Saturday, May 18, 2024
Advertisement

मिश्रा बोले अफ्रीका दौरे के लिए अमला और डीविलियर्स के खिलाफ पूरी तैयारी

नई दिल्ली: श्रीलंका दौरे पर बल्लेबाजों को अपनी घूमती गेंदों पर नचाने वाले भारतीय स्पिन गेंदबाज़ अमित मिश्रा से इंडिया टीवी के स्पोर्ट्स एडिटर समीप राजगुरु ने खास बातचीत की। इस दौरान मिश्रा, जिन्होंने 15

India TV Sports Desk
Updated on: September 13, 2015 22:11 IST
EXCLUSIVE: अमित मिश्रा ने...- India TV Hindi
EXCLUSIVE: अमित मिश्रा ने खोले टीम की कामयाबी के राज

नई दिल्ली: श्रीलंका दौरे पर बल्लेबाजों को अपनी घूमती गेंदों पर नचाने वाले भारतीय स्पिन गेंदबाज़ अमित मिश्रा से इंडिया टीवी के स्पोर्ट्स एडिटर समीप राजगुरु ने खास बातचीत की। इस दौरान मिश्रा, जिन्होंने 15 श्रीलंकाई बल्लेबाजों को पैवेलियन भेजा था, ने बताया कि उन्हें टीम में वापसी के लिए काफी संघर्ष करना पड़ा था। मौका मिलने पर मैच में अच्छा प्रदर्शन करें, इसके लिए वह प्रैक्टिस सेशन में घंटों पसीना बहाते थे।

उन्होंने बताया कि वो हर किसी से क्रिकेट के बारे में बातचीत करते थे और अपने प्रदर्शन में सुधार के लिए सलाह लेते थे। मिश्रा ने बताया कि वो मैच के दौरान कप्तान विराट कोहली की परिपक्वता देखकर हैरान रह जाते थे। वहीं एग्रेशन के सवाल पर मिश्रा ने कहा कि हम भी मैदान पर अपने विरोधियों को माकूल जवाब अपने अंदाज में देना जानते हैं।

इस बातचीत के दौरान मिश्रा ने अपनी आगे की योजनाओं के बारे में भी बताया। मिश्रा ने बताया कि हाशिम अमला और एबी डीविलियर्स के खिलाफ उनके पास खास रणनीति तैयार है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि अफ्रीका दौरे के लिए कड़ी तैयारी करनी होगी। इंडिया टीवी के स्पोर्ट्स एडिटर समीप राजगुरु से अमित मिश्रा ने क्या कुछ बातचीत की, विस्तार से जानिए:

समीप राजगुरू - आपकी काबिलियत से सब वाकिफ थे...उसके बावजूद आपने संघर्ष किया...कई सारे सवाल थे...मौका मिलते ही आप सबसे बड़े मैच विनर बने...इसके बारे में हम आपसे सुनना चाहेंगे ?

अमित मिश्रा - वो समय बहुत मुश्किल था..बहुत संघर्ष करना पड़ा...पर में उस बात को ना बताकर मैन बात पर आता हूं...जो मैंने किया जो मैंने सोचा कि मुझे क्या करना चाहिए... सुनता मैं सबकुछ था कोशिश भी करता था कि कैसे करना है...मैंने सोचा कि जो चीज़ें मैं सुझार सकता हूं...उन्हें सुझारने के लिए मैं क्या कर सकता हूं...जिससे की मेरी गेंदबाज़ी और अच्छी हो जाए...जिससे मैं विकेट टेकिंग गेंदबाज़ बन जाऊं...जैसा आपने कहा कि ऑप द पिच मैं धीमा हूं...उसको कैसे सुधारा जाए...तो सबसे पहले तो मैंने अपनी फिटनेस पर काम किया...गेंदबाज़ी टाइम को बढ़ाया जिसे मेरे कंधे मजबूत हुए...तो ये सब करके मुझे ये लगा कि आपके पास जो अनुभव है उसे इस्तेमाल किया जाए...तो मैंने बल्लेबाज़ों की कमजोरी और मजबूती पर ध्यान दिया...कौन से विकेट पर कैसे और किस पेस से गेंदबाजी करनी है...इन चीज़ों पर ज्यादा ध्यान दिया ना कि उन चीजों पर कि कौन क्या बोल रहा है...मैंने अपने को सुधारने पर ध्यान दिया।

समीप राजगुरू - पहले टेस्ट मैच में श्रीलंका के खिलाफ 3-3 स्पिनर्स खेलते हैं...भज्जी और अश्विन को मैन स्ट्राइक गेंदबाज़ माना जा रहा था...अमित मिश्रा भी थे तो कितना प्रेशर था इस सीरीज़ में इस टेस्ट मैच में खास तौर पर ?

अमित मिश्रा - प्रेशर तो था मैं झूठ नहीं बोलूंगा मुझे बोला गया कि आप मैच विनर हैं...विकेट लेने वाले गेंदबाज़ हैं तो आपको अच्छा करना होगा...आपके अनुभव को देखते हुए लोग आपसे अच्छे की उम्मीद करते हैं...प्रेशर था ...लेकिन मेरे दिमाग में ये था कि मैं 3-4 साल बाद टीम में आ रहा हूं...कैसा रहेगा ...प्रेशर बढ़ता रहा...लेकिन जब मैं श्रीलंका में अपने रूम में बैठा तो मैंने अपने आप को फोकस किया...कोशिश यही कि मैं यहां पर आकर अपने आप को कैसे सुदार सकता हूं...और जैसे दो मैच विनर स्पिनर पहले से ही टीम में थे तो मैंने भज्जी से बात करना शुरु किया...टीम के कोच भरत अरुण और शास्त्री से बात की ..जितने भी अनुभवी वहां थे उनसे बात करना शुरु किया...जाने से पहले चेन्नई में मैं इंडिया ए के मैच खेल रहा था...तो मैंने वहीं एल शिवरामकृष्णन से बात की ...उन्होंने ने मुझे टिप्स दी...अनिल भाई से बात की...उन्होंने ने मुझे फील्ड के बारे में बताया...फिर मैंने नरेंन्द्र हिरवानी से बात की हमारे कैंप में आते रहते हैं।

समीप राजगुरू - आपने काफी होम वर्क किया लेकिन कहीं आपने ये भी कहा कि आपके जहन में ये बात भी थी कि श्रीलंका मेरे लिेए आखिरी मौका है ?

अमित मिश्रा - जी बिल्कुल ...जिस स्टेज पर मैं था मुझे लगा कि करो या मरो वाले हालात हैं...मैं प्रेशर में था लेकिन मैंने कोशिश यही की कि जितना अपने आप को पोज़ीटिव रखूं अच्छा होगा...कोशिश का मतलब ये था कि कैसे सुधारूं मैंने वहां ताकर लंबे स्पैल्स में गेंदबाज़ी की ...जिससे बहुत फायदा हुआ...भज्जी से बात की...कैसे गेंदबाज़ी करनी है...किस स्पीड पर करनी है...इसमें कोई शक नहीं है कि करो या मरो वाले हालात थे मेरे लिए....पता था कि अच्छा नहीं करूंगा तो शायद दोबारा टीम में ना आ पाऊं...मुझे ऐसा लगता था औरों का मुझे पता नहीं...इस सीरीज़ को अपने लिए आखिरी सीरीज़ लेकर चल रहा था...तो ऊपर वाले की मेहरबानी थी कि जितनी मैंने मेहनत की थी वो इस सीरीज़ में रंग लाई...गेंद से ही नहीं बल्ले से भी हुआ ...और सबसे बड़ी बात ये है कि 22 साल से वहां नहीं जीते थे...मेरा भी उस जीत में छोटा सा योगदान रहा।

समीप राजगुरू - विराट के रोल को आप किस तरह से सोचते हैं...विराट का विश्वास आपमें कहीं ज्यादा दिखा और कप्तानों के मुकाबले ?

अमित मिश्रा - विराट और मैं साथ में काफी घरेलू क्रिकेट खेला हूं...उसने मेरी गेदबाज़ी देखी है शायद उसको ये अंदाज़ा था कि मुझे क्या बोलकर कैसी गेंदबाज़ी करानी है...सबसे अच्छी बात जो विराट के अंदर दिखी वो सबसे बात करता है...छोटी-छोटी बात पर सोचविचार करता है...सबकी सलाह लेता है...उसने जो मैच्योरिटी इस सीरीज़ में दिखाई है उसे देखकर मैं दंग रह गया...बहुत पोज़ीटिव कप्तान है और जो भी फैसला लेता है सबको अपने साथ शामिल करके लेता है...इससे मैच्योरिटी झलकती है कभी भी ये नहीं जताया कि मैं कप्तान हूं...जो मैं कहूंगा वही होगा...कोट से बात करता था सपोर्ट स्टाफ से बात करता था फील्डिंग में फील्डर्स से बात करता था...तो ये अच्छे कप्तान की निशानी है।

समीप राजगुरू - टीम में कुछ अहम खिलाड़ी चोटिल हुए ...शिखर धवन बहर हो गए...एक नई टीम बन रही है गोल्डन जनेरेशन चली गई है धोनी रिटायर हो गए हैं...बड़े बदलाव हुए...इस टीम में क्या ऐसा खास था...कि जो बड़े-बड़े कप्तान नहीं कर पाए खिलाड़ी नहीं कर पाए ये टीम करके आ गई...जो युवा है एक टेस्ट टीम बनती हुई नज़र आ रही है...लेकिन इस टीम ने कमाल कर दिया....क्या खास बात थी इस टीम में ?

अमित मिश्रा - पहला मैच हारने के बाद प्रेशर टीम पर बढ़ गया था...लेकिन विराट ने क्या किया कि कोई भी निगेटिव विचार अंदर नहीं आने दिया ड्रेसिंग रूम में सबको पोज़ीटिव बोलता रहा....सबसे अच्छी बात इस टीम की ये थी कि हम एक दूसरे को सपोर्ट कर रहे थे...कोई अच्छा कर रहा है नहीं कर रहा कोई निगेटिव बात नहीं...सबके मन में यही थी कि यहां से जीतकर जाना है...वहीं मुझे लगा जीत की अहम वजह रही....खेल रहे और नहीं खेल रहे सबकी यही सोच थी कि हमें जीतना है यही वजह है कि पिछड़ने के बाद भी हम सीरीज़ जीते।

समीप राजगुरू - क्रिकेट में ऐसा कहा जाता है कि गेंदबाज़ जो हैं पेयर्स में शिकार करते हैं उसी तरह से आपने और अश्विन ने शिकार किया...तो ये एक बहुत खतरनाक जोड़ी आपकी और अश्विन की बन रही है यहां पर ?        

अमित मिश्रा - जोड़ी का तो नहीं कहूंगा पर ये कहूंगा कि हमारे बीच में इतना अच्छा तालमेल था...हम एकदूसरे को बताते थे...हमारी बीच में बोडिंग हो गई थी..कई बार ऐसा होता है कि एक गेंदबाज़ को विकेट नहीं मिलते...दूसरा ले रहा है ...तो हमने जैसे बल्लेबाज़ साझेदारी करते हैं ऐसे ही हमने विपक्षी टीम पर प्रेशर बनाए रखा...अश्विन विकेट लेता था तो मेरा काम ये था कि प्रेशर बनाकर रखना है...आसानी से चौका नहीं देना है प्रेशर बनाकरल रखना है तो उससे ये हो रहा था कि एक दिन वो विकेट ले रहा था दूसरे दिन ईशांत या मैं...तो ऐसा बोंडिंग हो गई थी।

समीप राजगुरू - वाकई बिना रन दिए विकेट लिए हैं इन्होंने खर्चा हुआ ही नहीं है लेकिन अगर बात करें इस टीम की जो शैली दिखी बहुत आक्रमक दिखी जो ऐग्रेशन था ये एक नई चीज़ टीम इंडिया में दिखी है...यहां गेंद और बल्ले के साथ-साथ बॉडी लैंगुएज भी बदली हुई थी एक नया तेवर था ?

अमित मिश्रा - हमें ये बताया गया था कि हमें कोई गाली देगा तो हम चुपचाप नहीं सुनेंगे...आपको क्रिकेट खेलनी है खेलिए गेंद और बल्ले से अगर आप जुबान से जवाब देंगे तो आपको भी जवाब वैसा ही मिलेगा...इंडियन टीम पहले जैसी नहीं रही है अगर आप गाली दोगे तो वापस आपको गाली मिलेगी...अगर आप बदतमिज़ी करेंगे तो हम उसे सहन नहीं करेंगे...ईंट का जवाब पत्थर से पूरा मिलेगा।

समीप राजगुरू - आप टीम का हिस्सा है ये टीम एक उबरती हुई टेस्ट टीम बनती हुई नज़र आ रही है ?

अमित मिश्रा - बिल्कुल जिस तरह से हमारे पास ने लड़कों का टेलेंट है जिस तरह से प्लेयर्स में बोंडिंग बन रही है...मुझे लगता है ये शुरुआत है और आगे चलकर ये टीम नंबर 1 होगी बहुत जल्दी क्योंकि सबकुछ है हमारे पास तेज़ गेंदबाज़ी...बल्लेबाज़ी...देखिए पहले दो मैच नहीं खेले पुजारा को जैसे ही मौका मिला उन्होंने रन बनाए...तो हर किसी भी भूख दिख रही है ये एक अच्छी टीम की शुरुआत है...खिलाड़ियों में भूख है... देश के लिए ..अपने लिए और टीम के लिए अच्छा करने की।

समीप राजगुरू - टीम के तेवर पर एक और सवाल पूछना चाहूंगा ईशांत ने जो सिर पर मारा उसके बाद उन्हें डॉक्टर की तो जरूरत नहीं पड़ी ?

अमित मिश्रा - मेरे ख्याल से पड़ी होगी जिस तरह से उसने मारा है...कई बार आप इतने उतर जाते हैं क्रिकेट में आपको पता नहीं होता क्या कर रहे हैं आप...ऐसा उसका कोई इरादा नहीं था पर वो मैच में इतना इन्वोल्व हो गया था कि ये सीरीज़ जीतनी ही जितनी है तो सब लोग इतने इनवोल्व थे इस सीरीज़ में मेंटली और इमोशनली भी।

समीप राजगुरू - एक जोड़ी थी हरभजन और कुंबले की...क्या हम सोचें कि अगली जोड़ी मिल गई है अश्विन और अमित मिश्रा की ?

अमित मिश्रा - ये कहना बहुत जल्दी होगा पर मैं कोशिश यही करूंगा जब भी मैं खेलूं इंडिया के लिए अच्छा प्रदर्शन करूं...जिस तरह से इस सीरीज़ में हुई है और टीम इंडिया जीती है 22 साल बाद...कोशिश यही रहेगी कि जब भी मैं खेलूं इससे भी और बेहतर प्रदर्शन करूं...जिससे हमारी टीम जीते और देश का नाम ऊपर जाए।  

समीप राजगुरू - आप विदेश में जाकर जीत कर आए हैं...4 साल से जीत नहीं रहे थे और हार भी रहे थे तो बहुत बुरी तरह से पिट रहे थे...लेकिन अब ये टीम बदली..तेवर बदले और अब सामने 70 दिन की लंबी सीरीज़ है, दक्षिण अफ्रीका के साथ...किस तरह से देखते हैं दक्षिण अफ्रीका की टीम को 3 फिरकी गेंदबाज़ उन्होंने चुने हैं। ग्रीम स्मिथ ने कहा है कि ये दौरा 4 टेस्ट मैच का दक्षिण अफ्रीका के लिए आसान नहीं होने वाला है...निर्णायक दौरा हो सकता है जो टीम 2006 से कोई सीरीज़ हारी नहीं है बाहर औऱ ना भारत में?

अमित मिश्रा - इसमें कोई शक नहीं है कि दक्षिण अफ्रीका की टीम सबसे बेहतरीन टीम है क्रिकेट जगत में...ये टीम इंडिया के लिए बहुत बड़ा चैलेंज होगा...एक टीम का गेंदबाज़, बल्लेबाज़ सबके लिए ये बड़ा चैलेंज है...अभी जो हम करेंगे उस पर ज्यादा फोकस करेंगे...जैसे हम गेंदबाज़ी में क्या-क्या सुधार करने हैं जो हमने गलतियां की हैं उन्हें कैसे सुधार सकते हैं...उनकी ताकत और कमजोरी देखी जाएगी...उन पर कैसे वार किया जाए उसपर ज्यादा बात होगी ना कि इसपर कि उनके पास एबी डिविलियर्स है, अमला है या जो भी हैं।

समीप राजगुरू - एबी डिविलियर्स से तो निपटना होगा और दक्षिण अफ्रीका के साथ ये एक एडवांटेज है कि उनके सारे खिलाड़ी भारत में आईपीएल में खेलते हैं। वो हालात को भी जानते हैं और आपको भी अच्छी तरह से जानते हैं ?  

अमित मिश्रा - इसलिए मैंने कहा कि ये चैंलेज बड़ा होगा हम सबके लिए।

समीप राजगुरू - तो कुछ नया कर पाएंगे एबी डिविलियर्स के खिलाफ और अमला जो अगर सेट हो जाएं तो फिर आउट नहीं होते ....अभी वो फॉर्म से जूझ रहे हैं लेकिन कह नहीं सकते बड़े खिलाडी हैं...इनके लिए क्या प्लानिंग होगी ?

अमित मिश्रा - बिल्कुल होगी ऐसे खिलाड़ियों के लिेए प्लानिंग करनी पड़ती है...अगर ऐसे खिलाड़ियों के खिलाफ आप प्लानिंग नहीं करेंगे...जिस तरह से वो मेरी गेंदबाज़ी के लिे प्लानिंग करके आएंगे...लेकिन एक स्टेप ऊपर सोचना होगा कि वो मेरे लिए क्या प्लानिंग करके आएंगे...अगर वो ऐसे खेलेंगे तो मुझे क्या करना होगा...तो ये सारी प्लानिंग अभी होगी...लेकिन एक तस्वीर आपके दिमाग में आ जाती है वो ऐसा है ऐसे शॉट्स खेलता है...उसकी ये कमजोरी है ये ताकत है...तो तब हम मिलते हैं तो बात करते हैं क्या कर सकते हैं...क्या प्रोग्रेस है...तो वो तब होगी।

समीप राजगुरू - बिल्कुल हालांकि सेलेक्शन करना चयनकर्ताओं के ऊपर है लेकिन जो हमने आपको पिछले टी-20 वर्ल्ड कप में देखा था शानदार प्रदर्शन किया था आपने....एक खिलाड़ी में जो चीज़ें होनी चाहिए छोटे फॉर्मेट के लिए वो सारी बातें हैं आपमें...आप फिट भी लग रहे हैं तो क्या आपकी नज़र छोटे फॉर्मेट पर भी है? टी-20 और वनडे में ?

अमित मिश्रा - एक गेंदबाज़ के तौर पर आपको हर जगह साबित करना होता है...मैं लकी रहा हूं मैंने अच्छा प्रदर्शन किया है जब भी मुझे मौका मिला है चाहे वो वनडे हो, टी-20 हो या फिर टेस्ट हो...लेकिन मेरा कहना यही है कि अगर मुझे मौका मिलेगा तो मैं अपना बेस्ट ही करूंगा। हर तरीके से...

समीप राजगुरू - दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ किस तरह का नतीज़ा देखते हैं...इंडिया को जीतते हुए देखते हैं...2006 से वो भारत में 2 बार आए हैं...जितने भी रिज़ल्ट रहे हैं वो या तो ड्रॉ हुआ है या हारे हैं जीता नहीं है भारत...जीत की क्या संभावना लगती है टीम इंडिया की ? तीनों फॉर्मेट में ?

अमित मिश्रा - दिल से तो मैं ये चाहूंगा कि भारत जीते...लेकिन एक खिलाड़ी के तौर पर कहूं तो बेशक मुश्किल है पर नामुमकिन नहीं है..हम पूरी कोशिश करेंगे जीतने की..आपको जैसे पता है हमसे ज्यादा अनुभव है उनके पास..हमारे पास कम है...लेकिन वनडे साइड हमारी भी बहुत अच्छी है, टी-20 साइड हमारी भी अच्छी है...टेस्ट टीम हमारी भी अच्छी है पर हमें खुद पर भरोसा करना है कि हमें जीतना है उस पर हम काम करेंगे और अपनी तरफ से 100 प्रतिशत देंगे...और मैं ये चाहूंगा कि हम तीनों फॉर्मेट में उनसे जीतें।

समीप राजगुरू - सीरीज़ का आगाज़ कितना अहम होगा...वनडे और टी-20 में टेस्ट से पहले...अगर हम हार जाते हैं तो उसका कोई असर पड़ेगा...एक अच्छी शुरुआत कितनी अहमियत रखती है ?       

अमित मिश्रा - शुरुआत हमेशा अहमियत रखती है पर तीनों फॉर्मेट अलग-अलग हैं...हम फॉर्मेट की सोच अलग होती है ...गेंदबाज़ी अलग, बल्लेबाजी अलग...तो अलग हम पहला मैच और पहली सीरीज़ जीतते हैं तो हम मानसिक तौर पर बढ़त लेंगे दक्षिण अफ्रीका पर।

Latest Cricket News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। Cricket News in Hindi के लिए क्लिक करें खेल सेक्‍शन

Advertisement

लाइव स्कोरकार्ड

Advertisement
Advertisement