उत्तराखंड की शांत पहाड़ियों में उस समय सनसनी फैल गई जब पिथौरागढ़ में एक व्हाट्सएप्प ग्रुप में देश की रक्षा मंत्री निर्मला सीतारामन को जान से मार देने की धमकी का मैसेज वायरल हुआ।
उत्तराखंड के ऊधम सिंह नगर जिले में एनएच-74 चौड़ीकरण के मुआवज़ा घोटाले में एसआईटी की जांच रिपोर्ट मिलने पर देहरादून में तैनात दो आईएएस अधिकारी डा० पंकज पांडेय और चंद्रेश यादव को निलंबित कर दिया गया।
इसकी पत्नी खोई नहीं है, ना ही किसी ने किनडैप किया है। नसीम की मानें तो इसके दोस्त ने इसकी बीवी को उधार लिया था। जी हां उधार लेकिन अब वो उसे लौटा नहीं रहा है।
पुलिसिया सिस्टम को पटरी पर लाने के बाद उन्होंने नशे के खिलाफ अपना अभियान चलाया। उनका मानना है कि जिले में संगीन अपराध पनपने की असली वजह नशा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार बच्चियों के प्रति बढ़ रहे अपराधों से चिंतित है। इसके लिये सख्त कानून की ज़रुरत है। राज्य सरकार जल्द ही नाबालिग बच्चियों से रेप के मामले में आरोपियों को फ़ासी देने का कानून बनाने जा रही है। इससे ऐसी घटनाये रोकने में कामयाबी मिलेगी।
जिलाअधिकारी रंजना राजगुरु ने खबर इंडिया टीवी को बताया कि जिले में नुक्सान का आकलन कराया जा रहा है। साथ ही आपदा प्रबंधन विभाग राहत और बचाव के कार्यो में लगा हुआ है। राहत में खाद्यान्न की कमी न हो इसके लिये गोदामों में पर्याप्त खाद्यान्न और ज़रूरी दैनिक चीजों की व्यवस्था कर दी गई है।
दुनिया की सबसे ऊँची माउंट एवरेस्ट को फतह करने के लिये बीएसएफ ने इस बार भी लवराज धर्मशक्तू को चुना। उन्होंने अपने दल के साथ 30 मार्च 2018 को भारत से नेपाल के लिए कूच किया था।
इस घोटाले का तत्कालीन कुमाऊं मंडल आयुक्त डी. सेंथिल ने पर्दाफ़ाश किया था। अनुपूरक रिपोर्ट में आयुक्त ने बाजपुर के तत्कालीन एसडीएम तीरथ पाल के खिलाफ कार्यवाही की संस्तुति की थी। लेकिन यह रिपोर्ट काफी समय तक दबी रही थी। इस बीच तीरथ पाल का प्रमोशन मिल गया और उन्हें रुद्रप्रयाग के अपर जिला मजिस्ट्रेट के पद पर तैनात कर दिया गया।
उत्तराखंड राज्य के आंगनवाड़ी केन्द्रो के माध्यम से टेकहोम राशन योजना के अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्रों में कुपोषित, गर्भवती और नवजात बच्चों को पुष्टाहार खाद्यान के पैकेट दिये जाते है।
सीमा सुरक्षा बल (BSF) के असिस्टेंट कमांडेंट लवराज ने दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट पर सातवीं बार तिरंगा फहरा कर एक नया रिकॉर्ड बनाया है।
इस संयुक्त सैन्य अभ्यास को सूर्य किरण नाम दिया गया है।
माओवादी उत्तराखंड जोनल कमेटी के सक्रिय सदस्य थे।
इंसान की किस्मत कब धोखा दे जाये कोई नहीं जानता। करोड़पति से रोटी रोज़ी के लिये मोहताज़ हुए अहमदाबाद के बड़े इंडस्ट्रियलों में शुमार संतोख सिंह बुमराह के साथ ऐसा ही हुआ है। यह कोई और नहीं भारतीय क्रिकेट टीम के तेज़ गेंदबाज़ करोड़पति क्रिकेटर जसप्रीत बुमराह क
दिल्ली: अब भले ही वो सूबे की कमान न संभल रहे हो,लेकिन सूबे के पूर्व मुखिया रहने का पूरा लाभ उठा रहे है। जी हम बात कर रहे है उत्तराखंड की जहाँ 15 साल में
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