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भारतीय मूल के इस शख्स ने अमेरिका में मचा दिया हड़कंप, 500 मिलियन डॉलर के फर्जीवाड़े का आरोप

भारतीय मूल के कारोबारी बंकिम ब्रह्मभट्ट पर 500 मिलियन डॉलर के फर्जीवाड़े का आरोप लगा है। वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट के हवाले से ये जानकारी सामने आई है।

Written By: Rituraj Tripathi @riturajfbd
Published : Nov 01, 2025 09:32 am IST, Updated : Nov 01, 2025 09:40 am IST
Bankim Brahmbhatt- India TV Hindi
Image Source : X/@EALFALASI AND AP बंकिम ब्रह्मभट्ट

वाशिंगटन: अमेरिका में भारतीय मूल के एक शख्स की वजह से हड़कंप मच गया है। भारतीय मूल के कारोबारी बंकिम ब्रह्मभट्ट पर 500 मिलियन डॉलर के फर्जीवाड़े का आरोप लगा है। उन पर आरोप है कि उन्होंने दुनिया के सबसे बड़े इनवेस्टमेंट ग्रुप ब्लैकरॉक की प्राइवेट-क्रेडिट इनवेस्टमेंट शाखा और अन्य उधारदाताओं को निशाना बनाया। हालांकि बंकिम ब्रह्मभट्ट ने धोखाधड़ी के आरोपों का खंडन किया है। वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट के हवाले से ये जानकारी सामने आई है। 

घोटाले की खबर आई सामने

अमेरिकी निवेश कंपनी ब्लैकरॉक कथित तौर पर करोड़ों डॉलर के घोटाले का शिकार हो गई है, जिसे कथित तौर पर अमेरिकी दूरसंचार कंपनी ब्रॉडबैंड टेलीकॉम और ब्रिजवॉइस के भारतीय मूल के सीईओ बंकिम ब्रह्मभट्ट ने अंजाम दिया था। 

वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट के अनुसार, ऋणदाताओं ने ब्रह्मभट्ट की कंपनी पर फर्जी प्राप्य खातों का आरोप लगाया है, जिनका इस्तेमाल लोन के लिए किया जाना था और अब सीईओ की कंपनियों पर उनका 50 करोड़ डॉलर से ज्यादा का बकाया है। अब ब्लैकरॉक की निजी ऋण निवेश शाखा, एचपीएस इन्वेस्टमेंट पार्टनर्स, धन की वसूली करने का प्रयास कर रही है।

बंकिम ब्रह्मभट्ट के खिलाफ मामला क्या है?

अगस्त में दायर मुकदमे में आरोप लगाया गया है कि एचपीएस ने ब्रह्मभट्ट की कंपनियों को इस शर्त पर ऋण दिया था कि वे ग्राहकों द्वारा दिए गए लाखों डॉलर को जमानत के तौर पर गिरवी रखें। ऋणदाताओं ने अब आरोप लगाया है कि ब्रह्मभट्ट की कंपनियों पर उनका 500 मिलियन डॉलर से अधिक बकाया है।

ब्लैकरॉक ने यह भी दावा किया है कि जब प्राप्य खातों की सत्यापन प्रक्रिया शुरू हुई तो पता चला कि ऋण की धनराशि भारत और मॉरीशस के विदेशी खातों में स्थानांतरित कर दी गई थी। मामले से परिचित लोगों के हवाले से डब्ल्यूएसजे की रिपोर्ट के अनुसार, BNP Paribas ने ब्लैकरॉक के एचपीएस इन्वेस्टमेंट पार्टनर्स को ब्रह्मभट्ट की कंपनियों को ऋण देने में मदद की।

एचपीएस, जिसे इस साल की शुरुआत में ब्लैकरॉक ने खरीद लिया था, ने सितंबर 2020 में ब्रह्मभट्ट की दूरसंचार कंपनियों से संबद्ध कम से कम एक वित्तपोषण शाखा को ऋण देना शुरू कर दिया था।

फर्जी बिल, अनुबंध, बैलेंस शीट और ईमेल के इस्तेमाल का आरोप

इस बीच, ऋणदाताओं ने अपने मुकदमे में कहा कि ब्रह्मभट्ट ने पिछले दो वर्षों में फर्जी बिल, अनुबंध और ईमेल का इस्तेमाल किया है, ताकि ऐसा लगे कि यह पैसा स्थापित दूरसंचार कंपनियों को दिया जाना है। ऋणदाताओं के वकीलों ने लिखा, "ब्रह्मभट्ट ने ऐसी संपत्तियों का विस्तृत बैलेंस शीट तैयार किया जो केवल कागजों पर ही मौजूद थी।"

अपने प्रारंभिक 2020 क्रेडिट के बाद, एचपीएस ने 2021 की शुरुआत में अपने ऋण निवेश की राशि को लगभग 385 मिलियन डॉलर तक बढ़ा दिया, और फिर अगस्त 2024 में लगभग 430 मिलियन डॉलर तक बढ़ा दिया।

इससे संदेह पैदा हुआ और एचपीएस अधिकारियों ने बंकिम ब्रह्मभट्ट से कथित अनियमितताओं के बारे में पूछताछ की। उस समय, व्यवसायी ने उन्हें आश्वासन दिया था कि कुछ भी गलत नहीं है, लेकिन बाद में उन्होंने उनके फ़ोन उठाने बंद कर दिए। जुलाई में जब एचपीएस के एक कर्मचारी ने न्यूयॉर्क के गार्डन सिटी स्थित ब्रह्मभट्ट के कार्यालय का दौरा किया, तो वे बंद पाए गए।

रिपोर्ट के अनुसार, एचपीएस ने कुछ ग्राहकों को बताया है कि उन्हें लगता है कि ब्रह्मभट्ट भारत में हैं।

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