Monday, April 29, 2024
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ज्यादा तला-भुना खाने से हो सकता है पेट का कैंसर, योगगुरू रामदेव से जानिए कैसे पाचन को बनाएं परफेक्ट

Oily Food Harmful For Health: त्योहार हों या ठंड का मौसम लोग जमकर तला भुना खाना खाते हैं। इससे पेट की समस्या हो सकती है। लंबे समय तक पेट में गैस, कब्ज और बदहजमी पेट में अल्सर और कैंसर जैसी गंभीर बीमारियां पैदा कर सकते हैं। स्वामी रामदेव से जानिए पेट को स्वस्थ रखने और पाचन को मजबूत बनाने का उपाय।

Written By : Sajid Khan Alvi Edited By : Bharti Singh Updated on: November 18, 2023 9:43 IST
Stomach Problem- India TV Hindi
Image Source : INDIA TV पाचन को मजबूत कैसे बनाएं
आजकल लोग खाना खाते वक्त ज्यादातर दिमाग की सुनते हैं पेट की नहीं। हेल्दी फूड के बजाय जुबान के स्वाद को तवज्जो देते हैं और बात अगर त्यौहारी सीजन की हो तो उनका कंट्रोल बिल्कुल छूट जाता है। तला-भुना, मीठा, नमकीन ना जाने क्या क्या खाते हैं। ये हैवी-ऑयली फूड जब पूरी तरह नहीं पचता तो इसका असर लिवर फंक्शन पर पड़ता है। मेटाबॉलिज्म स्लो होता है और एक्स्ट्रा फूड फैट में तब्दील होकर लिवर-आंत पर जमने लगता है। फिर कोई बदहजमी-कब्ज, गैस-एसिडिटी, तो कोई ओवर इटिंग से परेशान दिखता है। ऐसे में कुछ लोग फौरन ट्रीटमेंट ले लेते हैं, तो बहुत से ऐसे भी हैं जो इसे मामूली गैस्ट्रिक प्रॉब्लम समझकर नजरअंदाज कर देते हैं। अगर आप भी उन्हीं लोगों में से हैं तो सावधान हो जाइए। क्योंकि मामूली लगने वाली कब्ज और गैस्ट्रो प्रॉब्लम कब गंभीर बीमारी की शक्ल ले ले पता ही नहीं चलता। इलाज ना होने पर ये अल्सरेटिव कोलाइटिस और IBS में भी तब्दील हो जाती है। 
 
अक्सर लोग खराब पाचन को हल्के में लेते हैं, लेकिन ये नहीं समझते कि प्रॉब्लम लंबे समय तक बनी रहे तो कैंसर भी बन सकता है। जो धीरे धीरे छोटी-बड़ी आंत,किडनी,गॉल ब्लैडरऔर पैंक्रियाज़ को अफेक्ट करने लगता है। हाल ये है कि पिछले कुछ सालों से गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल कैंसर के मरीजों की तादाद बढ़ती जा रही है। दुनिया में पहले ही 37% पुरुष और 49% महिलाएं पेट की बीमारियों से जूझ रहे हैं। ऐसे में जरूरी है कि वक्त रहते अलर्ट हो जाएं। जुबान से ज्यादा अपने दिमाग की सुने। हेल्दी खाएं और अगर खाने पर कंट्रोल नहीं कर पा रहे हैं तो रोजाना कम से कम 40 मिनट योग जरूर करें।
 

ऑयली खाने से नुकसान

तला-भुना खाना जल्दी नहीं पचता और धीरे-धीरे लिवर पर जमा होने लगता है। इससे लिवर फंक्शन डिस्टर्ब होता है। ऐसे लोगों का मेटाबॉलिज्म स्लो होने लगता है। जिससे इनडायजेशन, गैस-एसिडिटी, कब्ज़, पेट में सूजन, कमजोर आंत, फूड प्वाइज़निंग जैसी समस्या होने लगती है।
 

पेट की बीमारी 

कोलाइटिस
अल्सर
IBS
कोलन कैंसर
गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल कैंसर 
 

पेट का कैंसर खतरे में ऑर्गन

 
छोटी-बड़ी आंत
किडनी
गॉल ब्लैडर
पैंक्रियाज़
 

पाचन को बनाएं परफेक्ट  

सुबह उठकर गुनगुना पानी पीएं
एलोवेरा-आंवला और गिलोय लें 
बाजार की चीजें खाने से बचें
पानी को उबालकर पीएं 
रात में हल्का खाना खाएं
 

कब्ज दूर करने के लिए फल

पपीता
बेल
सेब
अनार
नाशपाती
अमरूद
 

कब्ज की छुट्टी 

सौंफ और मिश्री चबाएं
जीरा,धनिया,सौंफ का पानी लें
खाने के बाद भुना अदरक खाएं
 
 

खत्म करें एसिडिटी

लौकी-तुलसी का जूस पीएं
बेल का जूस है फायदेमंद 
 

गैस की समस्या कैसे दूर करें 

अंकुरित मेथी खाएं
मेथी का पानी पीएं 
अनार खाएं 
त्रिफला चूर्ण लें 
खाना अच्छे से चबाएं 
 

आंत को कैसे बनाएं मजबूत

गुलाब के पत्ते, सौंफ, इलायची और शहद इन सारी चीजों को मिलाकर एक पेस्ट तैयार कर लें। अब आपको इसे रोजाना 1 चम्मच खाना है इससे आंत मजबूत बनेंगी।
 

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