
हजारीबाग: झारखंड के हजारीबाग जिले में एक धार्मिक जुलूस के दौरान कथित तौर पर पथराव किया गया, जिससे इलाके में तनाव पैदा हो गया। पुलिस ने बुधवार को इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है और घटना में शामिल लोगों की पहचान की जा रही है। उपमंडल पुलिस अधिकारी परमेश्वर कामती ने बताया कि घटना मंगलवार रात करीब 11 बजे जामा मस्जिद चौक के पास हुई, जब रामनवमी उत्सव के तहत मंगला जुलूस निकाला जा रहा था। उन्होंने कहा कि दोनों तरफ से पथराव किया गया।
‘पथराव का सही कारण अभी पता नहीं चला’
वहीं, एक अन्य अधिकारी ने बताया कि स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने हवा में गोलियां चलाईं। पुलिस ने दावा किया कि हालात फिलहाल नियंत्रण में है और घटनास्थल पर सुरक्षाकर्मी तैनात कर दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि पथराव का सही कारण अभी पता नहीं चल पाया है। पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘घटना में शामिल लोगों की पहचान की जा रही है और उन्हें जल्द ही पकड़ लिया जाएगा।’ स्थानीय लोगों के मुताबिक, सांप्रदायिक गीत बजाने को लेकर दो गुटों के बीच विवाद हुआ, जिसके बाद दोनों ओर से पथराव किया गया।
हजारीबाग में महाशिवरात्रि पर भी हुआ था बवाल
बता दें कि हजारीबाग में महाशिवरात्रि के दौरान भी झंडे और लाउडस्पीकर लगाने को लेकर दो समूहों के बीच झड़प हो गई थी। उस समय हालात इतने खराब हो गए थे कि प्रशासन को BNS की धारा 163 के तहत निषेधाज्ञा लागू करनी पड़ी थी। नषेधाज्ञा के तहत, जुलूस निकालने, पांच या उससे अधिक लोगों के एकत्र होने, हथियार लेकर चलने आदि पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। महाशिवरात्रि के मौके पर हुए इस बवाल के लिए बीजेपी के नेताओं ने बांग्लादेशी घुसपैठियों को जिम्मेदार ठहराया था और सीएम हेमंत सोरेन से उन्हें बाहर निकालने के लिए कड़े कदम उठाने की अपील की थी।
क्या होती है रामनवमी मंगला यात्रा?
रामनवमी मंगला यात्रा, रामनवमी के पर्व के आरंभ में निकलने वाली एक शोभायात्रा है जो भगवान राम के जन्म की खुशी में मनाए जाने वाले पर्व के उपलक्ष्य में मनाई जाती है। इस यात्रा का उद्देश्य भगवान राम के जन्म की खुशी में धार्मिक वातावरण बनाना होता है। यात्रा में झांकियों और भगवान राम के स्वरूपों को सजाया जाता है और धार्मिक गीत गाए जाते हैं। यह यात्रा आमतौर पर मंदिरों से, या किसी खास स्थान से शुरू होकर शहर के मुख्य मार्गों से होकर गुजरती है।