इजरायल हमास में करीब 2 साल तक चले युद्ध के बाद अब गाजा को फिर से बसाने का प्रयास तेज कर दिया गया है। इजरायली सेना की बमबारी में फिलहाल गाजा खंडहर में तब्दील हो चुका है। यहां की आबादी पलायन कर चुकी थी। अब वह फिर लौटने लगी है।
इजरायल-हमास में शुक्रवार की दोपहर से युद्धविराम लागू हो जाने के बाद गाजा के खंडहरों में उम्मीदों का नया सुबेरा हो गया है, जहां आशाओं के नए फूल खिलने लगे हैं। हजारों फिलिस्तीनी अपने घरों की ओर लौटने लगे हैं।
पीएम मोदी ने इजरायली प्रधानमंत्री से बात करने के बाद एक्स पर पोस्ट कर इसकी जानकारी दी। उन्होंने नेतन्याहू को गाजा शांति योजना के लिए बधाई दी। इस दौरान उन्होंने इस पर जोर दिया कि आतंकवाद किसी भी रूप में अस्वीकार्य है।
ट्रंप का 20 सूत्रीय प्लान गाजा क्षेत्र में स्थायी शांति, सुरक्षा, आर्थिक पुनर्निर्माण और मानवीय सहायता पर केंद्रित है, जो इज़रायल और फिलिस्तीनी दोनों पक्षों के लिए एक सुरक्षित और स्थिर भविष्य सुनिश्चित करने का प्रयास करता है।
ट्रंप की गाजा योजना को हमास द्वारा स्वीकार किए जाने के बाद इजरायली सेना ने गाजा पर हमले फिलहाल रोक दिए हैं। यह दावा इजरायल के एक अधिकारी ने नाम नहीं बताने की शर्त पर किया है। गाजा पर इजरायली हमले में अब तक 67000 से अधिक लोग मारे गए हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की तारीफ की है। उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट में लिखा-गाजा में शांति प्रयासों में निर्णायक प्रगति के लिए हम राष्ट्रपति ट्रम्प के नेतृत्व का स्वागत करते हैं। बंधकों की रिहाई के संकेत एक महत्वपूर्ण कदम हैं।
इजरायल ने गाजा शहर में अपने हमलों को तेज कर दिया है। सोमवार-मंगलवार की दरमियानी रात भी इजरायल ने गाजा में भारी बमबारी कर के तबाही मचा दी है। इन हमलों के बाद इजरायल के रक्षा मंत्री ने कहा है कि गाजा जल रहा है।
माल्टा और कनाडा ने भी फिलिस्तीन को सितंबर तक एक स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में मान्यता देने की घोषणा करके इजरायल को बड़ा झटका दिया है। इससे पहले फ्रांस और ब्रिटेन भी ऐसा ऐलान कर चुके हैं।
भारत ने गाजा युद्ध के चलते जारी मानवीय संकटों पर बड़ी चिंता जाहिर की है। इसके साथ ही गाजा में तत्काल पूर्ण युद्ध विराम किए जाने की मांग की है।
गाजा में राहत का इंतजार कर रहे लोगों पर फिर गोलाबारी होने से 85 फिलिस्तीनियों की मौत हो गई है। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया है कि रविवार को मारे गए लोग विभिन्न स्थानों पर राहत सामग्री का इंतज़ार कर रहे थे।
इजरायली सेना के हमले में गाजा का ऐतिहासिक शहर बेत हनून पूरी तरह जमींदोज हो गया है। रविवार को इजरायली रक्षा बलों ने इस शहर पर आखिरी एयर स्ट्राइक की। इसके बाद शहर में कोई भी इमारत खड़ी नहीं है। सब कुछ राख हो चुका है।
इजरायली सेना के हमले में भोजन लेने जा रहे 32 फिलिस्तीनियों की मौत हो गई। लोगों का आरोप है कि जानबूझकर इजरायली सेना फिलिस्तीनियों को मार रही है।
गाजा संघर्ष विराम की शर्तें नहीं मानने से इजरायली सेना और अधिक हमलावर हो गई है। शनिवार को रात भर गाजा पर किए गए इजरायली हमले में कम से कम 110 लोग मारे गए हैं। अलजजीरा टीवी के अनुसार इस हमले से गाजा में बड़ी तबाही हुई है।
इजरायली सेना ने गाजा पर महाविनाशकारी हमला किया है। इसमें हमास आतंकियों के कम से कम 250 ठिकानों को तबाह करने का दावा किया गया है। 28 लोगों की मौत हो गई है।
इजरायली सेना ने गाजा पर एक बड़ी एयरस्ट्राइक कर दी है। इसमें कम से कम 33 फिलिस्तीनी मारे गए हैं। यह हमला गाजा में अलग-अलग जगहों पर हमास के कमांड सेंटर को निशाना बनाकर किया गया।
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने भोजन लेने गए फिलिस्तीनियों पर गोली चलाने का आदेश देने संबंधी खबरों को सिरे से खारिज कर दिया है। उन्होंने इसे सफेद झूठ करार दिया है।
गाजा में इजरायली सेना ने बड़ा हमला किया है। इस हमले में कम से कम 72 फिलिस्तीनी मारे गए हैं। साथ ही बड़ी संख्या में लोग घायल हुए हैं।
अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने इस गोलीबारी की निंदा करते हुए तत्काल संघर्षविराम और मानवीय सहायता की मांग की है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आपात बैठक बुलाए जाने की संभावना जताई जा रही है।
इजराइली सेना के सैनिकों ने शिप में मौजूद सभी लोगों के फोन समुद्र में फिंकवा दिए हैं। शिप का रेडियो पहले ही जाम कर दिया गया था। ऐसे में शिप में मौजूद लोगों का संपर्क अन्य लोगों के साथ पूरी तरह खत्म हो चुका है।
इजरायली सेना ने रविवार को सुबह गाजा पर बहुत बड़ा हवाई हमला किया है। इस हमले में कम से कम 34 फिलिस्तीनियों के मारे जाने की खबर है। अलजजीरा की खबर के अनुसार इजरायली सेना का यह बेहद घातक हमला था। स्थानीय अस्पताल की ओर से लोगों की मौत की पुष्टि की गई है।
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