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किसानों के 'दिल्ली चलो' मार्च के बीच मनाने में जुटा केंद्रीय मंत्रियों का दल, जानें क्या है किसानों की तैयारी

अपनी विभिन्न मांगों को लेकर किसान संगठनों ने दिल्ली जाने का ऐलान किया है। वहीं इससे पहले केंद्रीय मंत्रियों का दल किसान नेताओं से बातचीत में जुटा हुआ है।

Edited By: Amar Deep
Published : Feb 12, 2024 20:11 IST, Updated : Feb 12, 2024 20:11 IST
किसानों से बातचीत कर मनाने में जुटे केंद्रीय मंत्री।- India TV Hindi
Image Source : KULDEEPSINGHAAP (X) किसानों से बातचीत कर मनाने में जुटे केंद्रीय मंत्री।

चंडीगढ़: फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर कानून बनाने की मांग को लेकर किसानों का प्रदर्शन जारी है। वहीं केंद्र पर दबाव बनाने के लिए किसान नेताओं को 'दिल्ली चलो' मार्च से रोकने के लिए केंद्रीय मंत्रियों की एक टीम ने सोमवार की शाम को किसान नेताओं के साथ बातचीत शुरू कर दी। इसमें खाद्य एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री पीयूष गोयल और कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा यहां सेक्टर 26 में महात्मा गांधी राज्य लोक प्रशासन संस्थान में किसान नेताओं के साथ बैठक कर रहे हैं। 

किसान संगठन करेंगे दिल्ली कूच

संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) के नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल और किसान मजदूर संघर्ष समिति के महासचिव सरवन सिंह पंधेर सहित अन्य लोग यहां जारी बैठक में शामिल हैं। एसकेएम (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा ने घोषणा की है कि फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारंटी के लिए कानून बनाने सहित अन्य मांगों को लेकर केंद्र पर दबाव बनाने के वास्ते 200 से अधिक कृषि संगठन मंगलवार को दिल्ली कूच करेंगे। केंद्रीय मंत्रियों और किसान संगठनों के नेताओं के बीच आठ फरवरी को पहली बैठक में विस्तृत चर्चा हुई थी।

सीमाओं पर सुरक्षा चौकस

एसकेएम (गैर-राजनीतिक) नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा कि ट्रैक्टर-ट्रॉली सोमवार शाम को फतेहगढ़ साहिब जिले और संगरूर के मेहलन चौक पर इकट्ठा होंगी। राष्ट्रीय राजधानी में 13 फरवरी को किसानों के प्रस्तावित ‘दिल्ली चलो’ मार्च के मद्देनजर सिंघू, गाजीपुर और टिकरी सीमाओं पर सुरक्षा कड़ी कर दी गयी है तथा यातायात पाबंदियां लागू की गयी हैं। किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य के लिए कानूनी गारंटी के अलावा स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू करने, किसानों और खेत मजदूरों के लिए पेंशन, कृषि ऋण माफी, पुलिस मामलों को वापस लेने और लखीमपुर खीरी हिंसा के पीड़ितों के लिए ‘‘न्याय’’ की भी मांग कर रहे हैं। किसानों ने अंबाला-शंभू बॉर्डर, खनौरी-जींद और डबवाली बॉर्डर से दिल्ली जाने की योजना बनाई है। 

कई जिलों में इंटरनेट सेवा बंद

पुलिस ने जींद, फतेहाबाद, कुरूक्षेत्र और सिरसा जिलों में पंजाब के साथ लगती हरियाणा की सीमा पर भी व्यापक इंतजाम किए हैं। अंबाला, कुरूक्षेत्र, कैथल, जींद, हिसार, फतेहाबाद और सिरसा में इंटरनेट सेवाएं और बड़ी संख्या में एसएमएस करने की सुविधा 13 फरवरी तक निलंबित कर दी गई है। हरियाणा पुलिस ने यातायात परामर्श जारी किया है, जिसमें यात्रियों से वैकल्पिक मार्ग अपनाने और उसी के अनुसार अपनी यात्रा की योजना बनाने को कहा गया है। पंजाब और अंबाला के आसपास के इलाकों से बड़ी संख्या में किसान 2020 में शंभू बॉर्डर पर एकत्र हुए थे और उन्होंने दिल्ली की ओर मार्च करने के लिए पुलिस अवरोधकों को हटा दिया था।

(इनपुट- भाषा)

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