शनिवार (15 अप्रैल ) की रात को अतीक और अशरफ की उस वक्त गोली मारकर हत्या कर दी गई थी जब उन्हें मेडिकल के लिए प्रयागराज की केल्विन अस्पताल में लाया गया था। जिस वक्त दोनों की हत्या हुई उस वक्त वे पुलिस हिरासत में थे। उमेश पाल हत्याकांड को लेकर पुलिस दोनों से पूछताछ कर रही थी।
माफिया डॉन अतीक अहमद की हत्या के बाद एक और बड़ी खबर ये है कि पुलिस को उनकी पत्नी शाइस्ता परवीन की लोकेशन मिल गई है। पुलिस इसके लिए सर्च ऑपरेशन चला रही है और जल्द ही शाइस्ता गिरफ्तार हो सकती है।
अतीक अहमद की हत्या के बाद प्रयागराज से एक और बड़ी खबर सामने आई है। अतीक अहमद के वकील दयाशंकर मिश्र की गली में बम फेंका गया है। इस बमबाजी की घटना में किसी भी तरह के नुकान की खबर नहीं है।
अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। ये खुलासा अतीक और उसके भाई पर गोलियां बरसाने वाले तीनों हमलावरों ने पूछताछ में किया है।
CJM कोर्ट ने अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ को 17 अप्रैल तक रिमांड में दिया था लेकिन उससे पहले ही दोनों की हत्या हो गई इसलिए पुलिस ने पूरे मामले की जानकारी और एफआईआर कोर्ट को सौंपी है।
शनिवार रात अतीक अहमद और अशरफ को प्रयागराज में मेडिकल कॉलेज के पास मेडिकल के लिए ले जाया जा रहा था। इसी दौरान अतीक और अशरफ मीडिया से बात कर रहे थे। तभी नकली मीडियाकर्मी बनकर पहुंचे हमलावरों ने अतीक के सिर के पास गन सटाकर गोली मार दी।
पूर्व IG राजेश पांडेय ने कहा कि प्रयागराज में हुए उमेश पाल हत्याकांड के बाद प्रदेश सरकार और पुलिस ने उसपर शिकंजा कसना शुरू कर दिया था। इस मामले में पुलिस जैसी कार्रवाई कर रही थी, उसी तय था कि दोनों भाइयों का मिट्टी में मिलना तय है।
प्रयागराज से पहले माफिया अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन को बसपा ने अपना उम्मीदवार बनाया था लेकिन उमेश पाल हत्याकांड में नाम आने के बाद बसपा ने शाइस्ता का टिकट काट दिया था।
अतीक अहमद का बेटा अली इन हमलावरों का विरोध कर रहा था और मारने की धमकी दे रहा था। हमलावरों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उन्हें प्रतापगढ़ जेल शिफ्ट किया गया है। खबर ये भी है कि अली रो रहा है और चिल्ला रहा है।
बाबा बागेशर ने ट्वीट के जरिए अपने भक्तों को संदेश दिया कि प्रदेश में धारा 144 लागू होने के चलते उत्तर प्रदेश में वर्तमान में जो स्थिति निर्मित हुई है। प्रत्येक व्यासपीठ को और आचार्यो का भी कर्तव्य है की समूचे विश्व कल्याण के हित के लिए सोचना और विचार करना चाहिए।
माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या को लेकर बड़ी बात सामने आई है। शूटरों ने अतीक को आठ गोलियां दागी थीं, तो वहीं अशरफ को 5 गोलियां मारी गईं थीं।
हमलावरों ने 15 अप्रैल की तारीख चुनी जब अतीक और अशरफ दोनों को पुलिस कस्टडी में रूटीन मेडिकल जांच के लिए ले जाया जाना था। शनिवार (15 अप्रैल) देर रात अतीक और अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी गई।
4 दशक पहले प्रयागराज के जिस चकिया से अतीक ने अपनी दहशत की धाक जमानी शुरू की आज अतीक अहमद वहीं सुपुर्द-ए-खाक हो गया। अतीक की दहशत खत्म हो गई है।
अतीक ने पुलिस को बताया था, “आईएसआई और आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के लोग मेरे यहां आते-जाते थे और इन लोगों से आपस में की गई बात से ये जानकारी प्राप्त हुई थी कि ये लोग देश में कोई बड़ी वारदात करना चाह रहे हैं।'
अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ पर हमला करने वालों की तस्वीर समेत पूरी कुंडली सामने आ गई है। हमलावरों की उम्र महज 18 साल, 22 साल और 23 साल है। मोहित उर्फ सनी एक पेशेवर अपराधी है। उस पर 14 मुकदमे दर्ज हैं।
अतीक अहमद की पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आ गए हैं। इसमें पता लग गया है कि अतीक को कितनी गोलियां लगीं। गौरतलब है कि यूपी के प्रयागराज में शनिवार रात को अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या कर दी गई थी।
अतीक अहमद के हत्यारे लवलेश तिवारी का एक रील सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। यह रील अतीक को गोली मारने से ठीक कुछ समय पहले का है।
यूपी के प्रयागराज में शनिवार रात हुए अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या से हड़कंप मचा हुआ है। इस मामले में 3 सदस्यीय न्यायिक जांच कमेटी 2 महीने में यूपी सरकार को रिपोर्ट देगी। समिति की अध्यक्षता इलाहाबाद हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज अरविंद कुमार त्रिपाठी करेंगे।
अतीक अहमद के रिश्तेदार उसके और उसके परिवार के साथ किसी भी तरह के संबंध को स्वीकार करने से डरते हैं। यहां तक कि ग्रेट डेन नस्ल के उसके तीन कुते जिनमें से दो भूख के कारण मर गए और एक पशु आश्रय गृह की दया पर हैं।
प्रयागराज के माफिया अतीक अहमद के 44 साल के आतंक का अंत हो चुका है। कल रात तीन शूटर्स ने अतीक और उसके भाई अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी। इस सनसनीखेज़ डबल मर्डर के बाद प्रयागराज पुलिस सवालों के घेरे में है, विपक्ष योगी सरकार के लॉ एंड ऑर्डर पर सवाल उठा रहा है।
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