दुबई: राजधानी दोहा में हमास के नेताओं पर इजरायल की ओर से पिछले सप्ताह किए गए हमले के खिलाफ कतर सोमवार को एक शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने की तैयारी कर रहा है। कतर को उम्मीद है कि इस शिखर सम्मेलन में अरब और इस्लामी देशों का एक समूह इजरायल को नियंत्रित करने का तरीका सुझाएगा, क्योंकि गाजा पट्टी में हमास के खिलाफ उसके हमले जारी हैं।
कतर ने क्या कहा?
हमास के नेताओं पर यह हमला ऐसे समय में हुआ है, जब कतर इजरायल और हमास के बीच जारी युद्ध में संघर्ष विराम करवाने के लिए एक प्रमुख मध्यस्थ की भूमिका निभा रहा है। कतर ने इस बात पर जोर दिया कि वह इस हमले के बावजूद दोनों के बीच संघर्ष विराम करवाने के लिए प्रयास करता रहेगा।
'दोहरे मापदंड बंद हों'
कतर के प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुल रहमान अल थानी ने रविवार को एक बैठक में कहा, ‘‘अब समय आ गया है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय दोहरे मापदंड अपनाना बंद करे और इजरायल को उसके द्वारा किए गए सभी अपराधों के लिए दंडित करे।’’ यह स्पष्ट नहीं है कि शिखर सम्मेलन से क्या हासिल हो पाएगा, क्योंकि कुछ देशों के पहले से ही इजरायल के साथ कूटनीतिक संबंध हैं और वो अपने संबंध तोड़ने में संकोच कर सकते हैं।
'अमेरिका का सहयोगी है कतर'
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी इस मामले पर बड़ा बयान दिया है। ट्रंप ने कतर को अमेरिका का एक बड़ा सहयोगी बताया है। ट्रंप का यह बयान इजरायल के लिए एक बड़े मैसेज के रूप में देखा जा रहा है। इतना ही नहीं ट्रंप ने कतर के साथ इजरायल को अपने व्यवहार में सावधानी बरतने की चेतावती भी दी है। अमेरिका के आग्रह पर कतर ने वर्षों से दोहा में हमास के राजनीतिक नेतृत्व को आश्रय दिया है, ताकि इजरायल और हमास के बीच बातचीत की संभावनाएं बनी रहें। (एपी)
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