Mahua Assembly Election: बिहार में विधानसभा चुनाव की तारीख की घोषणा हो चुकी है। चुनाव आयोग ने जानकारी दी है कि बिहार में विधानसभा चुनाव कुल 2 चरण में 6 और 11 नवंबर को संपन्न होंगे। वहीं, चुनाव का परिणाम 11 नवंबर को जारी किया जाएगा। बिहार विधानसभा चुनाव में सबसे ज्यादा चर्चा राज्य की महुआ विधानसभा सीट के बारे में हो रही है। दरअसल, इस सीट पर कांटे का मुकाबला माना जा रहा है। ऐसा इसलिए क्योंकि लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव महुआ से ताल ठोक रहे हैं। हाल ही लालू यादव ने तेज प्रताप को परिवार और राजद से बाहर निकाल दिया था। इसके बाद तेज प्रताप ने अपनी नई पार्टी का गठन किया है।
महुआ में किनके बीच है मुकाबला?
बिहार विधानसभा चुनाव में महुआ सीट पर मुख्य रूप से 4 उम्मीदवारों के बीच कांटे की टक्कर मानी जा रही है। जनशक्ति जनता दल की ओर से तेज प्रताप यादव चुनाव मैदान में हैं। NDA के घटक दल लोजपा (रामविलास) की ओर से संजय कुमार सिंह महुआ से चुनाव लड़ रहे हैं। महागठबंधन के घटक दल राजद ने मुकेश कुमार रौशन को इस सीट से चुनाव का टिकट दिया है। तो वहीं, पहली बार चुनाव मैदान में उतरी प्रशांत किशोर की जनसुराज पार्टी ने इस सीट से इंद्रजीत प्रधान को टिकट दिया है।
महुआ में चुनाव और रिजल्ट की तारीख
महुआ निर्वाचन क्षेत्र में बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 6 नवंबर को वोटिंग होगी। इस दिन राज्य के अन्य 121 सीटों पर भी वोटिंग होगी। अन्य सीटों के साथ ही महुआ सीट पर हुए चुनाव का परिणाम भी 14 नवंबर जारी किया जाएगा।
महुआ सीट पर पहले के विजेता
साल 2020 के विधानसभा चुनाव में महुआ सीट पर राजद नेता मुकेश कुमार रौशन ने जीत हासिल की थी। मुकेश रौशन को 62,747 वोट (36.48 प्रतिशत वोट शेयर) मिले और उन्होंने जेडी-यू की आशमा परवीन को हराया, जिन्होंने 48,977 वोट (28.47 प्रतिशत वोट शेयर) हासिल किए। तीसरे स्थान पर एलजेपी नेता संजय कुमार सिंह रहे, जिन्हें 25,198 वोट (14.65 फीसदी वोट शेयर) मिले थे।
- 2020: मुकेश कुमार रौशन (राजद)
- 2015: तेज प्रताप यादव (राजद)
- 2010: रवीन्द्र राय (जेडी-यू)
- 2005: शिवचंद्र राम (राजद)
- 2005: शिवचंद्र राम (राजद)
- 2000: दसई चौधरी (राजद)
- 1995: मुंशीलाल पासवान (जनता दल)
- 1990: मुंशीलाल पासवान (जनता दल)
- 1985: दसई चौधरी (लोकदल)
- 1980: दसई चौधरी (जनता पार्टी)
- 1977: फुदेनी प्रसाद (जनता पार्टी)
- 1967-1977: निर्वाचन क्षेत्र अस्तित्व में नहीं था
- 1962: मीरा देवी (कांग्रेस)
- 1957: शिवनंदन राम (कांग्रेस)
- 1957: बिंदेश्वरी प्रसाद वर्मा (कांग्रेस)
- 1952: फुदेनी प्रसाद (सोशलिस्ट पार्टी)
- 1952: वीरचंद पटेल (कांग्रेस)