Ayodhya Ram Madir: अयोध्या नगरी में आज भगवान राम अपने राज महल में विराजेंगे। जिस घड़ी का सभी राम भक्तों को सदियों से इंतजार था। आज वो घड़ी आ गई है। 22 जनवरी का आज वो दिन है जो सभी राम भक्तों को भाव विभोर कर रहा है। आज पूरा देश राम भक्ति में सराबोर है। ऐसे में अगर आप अयोध्या राम मंदिर में रामलला के दर्शन आज नहीं कर पा रहे हैं, तो घर बैठे ही रामलला की पूजा कर लें। आपके जीवन के सारे कष्ट प्रभु राम की कृपा से क्षण भर में मिट जाएंगे।
आज हम आपको इस शुभ अवसर पर पूजा पद्धति के अनुसार बताने जा रहे हैं कि किस तरह आप अपने घर में रामलला की पूजा कर सकते हैं और क्या है आज पूजा का शुभ मुहूर्त। साथ ही बताएंगे की पूजा के थाल में कौन सी सामग्रियों को करना होगा शामिल।
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा पूजा का शुभ मुहूर्त
अयोध्या राम मंदिर में आज होने वाली रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा का शुभ मुहूर्त दोपहर 12 बजकर 29 मिनट 8 सेकेंड से लेकर 12 बजकर 30 मिनट 32 सेकंड तक रहेगा। यह महज 84 सेकेंड का मुहूर्त रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए विद्वान ब्रह्मणों द्वारा सबसे श्रेष्ठ बताया जा रहा है।
रामलला की पूजा विधि
- आज स्नान आदि से निवृत हो कर स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
- घर की साफ-सफाई के साथ जहां मंदिर हो वहा की सफाई भी कर लें।
- उसके बाद जल से आचमन करें और पूजा का संक्लप लें।
- भगवान राम की बाल प्रतिमा या उनका कोई भी विग्रह एक चौकी पर स्थापित कर लें। चौकी पर प्रभु राम की मूर्ति स्थापित करने से पहले उस पर स्वच्छ पीला या लाल रंग का कपड़ा बिछा लें।
- भगवान राम की पूजा के दौरान उनकों सुगंधित फूल, नेवैद्य, अक्षत आदि चीजें अर्पित करें।
- पूजा के दौरान रामलला को चंदन का तिलक अवश्य लगाएं।
- प्रभु राम के निमित एक देशी घी का दीप भी जरूर प्रज्जवलि करें।
- इसके बाद भगवान राम की स्तुति करें और पूजा के अंतिम चरण में आरती कर के पूजा का समापन करें।
- इसके अलावा आज प्रभु राम को भोग में दूध से बनी खीर का अवश्य भोग लगाएं।
- भोग की खीर को प्रसाद के तौर पर घर परिवार और अन्य भक्त जनों को जितना हो सके श्रद्धानुसार बांट कर खाएं।
- आज रामचरितमान का पाठ और राम नाम का जाप करने से धन-वैभव की प्राप्ति होगी। इस तरह श्रद्धा से प्रभु राम की पूजा करने से आप पर उनकी असीम कृपा बरसेगी।
नोट करें पूजा में प्रयोग होने वाली सामग्री
1-अक्षत
2- पीले या लाल रंग के फूल
3- चंदन
4- इत्र
5- नेवद्य
6- रुई से बनी दीये की बाती
7- जनेऊ
8- लाल कलावा
9- फल और मेवा-मिष्ठान
10- पान का पत्ता, सुपारी और धूप बत्ती
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। इंडिया टीवी एक भी बात की सत्यता का प्रमाण नहीं देता है।)
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