हिमाचल प्रदेश के स्पिति में स्थित ग्यू गांव में पहली बार मोबाइल नेटवर्क पहुंचा है। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ग्यू गांव के लोगों से फोन पर बातचीत की है। मोबाइल नेटवर्क से जुड़ने के बाद ग्रामीणों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा।
अमेरिका में मोबाइल फोन सेवा ठप होने से हड़कंप मच गया। कई जगह नेटवर्क न होने की वजह से मोबाइल फोन ने काम करना बंद कर दिया। इसके पीछे चीन के साइबर हमले का शक भी जताया गया।
अयोध्या के हवाई अड्डे, रेलवे स्टेशन, बस अड्डा, प्रमुख ऐतिहासिक क्षेत्रों, होटलों और शहर के दूसरे सभी महत्वपूर्ण स्थानों पर अपने नेटवर्क को पहले के मुकाबले ज्यादा मजबूत किया है।
5G के दौर में भी कई बार हमें मोबाइल में बार बार नेटवर्क जाने की समस्या का सामना करना पड़ता है। नेटवर्क जाने पर कई बार लोग सोचते हैं कि स्मार्टफोन खराब है लेकिन ऐसा जरूरी नहीं है। कई ऐसे तरीके हैं जिनकी मदद से आप अपने आप से ही कुछ सेकंड में मोबाइल नेटवर्क की समस्या को ठीक कर सकते हैं।
मोबाइल टावरों से निकलने वाले रेडिएशन का हमारे स्वास्थ्य पर कितना असर पड़ता है? इसको लेकर अलग-अलग राय है। कुछ एक्सपर्ट इसे हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक बताते हैं तो कुछ इस बात से इनकार करते हैं कि इससे मानव जीवन पर कोई असर पड़ता है। एक रिपोर्ट में नई जानकारी सामने आई है।
5G Service: एक तरफ भारत में 5 जी सेवा शुरू करने की तैयारी चल रही है। वहीं दूसरी तरफ चीन ने 19 लाख से अधिक 5 जी के बेस स्टेशन खोल दिए हैं। चीनी राजकीय उद्योग और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय से मिली खबर के अनुसार अब चीन में 19 लाख 68 हजार 5जी बेस स्टेशन खोले गए।
जब एक अवैध बूस्टर लगाया जाता है, तो मौजूदा नेटवर्क में बाधा पहुंचाती है और इस कॉल ड्राप की समस्या आती है।
दूरसंचार विभाग (डीओटी) चीनी दूरसंचार दिग्गज हुआवेई को आगामी 5जी स्पेक्ट्रम आधारित फील्ड परीक्षण के लिए पहले गृह मंत्रालय और प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के साथ परामर्श करेगा और उसके बाद ही मंजूरी देगा।
ओडिशा के तट से फोनी चक्रवात गुजर जाने के चार दिन बाद पुरी में लैंडलाइन फोन सेवा बहाल कर दी गयी है जबकि मोबाइल नेटवर्क पूरी तरह चालू नहीं हो पाया है तथा उसे एवं इंटनेट सेवा को पूरी तरह बहाल करने की कोशिश की जा रही है।
देश में एक तरफ जहां डिजिटल इंडिया की चर्चा जोर-शोर से चल रही है और इस पर जोर दिया जा रहा है वहीं दूसरी तरफ कई गांवों में बिजली, मोबाइल नेटवर्क जैसी सुविधाएं उपलब्ध नहीं है। रविवार को केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल भी इस समस्या से वाकिफ
भारत तेजी से उभरते कार बाजार के बाद मोबाइल कनेक्शन के मामले में भी दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा देश है। वहीं पहले पायदान पर चीन है।
खुद सरकार ने यह माना है कि देशभर में अभी भी 50,000 गांव ऐसे हैं, जहां मोबाइल नेटवर्क नहीं पहुंचा है। ऐसे में भारत को लेस कैश अर्थव्यवस्था बनाना मुश्किल।
देशभर में वाईफाई को बढ़ावा देने के लिए टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (ट्राई) हाई स्पीड इंटरनेट टैरिफ में भारी कटौती की योजना बना रहा है।
संपादक की पसंद
लेटेस्ट न्यूज़