जाते-जाते मानसून निराश करने वाला है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, मानसून सीजन के महत्वपूर्ण महीने जून से सितंबर के आखिरी दो महीनों के दौरान देश में औसत बारिश होने की संभावना है।
लगातार हो रही बारिश के बाद आपदा प्रबंधन विभाग से सतर्क रहने के लिए कहा गया है। मौसम विभाग ने अगले 72 घंटों में और ज्यादा बारिश होने का अनुमान जताया है।
भारतीय मौसम विभाग ने मध्य भारत में भारी बरसात के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। सोमवार को मौसम विभाग की तरफ से जारी किए गए रेड अलर्ट के मुताबिक 23 जुलाई को पूर्वी राजस्थान, पूर्वी और पश्चिमी मध्य प्रदेश और विदर्भ में कुछेक जगहों पर बहुत भारी से अत्याधिक बरसात होने की आशंका है। पूर्वी राजस्थान और पश्चिमी मध्य प्रदेश में इस तरह के हालात 24 जुलाई को भी रह सकते हैं।
तीन दिनों के भीतर ये दूसरी बार है जब मिंटो रोड पर इस पुल के नीचे डीटीसी की बस फंसी है।
मुंबई में इस बार सबसे ज्यादा बारिश रिकॉर्ड की गई है। इस वजह से स्कूल और कॉलेजों को बंद करना पड़ा। मौसम विभाग ने बताया कि 13 जुलाई के आसपास बंगाल की खाड़ी के उत्तर में कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है...
हिमाचल प्रदेश के अधिकांश भागों में लगातार भारी बारिश हो रही है और पिछले 68 सालों में शिमला में एक दिन में सबसे अधिक बारिश दर्ज की गई है।
पुलिस ने बताया कि आसिफ अहमद मलिक नाम का यह 18 वर्षीय किशोर आलूचीबाग के नजदीक बाढ़ के पानी से कुत्ते को बचाने का प्रयास कर रहा था तभी यह घटना हुई...
Monsoon Update: मानसून आखिरकार देश की राजधानी दिल्ली में भी पहुंच गया है, भारतीय मौसम विभाग की तरफ से जारी की गई जानकारी के मुताबिक दक्षिण पश्चिम मानसून पूरे हरियाणा, दिल्ली और चंडीगढ़ में पहुंच चुका है, इसके अलावा गुजरात और राजस्थान के भी ज्यादातर हिस्सों में मानसून की बरसात हो चुकी है।
देश की राजधानी दिल्ली में बुधवार को लंबे समय के बाद हल्की बारिश हुई है और इस हफ्ते के अंत तक और भी जोरदार बरसात की संभावना है क्योंकि अगले 24-48 घंटे में मानसून दिल्ली पहुंच सकता है। मौसम का आंकलन करने वाली निजी संस्था स्काइमेट के प्रधान मौसम वैज्ञानिक महेश पलावत ने बताया कि थमने के बाद अब फिर से मानसून बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है और 28 या 29 जून को दिल्ली में दाखिल हो जाएगा।
अबतक बीते मानसून सीजन के दौरान देशभर में भले ही सामान्य बरसात हुई हो लेकिन मानसून के रुकने की वजह से कुछेक राज्यों में बारिश की भारी कमी देखी जा रही है जिस वजह से उन राज्यों में खरीफ की बुआई बुरी तरह से प्रभावित हो रही है। भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक अबतक बीते मानसून सीजन के दौरान गुजरात, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में बारिश की भारी कमी देखी जा रही है
भारतीय मौसम विभाग (IMD) की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक मानसून सीजन के शुरुआती 10 दिन यानि पहली से 10 जून के दौरान देश में औसत के मुकाबले 15 प्रतिशत अधिक बरसात हुई है, इस दौरान देशभर में औसतन 41.7 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है जबकि सामान्य तौर पर 36.2 मिलीमीटर बारिश होती है
इस साल पूरे मानसून सीजन में भले ही सामान्य बरसात होने का अनुमान जारी किया गया हो लेकिन अबतक बीते सीजन में औसत के मुकाबले 9 प्रतिशत कम बरसात दर्ज की गई है। मौसम विभाग की तरफ से जारी किए गए बारिश के आंकड़ों के मुताबिक पहली जून से लेकर 5 जून तक देशभर में औसतन 14.2 मिलीमीटर बरसात हुई है जबकि सामान्य तौर पर इस दौरान औसतन 15.6 मिलीमीटर बारिश होती है
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ सहित राज्य के 13 जिलों में अगले 24 घंटों के दौरान तेज आंधी और बारिश की चेतावनी जारी की गई है...
मंगलवार को मानसून के पहले दिन भारी बरसात दर्ज की गई है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक केरल, लक्ष्यद्वीप और कर्नाटक में औसत से बहुत ज्यादा बरसात दर्ज की गई है, IMD की तरफ से पहले दिन की बारिश को लेकर जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक केरल में औसत से 3 गुना ज्यादा जबकि लक्ष्यद्वीप में 4 गुना ज्यादा बरसात हुई है
मानसून को लेकर अच्छी खबर है, मौसम का आकलन करने वाली निजी संस्था स्काइमेट का मानना है मानसून के केरल के तट पर पहुंचने के लिए जो पैमाना रखा गया है उसके मुताबिक मानसून ने केरल में आज अपनी दस्तक दे दी है। स्काइमेट वेदर के मौसम वैज्ञानिक महेश पलावत ने इंडिया टीवी को बताया कि मानसून को लेकर परिस्थियां अनुकूल हैं और इसके आगे तेजी से बढ़ने का अनुमान है, हालांकि उन्होंने बताया कि मानसून के पहुंचने की आधिकारिक घोषणा मौसम विभाग ही करेगा और उम्मीद है कि आज मौसम विभाग यह घोषणा कर सकता है।
इस बार मानसून देश में जल्दी दस्तक देने वाला है। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने शुक्रवार को बताया कि 29 मई को मानसून केरल पहुंच जाएगा। इस साल भारत में मानसून सामान्य रहने का अनुमान व्यक्त किया गया है।
IMD का यह भी कहना है कि अगले 7 दिनों के दौरान होने वाली बारिश से रबी फसलों को किसी तरह का नुकसान पहुंचने की आशंका कम है
जम्मू-कश्मीर के ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी हुई तो मैदानी इलाकों में जमकर बारिश हुई। बारिश के साथ पहाड़ी इलाकों में हुई बर्फबारी से ठंड और बढ़ गई है। बादल छाये रहने से यहां के तापमान में कमी दर्ज की गई है। गुलमर्ग में सैलानी बर्फबारी का भरपूर आनंद
मौसम विभाग ने 13 नवंबर को पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तरी राजस्थान में कुछएक जगहों पर घने कोहरे की चेतावनी भी जारी की है
मानसून सीजन में जून और जुलाई के दौरान देशभर में औसतन 460.2 मिलीमीटर बरसात दर्ज की गई है जो औसत (100%) के मुकाबले करीब 102% बरसात है
संपादक की पसंद