आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने कहा कि 10 मिनट के अंदर ये डिलीवरी ब्वॉय ऑर्डर नहीं पहुंचाते हैं तो इनकी रेटिंग कम कर दी जाती है। इनकी रोजी रोटी पर हमेशा संकट बना रहता है।
दिल्ली पुलिस ने ऑनलाइन प्रोडक्टर खरीदने में की जा रही फ्रॉड गिरी का भंडाफोड़ किया है। दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनसे पूछताछ के बाद गिरोह के बाकी सदस्यों को भी गिरफ्तार किया जाएगा।
देहरादून में डॉक्टरों पर प्रसव के दौरान महिला के पेट में पट्टी छोड़ने का आरोप लगा है। इस घटना के सामने आने के बाद अधिकारियों ने एक समिति का गठन किया है और जांच के आदेश जारी किए गए हैं।
स्टेशन पर डॉक्टर और एंबुलेंस की सुविधा नहीं मिलने पर युवक ने अपनी डॉक्टर महिला मित्र को वीडियो कॉल कर रेलवे प्लेटफॉर्म पर ही महिला का सफलतापूर्वक प्रसव कराया।
सोशल मीडिया पर जोमैटो के एक ऐसे डिलीवरी बॉय की कहानी वायरल हुई है, जिसने अपना 'सबकुछ' खो दिया, लेकिन फिर भी दूसरों के प्रेरित करना जारी रखा। कभी इस शख्स की महीने की तनख्वाह सवा लाख रुपये हुआ करती थी, लेकिन एक हादसे ने इसके जीवन में सबकुछ बदल दिया।
पोर्टर ऐप लोगों के समान को एक जगह से दूसरे जगह तक पहुंचाने की सुविधा देता है। अगर आप अपना कोई समान कहीं पर छोड़ दिए हैं तो पोर्टर ऐप वहां से आपका समान कलेक्ट कर आपके एड्रेस पर पहुंचा देगा। आमतौर पर लोग घर शिफ्ट करने के वक्त पोर्टर ऐप का इस्तेमाल करते हैं। कभी-कभार वे अपना लंच बॉक्स मंगाने के लिए भी इस ऐप का इस्तेमाल कर
केरल सरकार चिकित्सा अधिकारी संघ ने बच्चे को जन्म देने के दौरान महिला की हुई मौत पर कड़ा विरोध जताया। महिला की मृत्यु अत्यधिक रक्तस्राव के कारण हुई थी।
महिला के सबसे बड़े बेटे साहिल ने बताया कि तीन बच्चों की मौत हो चुकी है। एक बच्चे को रिश्तेदार ने गोद ले लिया। वह फिलहाल नौ भाई बहन थे। अब एक और बहन घर आ गई है।
पीड़ित ने बताया कि वह दो बार पत्नी को लेकर अस्पताल आया था, लेकिन दोनों बार उसे लौटा दिया गया। रात में एक बजे जब दर्द बढ़ गया तो वह ठेले पर पत्नी को लेकर अस्पताल की तरफ भागा। रास्ते में ही डिलीवरी हो गई, लेकिन बच्चे की जान चली गई।
अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप ने अपने एक फैसले से गर्भवती महिलाओं को भारी मुश्किल में फंसा दिया है। अमेरिका के अस्पतालों में 20 फरवरी से पहले डिलीवरी करने की होड़ मच गई है।
मृतक महिला के परिजनों ने आरोप लगाया है कि अस्पताल में उसे जो रिंगर्स लैक्टेट दिया गया था, वह एक्सपायर हो चुका था। इसी वजह से महिला की मौत हुई है। राज्य स्वास्थ्य विभाग की टीम ने रिंगर्स लैक्टेट का सैंपल ले लिया है, जिसकी जांच की जाएगी।
सोशल मीडिया पर इस वक्त एक स्विगी डिलीवरी एजेंट का वीडियो खूब वायरल हो रहा है। जिसमें लड़की ने अपने जॉब के सबसे मुश्किल काम के बारे में बताया है। जिस पर लोगों का ध्यान जाते ही लोग अपनी-अपनी प्रतिक्रिया देने लगे।
अक्सर महिलाओं को डिलीवरी के बाद वजन घटाने में काफी ज्यादा चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। आइए जानते हैं कि यामी गौतम ने डिलीवरी के बाद जिस लड्डू को खाना शुरू किया है, वो वेट लॉस में कितना कारगर साबित हो सकता है।
सुरेश बाबू ने 1 नवंबर, 2023 को स्विगी से खाना ऑर्डर किया था। सुरेश के लोकेशन और रेस्टॉरेंट की दूरी 9.7 किमी थी, जिसे स्विगी ने बढ़ाकर 14 किमी कर दिया था। दूरी में बढ़ोतरी की वजह से सुरेश को स्विगी का मेंबरशिप होने के बावजूद 103 रुपये का डिलीवरी चार्ज देना पड़ा।
कई लोगों को अक्सर अपनी जिंदगी से कई शिकायतें रहती हैं। वहीं, कुछ लोग अपनी जिंदगी की छोटी-मोटी मुश्किलों के सामने हार मान लेते हैं और गलत कदम उठा लेते हैं। ऐसे में हमें इस वीडियो को देखकर यह सीख लेनी चाहिए कि हमें किसी भी परिस्थिति में बिल्कुल भी नहीं घबराना चाहिए बल्कि हमें हर परिस्थिति का डटकर सामना करना चाहिए।
21 साल के युवक ने फ्लिपकार्ट से मोबाइल फोन आर्डर किया था। पेमेंट में उसने कैश आन डिलीवरी का विकल्प चुना था। भरत नाम का डिलीवरी बॉय मोबाइल डिलीवर करने गजानन्द के घर गया, जिसके बाद वो लापता हो गया।
महिला ने डिलीवरी बॉय को कई बार फोन कॉल की और मैसेज भी किया। डिलीवरी बॉय ने कुछ उत्तर नहीं दिया। इसके बाद परेशान महिला ने पुलिस में इस पूरे मामले की जानकारी दी।
सोशल मीडिया पर हाल में ही एक स्विगी के डिलीवरी एजेंट का वीडियो वायरल हो रहा है। जो तेज बरसात के बीच कस्टमर का खाना पहुंचाने जा रहा है। वीडियो में वह एक ट्रैफिक लाइट पर खड़ा है और बारिश में भीग रहा है।
महिला का अप्रैल में औसा इलाका स्थित एक अस्पताल में ऑपरेशन से प्रसव हुआ और उसके बाद उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी गई, लेकिन वह पेट दर्द की शिकायत के बाद करीब तीन सप्ताह बाद अस्पताल गई। वह चार महीने तक पेट में दर्द की शिकायत करती रही
महिला ने बरौनी-समस्तीपुर रेलखंड पर डिब्रूगढ़-चंडीगढ़ एक्सप्रेस (15903) में बच्ची को जन्म दिया है। डॉ पायल मिश्रा के नेतृत्व में सफल डिलीवरी को अंजाम दिया गया।
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