Saturday, April 27, 2024
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केजरीवाल सरकार ने नहीं मानी दिल्ली पुलिस की मांग, 9 स्टेडियमों को अस्थाई जेल बनाने के लिए कहा था

किसान आंदोलन को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने दिल्ली सरकार से यह मांग की थी कि दिल्ली के 9 स्टेडियमों को अस्थाई जेल में बदल दिया जाए ताकि जरूरत पड़ने पर उनका इस्तेमाल हो सके

IndiaTV Hindi Desk Written by: IndiaTV Hindi Desk
Updated on: November 27, 2020 13:32 IST

नई दिल्ली। पंजाब से दिल्ली की तरफ बढ़ते किसानों के आंदोलन पर अब राजनीति भी तेज हो गई है। दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार ने दिल्ली पुलिस की उस मांग को ठुकरा दिया है जिसमें  पुलिस ने दिल्ली के 9 खेल स्टेडियमों को अस्थाई जेल में बदलने की मांग की थी। किसान आंदोलन को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने दिल्ली सरकार से यह मांग की थी कि दिल्ली के 9 स्टेडियमों को अस्थाई जेल में बदल दिया जाए ताकि जरूरत पड़ने पर उनका इस्तेमाल हो सके। दिल्ली सरकार में मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा है कि किसानों की मांग जायज है।

दिल्ली सरकार की तरफ से दिल्ली पुलिस को जवाब भेजा गया है उसमें कहा गया है, "किसानों की मांगें जायज हैं, केंद्र सरकार को किसानों की सभी मांगें तुरंत माननी चाहिए। किसानों को जेल में डालना इसका समाधान नहीं। इनका आंदोलन बिलकुल अहिंसक है। अहिंसक तरीके से आंदोलन करना हर  भारतीय का संवैधानिक अधिकार है। उसके लिए उन्हें जेल में नहीं डाला जा सकता। इसलिए स्टेडियम को जेल बनाने की दिल्ली पुलिस की अर्जी को दिल्ली सरकार नामंजूर करती है।"

किसानों के ‘दिल्ली चलो’ मार्च के मद्देनजर हरियाणा से राष्ट्रीय राजधानी को जोड़ने वाले मार्गों को दिल्ली पुलिस द्वारा बंद कर दिये जाने से शुक्रवार को शहर में अहम रास्तों पर वाहनों का जाम लग गया। दिल्ली यातायात पुलिस ने बताया कि इस प्रदर्शन के चलते ढांसा और झाड़ौदा कलां सीमाएं यातायात के लिए बंद कर दी गयीं और यात्रियों को वैकल्पिक मार्ग लेने को कहा गया है। उसने ट्वीट किया, ‘‘ टीकरी बार्डर को स्थानीय पुलिस ने यातायात के लिए पूरी तरह बंद कर दिया है। हरियाणा की ओर जाने वाला यातायात भी बंद कर दिया गया है। सभी मोटर वाहनों को किसान संघर्ष समिति के प्रदर्शन के चलते इस मार्ग से परहेज करने को कहा गया है । ’’

धौला कुंआ पुलिस चौकी पर चेकिंग बढ़ा देने से गुड़गांव से आने वाला यातायात बाधित हो गया है। तीस से अधिक किसान संगठनों का प्रतिनिधित्व कर रहे किसानों ने घोषणा की थी कि वे लालडू, शंभू, पटियाला-पेहोवा, पाटरन-खनौरी, मूनक-टोहना, रतिया-फतेहाबाद और तलवंडी-सिरसा मार्गों से दिल्ली जायेंगे। वे केंद्र सरकार से नये कृषि कानूनों को निरस्त करने की मांग कर रहे हैं । उनका कहना है कि संबंधित पक्षकारों से व्यापक चर्चा के बाद उनके स्थान पर नये कानून बनाये जाएं।

दिल्ली पुलिस ने बुधवार को किसान संगठनों को बृहस्पतिवार एवं शुक्रवार को दिल्ली में प्रदर्शन करने की अनुमति देने से मना कर दिया था। किसानों को दिल्ली में प्रवेश करने से रोकने के लिए एनएच 24, डीएनडी, चिल्ला बोर्डर, टिगरी बार्डर, बहादुरगढ़ बार्डर, फरीदाबाद बार्डर, कालिंदी कुंज और सिंघु बोर्डर पर भारी पुलिस तैनात की है। दिल्ली -गुड़गांव बॉर्डर पर अर्धसैनिक बल भी तैनात किये हैं तथा सिंघु बॉर्डर पर प्रदर्शनकारियों को लेकर ट्रकों को आगे बढ़ने से रोकने के लिए बालू लदे पांच ट्रक और पानी के टैंक भी तैनात किये गये हैं

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