रीढ़ की हड्डी में चोट जैसी समस्याएं हैं, जिससे वह चलने-फिरने में असमर्थ हैं।
 
अभियान का नेतृत्व कर रहे विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा कि शनिवार सुबह करीब 2,500 विस्थापित लोगों, मरीजों और चिकित्सा कर्मचारियों द्वारा अस्पताल परिसर छोड़े जाने के बाद उन्होंने शिफा अस्पताल का दौरा किया। एजेंसी ने शिफा अस्पताल को 'मृत्यु क्षेत्र' बताते हुए कहा, ‘‘जिन मरीजों और स्वास्थ्य कर्मचारियों से उन्होंने बात की, वे लोग अपनी सुरक्षा और स्वास्थ्य को लेकर चिंतित थे तथा उन्होंने वहां से निकलने की गुहार लगाई।’’ एजेंसी ने कहा है कि आगामी दिनों में और अधिक टीम मरीजों को दक्षिणी गाजा में ले जाने की कोशिश करने के लिए शिफा पहुंचने का प्रयास करेंगी। इजराइली सेना का आरोप है कि हमास के चरमपंथियों ने गाजा के शिफा अस्पताल में कमांड सेंटर स्थापित किया है, जिसकी वो तलाश कर रहे हैं। हालांकि, हमास और अस्पताल के कर्मचारियों ने इस दावे को खारिज कर दिया।

इजरायल ने कहा-मरीजों ने किया स्वैच्छिक प्रस्थान

इजराइल का मानना है कि शनिवार को मरीजों ने अस्पताल से स्वैच्छिक रूप से सामूहिक प्रस्थान किया था। हालांकि, वहां से निकलने वाले लोगों ने इसे जबरन पलायन बताया। महमूद अबू औफ ने अस्पताल से निकलने के बाद एपी को बताया, ‘‘हम बंदूक के बल पर वहां से निकले। टैंक और स्नाइपर अंदर और बाहर हर जगह थे। इजराइली सेना ने तीन लोगों को अपनी हिरासत में लिया।’’ उत्तरी गाजा के अलावा शहरी जबालिया शरणार्थी शिविर में दर्जनों लोग मारे गए। प्रत्यक्षदर्शियों का मानना है कि इजराइल के हमले में लोगों की मौत हुई है। जीवित बचे घायल अहमद राडवान और यासीन शरीफ ने कहा, इसने शिविर के फखौरा स्कूल में बड़े पैमाने पर हमला किया। राडवान ने एपी को बताया कि वहां के “दृश्य भयावह थे। महिलाओं और बच्चों की लाशें जमीन पर थीं। अन्य लोग मदद के लिए चिल्ला रहे थे।

खून से सनी दिखीं अस्पताल की दीवारें

एपी द्वारा स्थानीय अस्पतालों से ली गई तस्वीरों में खून से सनी चादरों में लिपटे 20 से अधिक शव दिखाई दे रहे हैं। इजराइली सेना ने सोशल मीडिया पर अरबी भाषा में किए गए पोस्ट में जबालिया और आसपास के लोगों को इलाका छोड़ने की चेतीवनी दी थी। इजराइली सेना ने कहा था कि उसके सैनिक चरमपंथियों को खत्म करने के उद्देश्य से क्षेत्र में सक्रिय हैं। फलस्तीनी शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र एजेंसी या यूएनआरडब्ल्यूए के कमिश्नर जनरल फिलिप लाजारिनी ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर कहा, “हजारों विस्थापितों को आश्रय देने वाले एक अन्य यूएनआरडब्ल्यूए स्कूल में मारे गए और घायल हुए कई लोगों की भयावह तस्वीरें और वीडियो सामने आ रहे हैं।  (एपी)

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