Health Insurance: इंश्योरेंस रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट ऑथोरिटी ऑफ इंडिया द्वारा हेल्थ इंश्योरेंस को लेकर एक नया रूल 1 जनवरी से लागू किया जा रहा है। आइए जानते हैं विस्तार से...
इंश्योरेंस रेगुलेटर के मुताबिक, 34 सामान्य बीमा कंपनियां और 24 जीवन बीमा कंपनियां काम कर रही हैं। बीमा क्षेत्र बहुत बड़ा है और 15-20% की तेज रफ्तार से बढ़ रहा है।
Term Insurance काफी जरूर है। इसकी मदद से आप अपने परिवार को आर्थिक सुरक्षा प्रदान कर सकते हैं। इसका चुनाव करते समय कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए, जो कि हम इस आर्टिकल में बताने जा रहे हैं।
LIC Jeevan Umang Plan: एलआईसी का जीवन उमंग एक एक नॉन-लिंक्ड, पार्टिसिपेटिंग, लाइफ एश्योरेंस प्लान है। इसमें डेथ बेनिफिट्स के साथ प्रीमियम टर्म समाप्त होने के बाद सर्वाइवल बेनिफिट का लाभ मैच्योरिटी तक मिलता है।
Zero Dep Car Insurance: जीरो डेप कार इंश्योरेंस का फायदा यह है कि इसमें आपको अधिकतम कवरेज मिल जाता है और क्लेम के समय इंश्योरेंस कंपनियां डेप्रिसिएशन भी नहीं काटती है।
Insurance पॉलिसी खरीदने के बाद आपको उसे जल्द से जल्द एसेप्ट करा लेना चाहिए। जब तक आपका पॉलिसी प्रपोजल एसेप्ट नहीं होता, तब तक आपको पॉलिसी कवरेज का फायदा नहीं मिलेगा।
Car Insurance Claim: अगर आप अपनी गाड़ी का इंश्योरेंस क्लेम जल्दी से जल्दी पाना चाहते हैं तो एक्सीडेंट के बाद इसकी सूचना सबसे पहले आपको इंश्योरेंस कंपनी को देनी चाहिए। साथ ही कुछ टिप्स को फॉलो करें जो हम इस आर्टिकल में बताने जा रहे हैं।
Critical Illness Insurance एक ऐसा इंश्योरेंस प्लान होता है, जिसमें कैंसर, हार्ट अटैक या अन्य कोई गंभीर बीमारी होने पर कवर का फायदा दिया जाता है।
Travel Insurance विदेश यात्रा के समय काफी काम का होता है। ये यात्रा के दौरान हुए नुकसान में आपकी भरपाई करता है। इस कारण आपको ट्रैवल इंश्योरेंस लेते समय कुछ चीजों को जरूर कवर करना चाहिए, जो हम इस आर्टिकल में विस्तार से बताने जा रहे हैं।
ग्लोबल हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी युद्ध प्रभावित देशों के लिए कोई कवरेज न होने की अतिरिक्त शर्त के साथ आ सकती हैं। इंश्योरेंस कंपनी एक्टिव युद्ध क्षेत्र में आपके मेडिकल बिल को कवर करने से इनकार कर सकता है।
ज़ूनो जनरल इंश्योरेंस ने ज़ूनो ड्राइविंग कोशिएंट (Zuno Driving Quotient) पेश किया है, जो आपकी गाड़ी चलाने के तरीके को मापने का एक अनूठा तरीका है। कंपनी अच्छी ड्राइव करने वाले कस्टमर्स को अवॉर्ड देती है।
यह मान लेना कि हेल्थ इंश्योरेंस ही पर्याप्त है तो ऐसा नहीं होना चाहिए, क्योंकि वह हर तरह की बीमारी को कवर करने में सक्षम नहीं है।
क्लेम रिजेक्ट होने पर आपके पास उपभोक्ता अदालत सहित कई प्लेटफॉर्म हैं जहां आप अपने सभी डॉक्यूमेंट्स के साथ शिकायत दर्ज करा सकते हैं।
भारत में मौजूदा समय में 26 जेनरल इंश्योरेंस कंपनियां हैं, जिनमें से छह का स्वामित्व केंद्र सरकार के पास है।
layoff Period: अप्रेजल का महीना चल रहा है। कुछ कंपनियों में अप्रेजल का मेल आ गया होगा तो कहीं अभी आना बाकी है। इस बीच कई लोगों की नौकरी भी जा रही है। उनके लिए यह खबर संजीवनी की तरह है।
ट्रेन यात्रा के दौरान अगर कोई एक्सीडेंट होता है, तो रेलवे यात्री को हुए नुकसान की भरपाई बीमा कंपनी के द्वारा की जाती है। बता दें कि एक्सीडेंट में व्यक्ति को हुए नुकसान के मुताबिक ही बीमा की राशि दी जाती है।
इंश्योरेंस स्कोर की व्यवस्था आने से बीमा प्रीमियम की व्यवस्था पारदर्शी हो जाएगी। जिसका इंश्योरेंस स्कोर ज्यादा है, उसे कम प्रीमियम पर बीमा मिल सकेगा।
आर्थिक रूप से मजबूत रहने के लिए मैटरनिटी इंश्योरेंस का लाभ उठाया जा सकता है। इसलिए यहां जानिए मैटरनिटी इंश्योरेंस के बारे में।
आमतौर पर हम सब हेल्थ इंश्योरेंस लेने के बारे में सोचते हैं, लेकिन इससे जुड़ी बातों न जानने पर हम इसे लेने पर हाथ खींच लेते हैं। इसके साथ ही प्रतिस्पर्धा के इस युग में सही हेल्थ इंश्योरेंस का चुनाव करना भी जरूरी है, जिससे आगे आप परेशानी में न आये।
Insurance Premium: इंश्योरेंस खरीदने की सोच रहे ग्राहकों के लिए एक अच्छी खबर आई है। इंश्योरेंस रेगुलरेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (Irdai) ने बीमा कंपनियों को एक नया निर्देश जारी किया है। आइए पूरी खबर पढ़ते हैं।
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