जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले, संविधान के अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को खत्म किए जाने के 40वें दिन बाद भी कश्मीर में जनजीवन प्रभावित है।
जम्मू कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा प्रदान करने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को समाप्त किए जाने के बाद शाह फैसल ने कहा था कि कश्मीर में अप्रत्याशित बंद चल रहा है।
यूरोपियन कमीशन के पूर्व निदेशक ब्रायन टोल ने भी जम्मू एवं कश्मीर से आर्टिकल 370 के प्रावधानों को हटाए जाने को लेकर भारत का समर्थन किया है।
एक डिबेट शो में इमरान के मंत्री ने कहा कि ये उनके कहने पर अफगानिस्तान में लड़ रहे थे और ये उनकी जिम्मेदारी है कि वो उन आतंकियों को नौकरी दें, पैसे दें।
सूत्रों का कहना है कि एलओसी के नजदीक आतंकवादियों द्वारा वीएफएफ संदेश प्राप्त किए जा रहे हैं और इसे हिंसा करने तथा आसपास के गांव वालों को गुमराह करने के लिए फैला रहे हैं।
कुरैशी ने कहा कि पाकिस्तान ने एक से अधिक बार भारत से वार्ता की पेशकश की लेकिन कोई सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं मिली। निकट भविष्य में दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय बातचीत की कोई संभावना भी नजर नहीं आ रही है।
केंद्र सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर से धारा 370 के ज्यादातर प्रावधानों को खत्म किए जाने के बाद से राज्य के हालातों को लेकर विपक्ष हमलावर है। लेकिन, सरकार जम्मू-कश्मीर के हालातों को अंडर कंट्रोल बता रही है।
गोपीनाथन ने अपने इस्तीफा पत्र में लिखा कि जम्मू एवं कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को खत्म किए जाने के बाद कई सप्ताह से राज्य में लाखों लोगों को उनके मौलिक अधिकारों से वंचित रखा गया है।
केंद्रीय मंत्री ने अपनी बात के समर्थन में कहा कि, कश्मीर न तो बंद है और ना ही कर्फ्यू के साए में है, बल्कि वहां केवल कुछ पाबंदियां लगी हुई हैं।
दुनिया के ज्यादातर देशों ने कहा है कि यह भारत का आंतरिक मामला है और इसका समाधान भारत और पाकिस्तान को ही आपस में मिलकर करना चाहिए।
उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने प्रत्येक भारतीय के लिये सुरक्षा और देश की अखंडता को सर्वोपरि करार देते हुये मंगलवार को कहा कि पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय वार्ता अब पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) के मुद्दे पर ही होगी।
सूत्रों ने बताया कि आतंकी जम्मू प्रात में पुंछ, साबा, हीरानगर, बड़ी ब्राह्मणा और जम्मू के निकट सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमले की फिराक में हैं। ये प्रतिष्ठान एलओसी और अंतरराष्ट्रीय सीमा से ज्यादा दूरी पर नहीं हैं।
मोदी सरकार ने दुनिया के सबसे ऊंचे युद्ध स्थल सियाचिन पर सैनिकों और उपकरणों की आवाजाही में तीव्रता लाने के मकसद से वहां जाने वाली सभी सड़कों के आधुनिकीकरण और नयी सड़कें बनाने की व्यापक योजना लद्दाख सेक्टर में शुरू की है।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर भारत पाकिस्तान के रिश्तों को लेकर बयान दिया है। ट्रंप ने व्हाइट हाउस में मीडिया से बात करते हुए कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच पिछले दो हफ्तों में तनाव कम हुआ है।
पाकिस्तान को भारत सरकार का जम्मू एवं कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाने का फैसला रास नहीं आ रहा है।
पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा (LoC) पर भारतीय सैनिकों द्वारा किए गए कथित संघर्ष विराम उल्लंघन को लेकर शनिवार को शीर्ष भारतीय राजनयिक को तलब किया।
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने शनिवार को कहा कि वह ‘‘पूरी तरह आश्वस्त’’ हैं कि अधिकांश कश्मीरी अनुच्छेद 370 को हटाए जाने के समर्थन में हैं और उन्होंने उन्हें आश्वासन दिया कि कश्मीर में पाबंदियों का मकसद पाकिस्तान को आतंकवाद के जरिए उसकी गलत मंशाओं को अंजाम देने से रोकना है।
डोवल ने पाकिस्तान पर भी निशाना साधा और कहा कि एलओसी के पास 230 पाकिस्तानी आतंकी देखे गए हैं जो घुसपैठ की कोशिश में हैं। कुछ तो पकड़े गए हैं। डोवल ने कहा कि पाकिस्तान नहीं चाहता है कि कश्मीर में शांति हो।
राजस्थान के शहर पुष्कर में शनिवार से शुरू होने वाले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के तीन दिवसीय सम्मेलन में कश्मीर चर्चा के केंद्र में होगा।
कश्मीर पर पूरी दुनिया में अकेला पड़ने के बावजूद पाकिस्तान के अक्ल ठिकाने नहीं आ रही है। अब पाकिस्तान के आर्मी चीफ ने जंग की गीदड़भभकी दी है।
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