पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में इन दिनों हलचलें तेज हो गई हैं। पीओके के लोगों ने पाकिस्तानी सेना और सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। साथ ही हाथों में तिरंगा लिए उन्होंने भारत में विलय की मांग करना शुरू कर दिया है। मगर ऐसे क्यों है?
अपनी मांगों के लिए प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों ने शनिवार को पुंछ-कोटली रोड पर एक मजिस्ट्रेट की कार समेत कई वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया। इसके अलावा पूरे क्षेत्र में बाजार, व्यापार केंद्र, कार्यालय, स्कूल और रेस्तरां बंद रहे। पीओके के विभिन्न स्थानों में हिंसा होने के बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर कार्रवाई की।
पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में लोग सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतर आए है। लोग आटे और बिजली की बढ़ती कीमतों से परेशान हैं। हिंसक झड़प में अब तक 100 से अधिक लोग घायल हुए हैं।
अमेरिका में फलस्तीन समर्थक छात्र अब भी विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। फलस्तीन समर्थक छात्रों के विरोध प्रदर्शन का कोई व्यापक असर देखने को नहीं मिल रहा है। विरोध की छिटपुट घटनाएं ही सामने आ रही हैं।
महंगाई के विरोध में पीओके की राजधानी मुजफ्फराबाद में लोग सड़क पर उतर आए हैं। इस दौरान हिंसक झड़पें भी हुई हैं। झड़पों में 100 से अधिक लोग घायल हुए हैं।
पाक अधिकृत कश्मीर में लोग महंगाई से त्रस्त हैं। बढ़ती महंगाई ने आम लोगों की कमर तोड़कर रख दी है। महंगाई के विरोध में पीओके की राजधानी मुजफ्फराबाद में लोग सड़क पर उतर आए हैं।
अमेरिका में फलस्तीन समर्थकों के विरोध प्रदर्शन पर पुलिस सख्त है। पुलिस की सख्त के चलते प्रदर्शनकारियों के तंबू उखड़ने लगे हैं। अब तक पुलिस ने विरोध प्रदर्शन में शामिल 2500 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है।
अमेरिका में फलस्तीन समर्थकों के विरोध प्रदर्शन पर पुलिस सख्त एक्शन ले रही है। पुलिस के एक्शन की वजह से अब छात्रों के तंबू उखड़ने लगे हैं। अब तक पुलिस ने विरोध प्रदर्शन में शामिल 2600 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है।
भारत के लिए आने वाले पांच साल बेहद अहम साबित होंगे। भारत के आने वाले समय को लेकर सुप्रीम कोर्ट के जाने-माने वकील जे साई दीपक ने अपनी बेबाक राय रखी है। उन्होंने कहा कि भारत में लोगों के भीतर आर्थिक विकास की भूख है।
फलस्तीन समर्थकों का विरोध प्रदर्शन अमेरिका में मंद पड़ता जा रहा है। पुलिस के सख्त एक्शन की वजह से अब छात्रों के तंबू उखड़ने लगे हैं। अब तक पुलिस ने विरोध प्रदर्शन में शामिल 2,500 लोगों को गिरफ्तार किया है।
अमेरिका में छात्रों पर पुलिस ने सख्ती शुरू कर दी है। पुलिस ने फलस्तीन समर्थक छात्रों को गिरफ्तार किया है। इस बीच अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भी कहा है कि लोकतंत्र के लिए असहमति जरूरी है, लेकिन असहमति जताते वक्त अव्यवस्था नहीं होनी चाहिए।
इजराइल और हमास के बीच जारी जंग का विरोध अमेरिका के तमाम विश्वविद्यालयों में बढ़ता जा रहा है। इस बीच फिलिस्तीन समर्थक छात्रों छात्रों के बढ़ते विरोध प्रदर्शन के लेकर अमेरिकी रष्ट्रपति जो बाइडन ने बड़ी बात कही है।
स्कूल के एक छात्र ने कहा कि जब उन्होंने गोलियों की आवाजें सुनीं तब उसकी कक्षा के छात्र स्कूल के जिम में स्केटिंग का अभ्यास कर रहे थे। कौल ने बताया कि चिंतित अभिभावक घंटों तक बस डिपो पर अपने बच्चों का इंतजार करते रहे। उन्होंने कहा कि कानून लागू करने वाली एजेंसी खतरे को लेकर लगातार चिंतित थी।
अमेरिका में फिलिस्तीन समर्थकों ने अपने भारी विरोध प्रदर्शन को तेज कर दिया है। इससे ज्यादातर अमेरिकी कालेजों और विश्वविद्यालयों में हिंसा शुरू हो गई है। पुलिस के साथ प्रदर्शनकारियों की झड़पें हो रही हैं। छात्रों के अलावा बाहरी प्रदर्शनकारी भी छात्र के रूप में इजरायल विरोधी प्रोटेस्ट में शामिल हो गए हैं।
इजराइल और हमास के बीच जारी जंग का विरोध अमेरिका के तमाम विश्वविद्यालयों में देखने को मिल रहा है। इस बीच इजराइल और फलस्तीन समर्थक प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हुई है।
इजराइल और हमास के बीच जारी जंग जारी है। जंग को लेकर अमेरिका में छात्रों का विरोध-प्रदर्शन तेज हो गया है। अब इस बात की आशंका भी जताई जा रही है कि छात्रों के विरोध प्रदर्शन में बाहरी लोग भी शामिल हो गए हैं।
पाकिस्तान में किसानों के साथ किस तरह का सलूक किया जाता है यह पंजाब में हुई घटना से साफ हो गया है। यहां पुलिस ने किसानों पर लाठीचार्ज करते हुए उन्हें गिरफ्तार कर लिया है।
इजराइल और हमास के बीच जारी जंग जारी है। अमेरिका छात्रों का विरोध-प्रदर्शन तेज हो गया है। इस बीच भारतीय मूल की छात्रा को फिलस्तीन समर्थक विरोध प्रदर्शन के दौरान गिरफ्तार किया गया है।
मिजोरम लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित परीक्षाओं में कथित अनियमितताओं के आरोप लगने और राज्य के शीर्ष छात्र संगठन ‘मिजो जिरलाई पावल’ द्वारा प्रदर्शन किए जाने के बाद जांच के आदेश दे दिए गए हैं।
एक तरफ जहां इजराइल और हमास के बीच जंग जारी है तो वहीं अमेरिका में फलस्तीन समर्थकों ने जोरदार प्रदर्शन किया है। प्रदर्शनकारियों की वजह से आम लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा है।
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