दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच के मुताबिक करीब 6 हजार तबलीगी जमात के कार्यकर्ता लापता हैं और इनका पता नहीं लगाया जा सका है। इनमें से कई इस खतरनाक वायरस के संभावित वाहक हो सकते हैं। क्राइम ब्रांच के अधिकारियों ने कहा, 13 मार्च से 15 मार्च तक मरकज में करीब 9 हजार लोग जमा हुए थे। 28 मार्च के बाद से 3,193 जमातियों का पता चल चुका है जबकि बाकी लापता हैं।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि तबलीगी जमात से जुड़े लोग सरकार को सहयोग नहीं कर रहे हैं जिसके चलते आंकड़े बढ़ रहे हैं।
उत्तर प्रदेश के महोबा जिले के गांवों में लॉकडाउन के दौरान गांवों में हरी सब्जी बेचने गए मुस्लिम विक्रेताओं के साथ जमाती कहकर ग्रामीणों द्वारा कथित रूप से अभद्रता करने और उन्हें गांवों से भगा देने के मामले में सोमवार को जांच शुरू हो गई है।
उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले में एक व्यक्ति के कारण 14 गांवों को क्वारंटीन कर सीमाएं सील कर दी गई हैं।
महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने सोमवार को कहा कि महाराष्ट्र से लापता तबलीगी जमात के 58 सदस्यों में से 40 का पता लगा लिया गया है और उन्हें पृथक वास में रखा गया है।
दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच की टीम को आशंका है कि, ऐन वक्त पर मौलाना मो. साद पुलिस का सामना करने से बचने के लिए कई बहाने बना सकता है। मसलन, वो अभी तुरंत होम कोरोंटाइन से बाहर निकला है।
तीनों भारतीय नागरिक स्थानीय धार्मिक गुरु हैं और मार्च में नेपाल आने से पहले इन्होंने दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में आयोजित तब्लीगी जमात में हिस्सा लिया था।
पिछले महीने दिल्ली में आयोजित तबलीगी जमात के कार्यक्रम में शामिल होने के बाद महाराष्ट्र आए कुल 156 विदेशियों पर विदेशी अधिनियम 1946 के उल्लंघन के आरोप में मामले दर्ज किये गये हैं।
क्वारंटाइन अवधि खत्म होने के बाद यहां 17 जमातियों को रविवार को जेल भेज दिया गया है। पहले इन जमातियों को मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया और फिर जेल भेजा गया।
अकोला के जिलाधिकारी जितेंद्र पापलकर ने कहा कि मृतक के परिवार के सदस्यों से लिखित अनुमति मिलने के बाद उसका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
पुलिस अधीक्षक ने इन लोगों के बारे में जानकारी देने वालों को पांच हजार रुपए इनाम की घोषणा की है।
भारत में कोरोना वायरस का कहर लगातार बढ़ता ही जा रहा है। पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के संक्रमण से 40 लोगों की मौत हो गई है, जिससे वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या का आंकड़ा 239 पहुंच गया है।
दिल्ली में शुक्रवार शाम तक कोरोना वायरस के कुल 903 मामले सामने आ चुके हैं और इन मामलों में लगभग 65 प्रतिशत यानि 584 मामले निजामुद्दीन मरकज से जुड़े हैं, अब पुरानी दिल्ली में 52 नए मामले सामने आ गए हैं।
छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले में प्रशासन ने तबलीगी जमात के अनुयायियों को यात्रा से संबंधित सूचना छिपाने पर हत्या और हत्या के प्रयास की धाराओं के तहत कार्रवाई करने की चेतावनी दी है।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि राज्य के कई जिलों में जमात के लोगों की वजह से कोरोना वायरस का संक्रमण फैला है। उन्होंने चेतावनी भरे अंदाज में कहा कि जो लोग संक्रमण को छुपाएंगे और निर्देशों का उल्लंघन करेंगे, उन पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।
दिल्ली में शुक्रवार को पिछले 24 घंटे में 183 लोग कोरोना वायरस पॉजिटिव पाए गए है जिसमें से निजामुद्दीन मरकज के ही 154 लोग शामिल हैं। दिल्ली में अबतक सिर्फ तबलीगी जमात से जुड़े हुए 584 लोग कोरोना से संक्रमित पाए गए हैं।
जैसलमेर जिले के पोकरण में पुलिस ने तबलीगी जमात के पश्चिमी राजस्थान के मुख्य पदाधिकारी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। आरोप है कि लॉकडाउन की अनदेखी कर इसके सामान्य जन के सम्पर्क में आने के कारण कोरोना वायरस के प्रसार का खतरा बढ़ गया है।
आजमगढ़ प्रशासन ने जमातियों की सूचना देनेवाले के लिए इनाम का ऐलान किया है। आजमगढ़ एसपी ने कहा है कि जो भी जमातियों की सूचना देगा उसे पांच हजार रुपये का इनाम दिया जाएगा और उसका नाम-पता गुप्त रखा जाएगा।
स्वास्थ्य विभाग की टीमों द्वारा होम क्वारंटीन किया गया एक शख्स घर से गायब मिला। आरोपी दिल्ली की एकपूर्व महिला निगम पार्षद का पति है। पुलिस ने छाबला थाने में आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया है।
तबलीगी जमात के बारे में एक और परेशान करने वाली बात यह सामने आई है कि पिछले महीने दिल्ली में जमात के कार्यक्रम से लौटते समय इसके कई सदस्यों ने आगरा की महशूर मिठाई पेठा खरीदा और इसे अपनी यात्रा के दौरान दोस्तों और सह-यात्रियों को भी दिया था।
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