लद्दाख पर चीन की टिप्पणी के बाद भारत ने कड़ा रुख अख्तियार कर लिया है। भारत ने साफ साफ कहा है कि चीन को भारत के आंतरिक मसलों में दखल देने का कोई अधिकार नहीं। उन्होंने कहा कि केन्द्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर और लद्दाख भारत के अभिन्न अंग थे, हैं और रहेंगे।
चीन की ओर से यह टिप्पणी अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ द्वारा दिए गए बयान के तीन दिन बाद आई है। पोम्पियो ने कहा था कि चीन ने भारत के खिलाफ वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर 60,000 सैनिकों को तैनात किया है।
भारत और चीन के बीच लद्दाख में सीमा विवाद को सुलझाने के लिए सोमवार को हुई कोर कमांडर स्तर की बातचीत बेनतीजा रही।
भारत और चीन की सेना के बीच एलएसी पर कल बैठक होने जा रही है। यह मीटिंग कल सुबह 9:30 बजे कोर कमांडर स्तर के अधिकारियों के बीच शुरु होगी। भारत की तरफ चुशूल में यह बैठक होने वाली है। इस बैठक का एजेंडा चाइना स्टडी ग्रुप ने तैयार किया है।
पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर तनाव के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की आगामी 17 नवंबर को ब्रिक्स की बैठक में आमने-सामने हो सकते हैं।
क्या चीन ने तिब्बत में भारतीय वायुसेना का फाइटर जेट सुखोई-30 एमकेआई मार गिराया है। जानिए इसकी पूरी सच्चाई।
भारत और चीन ने बुधवार को वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर सैनिकों के पीछे हटने के लिए अपनी सेनाओं के वरिष्ठ कमांडरों के बीच एक बैठक आयोजित करने पर सहमति जताई है। दोनों देशों की सेनाएं एलएसी के पास इस साल जून महीने से आमने-सामने हैं।
भारत-चीन सीमा विवाद को सुलझाने के लिए कई द्विपक्षीय समझौते हुए, जिसमें दोनों पक्षों ने एलएसी को लेकर आम सहमति बनाने के लिए स्पष्टीकरण और पुष्टि के लिए प्रतिबद्धता जताई है।
लद्दाख की धरती रविवार को एक बार फिर भूकंप के झटकों से हिल गई। रिपोर्ट्स के मुताबिक, रविवार की रात लेह में 5.1 तीव्रता का भूकंप आया।
लेह में एकबार फिर भूकंप के झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 3.7 मापी गई है।
रूस की राजधानी मॉस्को में हुई मुलाकात के बाद गुरुवार को भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर और चीन के विदेश मंत्री वांग यी एक बार फिर आमने-सामने थे।
देश के नवीनतम फाइटर जेट्स, ओमनी-रोल राफल्स, ने अब LAC में चीन के साथ चल रहे तनाव के बीच लद्दाख के ऊपर आसमान में उड़ना शुरू कर दिया है।
सेना की तरफ से कहा गया है कि दोनो तरफ के नेताओं के बीच तनाव कम करने को लेकर जो जरूरी सहमति बनी है उसे लागू करने को लेकर भी कमांडर स्तर की बैठक में बात हुई है
इंडिया टीवी को मिली जानकारी के मुताबिक हम आपको बता दें कि भारत और चीन दोनों यह चाहते है कि डिसएंगेजमेंट हो लेकिन चीन अपनी रट पर लगा हुआ है। चीन पेंगोंग सो के फिंगर चार को छोड़ना नहीं चाहता और वो केवल चुशूल से लेकर मुखपारी, Hunan coast , Rechen La की बात कर रहा है।
भारत और चीन ने पूर्वी लद्दाख में सीमा विवाद सुलझाने के लिए मोल्डो में 14 घंटे लंबी कूटनीतिक-सैन्य वार्ता की। दोनों देशों के प्रतिनिधियों के बीच हुई वार्ता, विचार-विमर्श का विवरण अभी तक जारी नहीं किया गया है।
चीन से वास्तविक नियंत्रण रेखा के इलाकों में लद्दाख के बर्फीले हिस्सों और पहाड़ी इलाकों में गश्त करने में भारतीय सेना अब खास बैक्ट्रियन कैमल का इस्तेमाल करेगी।
Corps Commander Level Meeting: भारत-चीन के बीच कोर कमांडर स्तर की वार्ता के दौरान पहली बार विदेश मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के भारतीय प्रतिनिधिमंडल में शामिल हुए हैं।
भारत-चीन के बीच कोर कमांडर स्तर की छठे दौर की वार्ता शुरू हो गई है। सुबह 9 बजे यह बैठक शुरू हुई है और बैठक में भारत की तरफ से 12 सदस्यों का दल भाग ले रहा है
सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) निमू-दारचा-लेह को जोड़ने वाले नए राजमार्ग के निर्माण के हिस्से के रूप में सटीक ब्लास्टिंग के लिए रॉक ब्लास्टिंग तकनीक का उपयोग कर रहा है।
भारतीय सेना और चाइनीज आर्मी के बीच खूनी झड़प का यह वीडियो चीन के एक अखबार ने डाला है। यह चीन से लेकर पूरी दुनिया में यह जबरदस्त वायरल हो रहा है। पहाड़ी घाटी की पथरीली जमीन पर भारत और चीन के सैनिक लाठी-डंडे से लड़ रहे हैं।
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