कोरोना की वैक्सीन आने में लगने वाले समय को देखते हुए बीमा पॉलिसी की अवधि बढ़ाने पर विचार किया जा रहा है। महामारी को देखते हुए कोरोना कवच नाम से 10 जुलाई को बीमा उत्पाद पेश किश गया था। पॉलिसी की मियाद साढ़े तीन महीने से लेकर साढ़े नौ महीने तक के लिये है। इसमें 5 लाख रुपये तक का बीमा लिया जा सकता है।
नियामक ने बीमा कंपनियों से इन फीचर्स से बीमा की कीमत पर पड़ने वाले प्रभाव का आकलन कर उसे आवेदन के समय ग्राहक के समक्ष स्पष्ट रूप से उल्लेख करने के लिए कहा है।
पूरे भारत में हर पांचवें व्यक्ति के पास होम इंश्योरेंस है जबकि राष्ट्रीय राजधानी में 35 प्रतिशत लोगों के पास होम इंश्योरेंस है।
यह प्रसूति खर्च उन क्षेत्रों में महिलाओं को दिया जाता है, जहां ईएसआईसी के तहत आने वाले अनिवार्य स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध नहीं हैं।
बीमा राशि 50,000 रुपये से लेकर 5 लाख रुपये तक और अवधि साढ़े 9 महीने तक होगी
443 रुपये से लेकर 1564 रुपये प्रति वर्ष के प्रीमियम पर मिलेगा कवर का विकल्प
कोरोना कवच बीमा नाम से पॉलिसी को पूरे देश में एक समान प्रीमियम पर पेश करने का निर्देश
कार चलाने के दौरान नियमों का पालन करने वालों को बोनस का भी प्रावधान
कोरोना संकट और लॉकडाउन की वजह से नौकरी जाने की संभावनाएं काफी बढ़ीं
पिछले एक महीने में कुछ टर्म प्लान 20 फीसदी तक महंगे हुए
2018-19 में एलआईसी की प्रीमियम आय 10.74 लाख करोड़ रुपये रही है
लॉकडाउन के वक्त सेवा दे रहे बैंक कर्मचारियों के लिए खास हेल्पलाइन औऱ डॉक्टरों की नियुक्ति भी
उद्योग जगत को पर्याप्त नकदी तथा कर्ज सहायता मुहैया कराने के लिए कामकाज को मंजूरी
इरडा ने बीमा कंपनियों को कोरोना वायरस से जुड़े मामलों को तेजी से निपटाने को कहा
पॉलिसी लेते वक्त जानकारी छुपाना घाटे का सौदा बन सकता है।
सरकार के मुताबिक दावों के निपटारे में तेजी के लिए योजना में किए गए बदलाव
कैबिनेट ने आज 3 सरकारी बीमा कंपनियों में 2500 करोड़ डालने के प्रस्ताव को सैद्धांतिक रूप से मंजूरी दे दी है
दोस्तों के लिए स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी को मिली मंजूरी एक पॉलिसी में कवर होंगे दोस्त
साधारण बीमा कंपनियों का प्रीमियम संग्रह दिसंबर महीने में 11.5 प्रतिशत बढ़कर 15,980.81 करोड़ रुपए पर पहुंच गया।
कोई बैंक कारोबार में विफलता की वजह से यदि बंद होता है तो उसमें धन जमा रखने वाले जमाकर्ताओं को बीमा सुरक्षा के तहत केवल एक लाख रुपए ही मिलेगा, भले ही उसने उससे ज्यादा पैसे जमा करा रखे हों।
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