खनन उत्पादन भी आलोच्य महीने में 8 प्रतिशत गिरा, जबकि पिछले वित्त वर्ष के इसी महीने में इसमें 7.3 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी।
सूडान में एक फैक्ट्री के अंदर एलपीजी टैंकर में ब्लास्ट होने से 23 लोगों की मौत हो गई जिसमें 18 भारतीय भी शामिल हैं।
सरकार के देश में इलेक्ट्रिक वाहनों को गति देने पर जोर दिये जाने के बीच तीन इलेक्ट्रिक वाहन बैटरी विनिर्माता जल्दी ही तेलंगाना में 1500 करोड़ रुपये के निवेश से कारखाने लगा सकते हैं।
दिल्ली में सोमवार सुबह फिर भीषण आग की घटना सामने आई है। उत्तर-पश्चिमी दिल्ली के केशवपुरम इलाके में जूते बनाने की एक फैक्टरी में सोमवार सुबह भीषण आग लग गयी।
केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) के मुताबिक वित्त वर्ष 2018-19 में औद्योगिक वृद्धि दर 3.6 प्रतिशत रही। वित्त वर्ष में 2017-18 में यह आंकड़ा 4.4 प्रतिशत पर था।
गुजरात के खेड़ा जिले में खेड़ा धोलका हाइवे के पास डायमंड प्लाईवुड नाम की फेक्ट्री में अचानक आग लग गई।
नवंबर, 2018 के औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि दर के आंकड़ों को नीचे की ओर संशोधित कर 0.3 प्रतिशत कर दिया गया है।
विनिर्माण क्षेत्र विशेषरूप से उपभोक्ता और पूंजीगत सामान क्षेत्र का उत्पादन घटने से आईआईपी की वृद्धि दर काफी नीचे आ गई।
दिल्ली के मोतीनगर इलाके में बड़ा हादसा हुआ है। यहां पंखा बनाने वाले एक फैक्ट्री की छत गिरने से हड़कंप मच गया। इस हादसे में 7 लोगों की मौत की खबर है।
बिजनौर जिले के स्योहारा मे अवध चीनी मिल में बायलर के टूटने से उसकी चपेट में आए एक मजदूर की मौत हो गई। सोमवार तड़के हुए हादसे में तीन अन्य श्रमिक झुलस गये ।
तेलंगाना के रंगा रेड्डी जिले में आज सुबह एक भयंकर हादसा हो गया। यहां मौजूद एक साबुन की फैक्ट्री में मंगलवार सुबह भीषण आग लग गई।
तड़के सुबह करीब 4 बजे लगी लगी इस आग में यहां काम करने वाले 4 मजदूरों की मौत हो गई।
दिल्ली के उद्योग विहार क्षेत्र में एक जूता फैक्ट्री में भयंकर आग लग गई। आग की सूचना मिलते ही दमकल की 30 गाड़ियां मौके पर पहुंच कर आग बुझाने में जुटे हैं। आग लगते ही आसपास के इलाकों में अफरा-तफरी फैल गई है।
तमिलनाडु के विरुद्धनगर और सलेम जिले में शनिवार को पटाखा बनाने वाली दो फैक्टरियों में विस्फोट में चार लोगों की मौत हो गई और इतने ही लोग घायल हो गए।
पूंजीगत सामान उत्पादन में गिरावट तथा खनन गतिविधियां कमजोर पड़ने के कारण देश का औद्योगिक उत्पादन (आईआईपी) मार्च महीने में 4.4 प्रतिशत बढ़ा। औद्योगिक उत्पादन में पांच महीने में यह सबसे निम्न वृद्धि दर है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल के दौरान देश में फैक्ट्रियों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की तरफ से जारी आंकड़ों से यह जानकारी निकलकर आई है। आंकड़ों के मुताबिक प्रधानमंत्री मोदी के शुरुआती 2 साल यानि 2014-15 और 2015-16 के दौरान देश में फैक्ट्रियों की संख्या में 8 हजार से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई है
दिल्ली में क्रॉकरी बनाने वाली फैक्ट्री में भीषण आग, 2 लोगों की मौत
Eight people injured as fire breaks out in a factory in Palghar's Tarapur in Maharashtra
Major fire at factory and its warehouse in Mumbai
पेट्रोलियम रिफाइनरी और सीमेंट उत्पादन में जोरदार बढ़ोतरी से जनवरी महीने में बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर 6.7 प्रतिशत रही है। समीक्षाधीन महीने में इस्पात, बिजली और कोयला उत्पादन में गिरावट आई।
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