सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले को लेकर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने प्रतिक्रिया दी है।
महाराष्ट्र के सियासी संकट पर आज सुप्रीम कोर्ट ने अपना फैसला सुनाया है। उद्धव गुट की अर्जी पर फैसला सुनाते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि अगर उद्धव ठाकरे ने खुद ही इस्तीफा नहीं दिया वो उन्हे बहाल कर सकते थे। अब कोर्ट के फैसले के बाद उद्धव ठाकरे ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।
कोर्ट ने शिंदे गुट को राहत देते हुए कहा कि महाराष्ट्र विधानसभा के स्पीकर अब विधायकों की अयोग्यता पर निर्णय दें। अब अगर स्पीकर शिंदे और बाकी 15 विधायकों अयोग्य करार कर देते हैं तो शिंदे सरकार गिर सकती है?
महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे समेत उनके 15 विधायकों की अयोग्यता को लेकर आज सुप्रीम फैसला आ गया है। सुप्रीम कोर्ट ने शिंदे गुट को ना तो झटका दिया है और ना ही फायदा। कोर्ट ने कहा कि शिंदे गुट के गोगवले को चीफ व्हिप नहीं बनाना असंवैधानिक था।
आजकल शादियों का आयोजन बेहद खर्चीला हो गया है। शादियों का खर्चा कई परिवारों को कर्जदार भी बना देता है। ऐसे में सादगीपूर्ण ढंग से सामूहिक विवाह सम्मेलन आयोजित करना अच्छी पहल है।
इससे पहले कोर्ट ने 9 दिनों तक दोनों पक्षों की और राज्यपाल कार्यालय की दलीलों को सुना था। इस दौरान उद्धव गुट ने एकनाथ शिंदे व उनकी गुट की बगावत और फिर सरकार बनाने को गैरकानूनी बताया।
महाराष्ट्र की राजनीति के लिए आज का दिन अहम है। आज यानी 11 मई को सुप्रीम कोर्ट शिवसेना विधायकों की अयोग्यता मामले पर अपना फैसला सुनाएगा। सबकी निगाहें इस पर टिकी हुई हैं।
उद्धव गुट कि तरफ से सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल करते हुए कहा गया था कि राज्यपाल के फ्लोर टेस्ट करने के आदेश को रद्द किया जाए। उद्धव गुट ने कहा था कि राज्यपाल का जून 2022 का फैसला लोकतंत्र के लिए खतरनाक है।
अटकलें हैं कि एनसीपी नेता अजित पवार बीजेपी में शामिल होंगे और उनके समर्थक उनके अगला सीएम बनने के समर्थन में होर्डिंग भी लगाए थे। इसे लेकर महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने प्रहार किया है।
महाराष्ट्र Apmc यानी कृषि बाजार समितियों के चुनाव में बीजेपी राज्य में भले ही नंबर बनकर उभरी हो पर महाविकास आघाडी की जीत ने बीजेपी और एकनाथ शिंदे को चिंता में डाल दिया है। जानकारी दे दें कि महाविकास अघाड़ी ने इस चुनाव में बड़ी जीत हासिल की है।
आदित्य ठाकरे ने कहा, 'महाराष्ट्र के रत्नागिरी में रिफाइनरी परियोजना एक विवादास्पद मुद्दा रहा है। यह एक ऐसा फ्लैशप्वाइंट है, जिस पर दोनों बीजेपी सरकारों ने लचीलेपन की जगह कठोरता और सहानुभूति की जगह अहंकार को चुना।'
महाराष्ट्र में बड़ा खेला होने वाला है, जल्द ही सीएम बदलने वाला है। ऐसा दावा किया है उद्धव ठाकरे गुट की शिवसेना ने। दावे में कहा गया है कि सीएम शिंदे अपने गांव गए हैं और यहां अब उनके पीठ पीछे यहां बहुत कुछ हो सकता है।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने रविवार को राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर निशाना साधते हुए कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि असली शिवसेना किसकी है, यह तय करने के लिए पाकिस्तान के प्रमाणपत्र की जरूरत है।
नवंबर 2019 में मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के बाद हमने सभी धर्मों के साथ समान व्यवहार किया। उन्होंने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि मैं महाविकास अघाड़ी गठबंधन कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के साथ हूं।
उद्धव ने कहा, 'राहुल गांधी ने अदानी पर जो सवाल पूछे, वो सही हैं। उसका जवाब कौन देगा। 8 साल में उनका मित्र दुनिया का दूसरा सबसे अमीर आदमी कैसे बना? उनकी सफलता की कहानी हमारे किसानों को भी बताएं, उनको भी फायदा होगा।'
उद्धव शिवसेना गुट के नेता संजय राउत ने बड़ा बयान दिया है। राउत ने कहा है कि शिंदे-फडणवीस सरकार का डेथ वारंट निकल चुका है, बस डेट का ऐलान होना बाकी है। जानिए और क्या कहा?
महाराष्ट्र सरकार के महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार प्रदान समारोह के दौरान 7 से 8 लोगों की मौत हो गई और करीब 25 लोगों की सन स्ट्रोक की वजह से तबीयत भी बिगड़ गई है। इनका इलाज किया जा रहा है। सीएम ने मरने वाले लोगों के परिजनों के लिए मुआवजे का ऐलान किया है।
संजय राउत ने महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे को लेकर बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा कि शिंदे को ईडी का डर सता रहा था इसलिए उन्होंने एमवीए गठबंधन तोड़ने की बात कही थी।
वीर सावरकर के अपमान के मुद्दे पर बीजेपी और एकनाथ शिंदे की सरकार गौरव यात्रा के जरिए कांग्रेस और ठाकरे सेना को आड़े हाथों ले रही है। इस विवाद को थामने के लिए कांग्रेस ने अब फैसला किया है कि सावरकर पर कोई बयान नहीं दिया जाएगा लेकिन शिंदे सरकार ने सावरकर पर एक नई चाल चल दी है।
एकनाथ शिंदे ने पिछले साल जून में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बनने के बाद रविवार को पहली बार अयोध्या की यात्रा की। शिंदे के साथ पार्टी के हजारों कार्यकर्ता भी अयोध्या पहुंचे थे। इसे लेकर कपिल सिब्बल ने हमला बोला है।
संपादक की पसंद