Tuesday, May 21, 2024
Advertisement

...जब डॉक्टर ने अपना खून देकर बचाई मरीज की जान

आपने डॉक्टर को भगवान का दूसरा रूप कहते सुना होगा, लेकिन किसी मरीज की जान बचाने के लिए खुद का खून दान करने की बानगी नहीं देखी होगी

Reported by: IANS
Updated on: October 08, 2017 15:30 IST
doctor- India TV Hindi
doctor

बांदा: आपने डॉक्टर को भगवान का दूसरा रूप कहते सुना होगा, लेकिन किसी मरीज की जान बचाने के लिए खुद का खून दान करने की बानगी नहीं देखी होगी। जी हां, उत्तर प्रदेश में बांदा जिले के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में तैनात चिकित्साधिकारी ने खुद का खून मरीज को दान कर यह साबित कर दिया है।

हमीरपुर जिले का जितेंद्र सिंह (28) अपने जिले में शिक्षा विभाग में अनुदेशक के पद पर तैनात हैं। वह पिछले एक पखवाड़े से पीलिया जनित बीमारी से ग्रसित है। शनिवार को उसके शरीर में महज पांच यूनिट खून बचा था। जिला चिकित्सालय बांदा के चिकित्सकों ने अस्पताल में भर्ती जितेंद्र के परिजनों को तत्काल 'ए बी निगेटिव' ग्रुप के खून का इंतजाम करने को कहा, लेकिन न तो ब्लड बैंक में ही खून मिला और न ही उसके रिश्तेदारों का ही ग्रुप मेल खाया।

इत्तेफाक से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कमासिन के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. नवीन चक अचानक ब्लड बैंक पहुंचे और उन्होंने अपना खून देकर मरीज की जान बचा ली, जिससे एक बार फिर यह साबित हो गया कि वाकई डॉक्टर भगवान का दूसरा रूप होता है।

डॉ. नवीन चक से जब खून देने के बारे में पूछा गया तो उनका कहना था कि महज इलाज कर ही मरीज की जान बचाना चिकित्सक का फर्ज नहीं है, खून नहीं, अगर मेरी किडनी की भी मरीज को जरूरत होती तो वह भी दान कर देता।

Latest Uttar Pradesh News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। Uttar Pradesh News in Hindi के लिए क्लिक करें भारत सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement