शिवसेना उद्धव गुट के नेता संजय राऊत ने महाराष्ट्र में कैबिनेट विस्तार को लेकर सीएम शिंदे और डिप्टी सीएम अजित पवार पर बड़ा वार किया है। राउत ने कहा कि शिंदे और अजित को अब दिल्ली जाकर मुजरा करना पड़ता है।
महाराष्ट्र की सरकार में अजित पवार गुट के शामिल होने के बाद से सूबे में सियासी हलचल मची हुई है और अभी तक मंत्रालयों का बंटवारा नहीं हो पाया है।
शिंदे-फडणवीस सरकार में 2 जुलाई को अचानक से अजित पवार की एंट्री हुई। अजित पवार समेत 9 विधायकों को एनसीपी की तरफ से मंत्री बनाया गया था लेकिन अब तक अजित पवार और उनके साथ मंत्री बने नेताओं को विभाग यानी पोर्टफोलियो नहीं दिया गया है। वहीं, सरकार में भी तीनों खेमों में बेचैनी बनी हुई है।
शिंदे-फडणवीस सरकार में 9 दिनों पहले 2 जुलाई को अचानक से अजित पवार की एंट्री हुई। अजित पवार समेत 9 विधायकों को एनसीपी की तरफ से मंत्री बनाया गया था।
इस साल दो जुलाई को राकांपा में अजित पवार के नेतृत्व में बगावत हुई और वह उपमुख्यमंत्री के रूप में शिंदे सरकार में शामिल हो गए। राकांपा के आठ अन्य विधायकों ने शिंदे सरकार में मंत्री पद की शपथ ली।
महाराष्ट्र में सियासी हलचल थमने का नाम नहीं ले रही है। आदित्य ठाकरे ने अब सत्तापक्ष पर करारा तंज कसा है और दावा किया है कि सीएम शिंदे को इस्तीफा देने के लिए कहा गया है। देखें वीडियो-
महाराष्ट्र नव निर्माण सेना (MNS) के अध्यक्ष राज ठाकरे ने आज मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से मुलाकात की। इस मुलाकात को लेकर कई कयास लगाए जा रहे हैं।
संजय राउत ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर तंज कसते हुए कहा कि जब महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए सीटों का बंटवारा होगा तब एकनाथ शिंदे से चर्चा भी नहीं की जाएगी।
शिंदे गुट के नाराज विधायकों का कहना है कि हम पहले जहां थे वहीं अच्छे थे। मातोश्री से माफी मांगकर लौटना चाहते हैं। इस मामले पर अंतिम फैसला उद्धव ठाकरे को लेना है।
यह मीटिंग ऐसे समय पर की गई है जब शिंदे गुट के नेताओं द्वारा अजित पवार की एंट्री पर नाखुशी जाहिर की गई थी। बता दें कि इस मीटिंग से पूर्व अजित पवार पब्लिक मीटिंग में खुले मंच से मुख्यमंत्री बने की इच्छा जता चुके हैं।
महाराष्ट्र में बुधवार को चले एनसीपी के सियासी ड्रामे के बीच नाराज चल रहे शिंदे गुट ने अजीत पवार को हरी झंडी दे दी है। गुट ने कहा है कि शिंदे सीएम बने रहेंगे और जल्द कैबिनेट का विस्तार होगा।
महाराष्ट्र से बड़ी खबर सामने आ रही है कि सीएम एकनाथ शिंदे नाराज हैं क्योंकि एनसीपी को सरकार में शामिल किया गया। वह राष्ट्रपति के कार्यक्रम में भी शामिल नहीं हुए हैं और मुंबई वापस लौट आए हैं।
महाराष्ट्र में सियासी घमासान के बीच एनसीपी से बगावत करने वाले अजित पवार को डिप्टी सीएम बना दिया गया है लेकिन उनकी राह इतनी आसान नहीं। शिंदे गुट पवार गुट की इस मांग से नाराज है।
महाराष्ट्र के शिंदे सरकार में मंत्री गुलाबराव पाटिल ने बड़ा दावा किया है और कहा है कि अब कांग्रेस में भी बड़ी टूट होने वाली है, 17 विधायक पार्टी छोड़ेंगे।
इस वक्त महाराष्ट्र में जबरदस्त सियासी हलचल है। शरद पवार की राजनीति विसर्जित हो रही है। कुनबा बगावत करके पवार को छोड़ गया लेकिन पवार कहते हैं कि वह तीन महीने के भीतर पार्टी को फिर खड़ी कर देंगे।
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे आज ‘गुरु पूर्णिमा’ के अवसर पर शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे के स्मारक पर जाकर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित करेंगे। इससे पहले शरद पवार भी अपने राजनीतिक गुरु और पूर्व सीएम यशवंत राव चव्हाण को श्रद्धांजलि देने सतारा के कराड पहुंचे थे।
एक साल पहले शिवसेना में टूट हुई थी और अब राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की टूट ने राज्य की राजनीति में बड़ा उलटफेर हुआ है। इस प्रकरण के बाद आगामी लोकसभा चुनाव के लिए हालात काफी बदल गए हैं।
महाराष्ट्र की राजनीति में फिर बड़ा खेल हुआ है। इस बार एनसीपी के 30 विधायकों के साथ अजित पवार शिंदे सरकार में शामिल हो गए हैं। उन्हें सरकार में डिप्टी सीएम बनाया गया है।
ठाकरे परिवार के करीबी और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने एकनाथ शिंद की सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि जनता की सुनवाई नहीं हो रही है।
महाराष्ट्र सरकार के पूर्व मंत्री और उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे के करीबी नेता ने उनकी पार्टी को छोड़कर एकनाथ शिंदे की शिवसेना का दामन थाम लिया है।
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