वाजपेयी जी लंबे समय से बीमारी की वजह से खामोश थे। अगर उनके पास आवाज होती तो शायद आखिरी दिनों में मौत ठन गई सरीखी कविता के जरिये ही अभिव्यक्ति करते.. कविता का अंश कुछ यूं है..
उत्तर प्रदेश के भदोही जिले के लोगों के जेहन में जिंदा है लोकतंत्र के महानायक अटल बिहारी वाजपेयी की 28 साल पुरानी यादें, जिस पर वक्त के थपेड़ों के साथ धूल जम गई थी, लेकिन कुरेदने के बाद वह तस्वीर साफ हो गई।
बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने आज अटल बिहारी वाजपेयी से जुड़ी यादों को साझा किया जहां दिवंगत वरिष्ठ नेता ने उन्हें छात्र आंदोलन से आगे बढ़कर मुख्यधारा की राजनीति में आने के लिए प्रेरित किया था।
स्मृति स्थल पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया गया पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का अंतिम संस्कार
राजकीय सम्मान के साथ अटल बिहारी वाजपेयी का पार्थिव शरीर पंचत्तव में विलीन
अटल की तारीफ करते हुए चीन ने कहा कि उन्होंने द्विपक्षीय संबंधों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की अस्थियां उनकी कर्मभूमि उत्तर प्रदेश के सभी जिलों की मुख्य नदियों में प्रवाहित की जाएंगी।
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को पीएम मोदी ने दी श्रद्धांजलि
अटल बिहारी वाजपेयी आज पंचतत्व में लीन हो गए।
मॉरीशस सरकार ने तय किया है कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के सम्मान में देश के सभी सरकारी भवनों में मॉरीशस और भारत के राष्ट्र ध्वज आज आधे झुके रहेंगे।
केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को संसदीय लोकतंत्र से निकला "उत्कृष्ट राजनेता" बताया।
हिंदुस्तानी सियासत के अमिट हस्ताक्षर एवं कालजयी स्तम्भ अटल बिहारी वाजपेयी आज पंचतत्व में विलीन हो गए। कृतज्ञ राष्ट्र ने अश्रुपूरित नेत्रों के साथ अपने इस महान नेता एवं पूर्व प्रधानमंत्री को अंतिम विदाई दी।
अलविदा अटल: पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जीवन से जुड़े अनसुने पहलू
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर अमेरिका में भारतवंशी समुदाय के लोगों और संस्थाओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी और उनके दूरदृष्टा नेतृत्व का स्मरण किया।
दिल्ली के स्मृति स्थल में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को दी गयी अंतिम विदाई (पार्ट -2)
अटल बिहारी वाजपेयी और उनके पिता कभी एक ही कक्षा में पढ़ते थे। बात हैरत की है और उस समय के शिक्षकों और अन्य छात्रों के लिए भी ये कौतूहल का विषय था।
दिल्ली के स्मृति स्थल में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को दी गयी अंतिम विदाई
बांग्लादेश में उन्हें बहुत सम्मान भरी नज़र से देखा जाता था। 1971 के बांग्लादेश मुक्ति संग्राम में अमूल्य योगदान के संदर्भ में बांग्लादेश सरकार ने उन्हें बांग्लादेश मुक्ति संग्राम सम्मान प्रदान किया था।
.जो दिख रहा है वो सच है...ये दिल जानता है...लेकिन मन हकीकत को मानने के लिए तैयार नहीं है...क्योंकि मेरे लिए अटल जी सिर्फ नेता नहीं थे.....मेरे लिए ...अभिभावक... टीचर... दोस्त...और सबसे बड़ी बात मागदर्शक थे.
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की शव यात्रा के दौरन भीड़ संग पैदल चले पीएम मोदी
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