पाकिस्तान में तबलीगी जमात के कई सदस्यों में कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि के बाद लाहौर के पास स्थित रायविंड को पूरी तरह से लॉकडाउन कर दिया गया है।
दिल्ली के निजामुद्दीन में तबलीगी जमात के कार्यक्रम के बाद कोरोना से संक्रमितों की बढ़ती संख्या व मृतकों की सूचना ने पूरे देश में खलबली मचा दी है।
दक्षिण-पूर्वी दिल्ली में रेलवे के पृथक केंद्रों में रखे गए, तबलीगी जमात के कार्यक्रम से जुड़े करीब 160 लोगों ने उनकी जांच कर रहे डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों के साथ दुर्व्यवहार किया और यहां तक कि उनपर थूका भी।
तबलीगी जमात से जुड़े लोगों से देश के विभिन्न हिस्सों में कोरोनावायरस फैलने की खबरें आ रही हैं, जिससे जमात की गतिविधियां विवादों में है। इस बीच यह पता चला है कि सतर्क रेलवे अधिकारियों ने 21 मार्च को ही तबलीगी जमात के सदस्यों की सक्रियता के बारे में एक इनपुट प्रदान कर दिया था।
महाराष्ट्र के नागपुर और अहमदनगर में ऐसे कम से कम 89 लोगों का पता चला है जो पिछले महीने दिल्ली के पश्चिमी निजामुद्दीन में मरकज में आयोजित धार्मिक समागम में शरीक हुए थे। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी।
इस जमात के लोगों के संपर्क में आने के बाद जिन लोगों को कोरोना वायरस का संक्रमण हुआ है, जिनके परिवार वालों की जान खतरे में पड़ी, उन सबके लिए मौलाना साद जिम्मेदार हैं।
दिल्ली के निजामुद्दीन में तबलीगी जमात के मुख्यालय मरकज में एक धार्मिक आयोजन में शामिल लोगों के जमावड़े की घटना को लेकर केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी का बयान सामने आया है।
आरिफ मोहम्मद खान ने इंडिया टीवी से बताया कि तबलीगी जमात के लोग ऐसे भाषण देते हुए देखे गए हैं जिसमें लोगों को अपना उपचार दीनदार डॉक्टर से ही कराने की राय दी जा रही है, लेकिन साथ में यह बोलते हुए भी देखे गए हैं कि अगर डाक्टर मस्जिद में नहीं आने की सलाह
अजमेर के पुलिस अधीक्षक कुंवर राष्ट्रदीप ने कहा कि पुलिस ने इस उद्देश्य के लिए पांच व्यक्तियों को अनुमति दी थी लेकिन बाद में कई अन्य लोग भी सरवाड़ की दरगाह में शामिल हो गए।
कोरोना वायरस के कारण देश भर में जारी बंद के बीच मंगलवार को काटजू रोड स्थित शेख अब्दुल्ला मस्जिद में 37 लोग मिले हैं। मस्जिद से मिले लोगों में इंडोनेशिया के 7 नागरिक भी शामिल है।
शनिवार 31 मार्च की रात 9 बजे से लेकर 1 अप्रैल को सुबह 9 बजे के बीच राज्य में कोरोना वायरस के 43 नए मामले सामने आए हैं।
महाराष्ट्र पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए ठाणे जिले की कौसा मस्जिद से 13 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। यह मस्जिद मुंब्रा इलाके में मौजूद है।
पुणे से 130 से अधिक लोग निजामुद्दीन मरकज़ में शामिल होने के लिए दिल्ली गए थे। इसमें से अधिकतर लोग या तो पुणे वापस नहीं लौटे हैं या फिर उनकी पहचान नहीं हो सकी है।
मरकज तबलीगी जमात दिल्ली में शामिल हुए 15 लोगों को हापुड़ जिला प्रशासन ने क्वॉरेंटाइन किया, 3 लोगों की हालत बिगड़ने पर अस्पताल में शिफ्ट किया गया है।
निजामुद्दीन मरकज से लौटे गाज़ियाबाद के मसूरी इलाके के 12 लोगों को स्वास्थ्य विभाग ने होम क्वारंटीन किया है। ये सभी लोग निजामुद्दीन तब्लीगी जमात में शामिल हुए थे और सभी अलग-अलग जगहों के रहने वाले है।
इन आरोपों का खंडन करने और सवालों का जवाब देने के लिए तबलीकी जमात के प्रवक्ता मुशर्रफ अली सामने आए। इंडिया टीवी से बात करते हुए उन्होंने कहा कि
निजामुद्दीन में तबलीगी जमात के आयोजन में शामिल हुए लोगों की कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते एक के बाद एक मौतों ने भारत में हड़कंप मचा दिया है।
दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके के तबलीगी जमात के तार अब अंडमान निकोबार से भी जुड़ते नजर आ रहे हैं। यहां अब तक पॉजिटिव पाए गए 10 में से 9 लोग निजामुद्दीन के तबलीजी जमात में शामिल हुए थे।
कोरोना वायरस से जूझ रहे देश में दिल्ली के निजामुद्दीन में तबलीगी जमात के मरकज में कोरोना वायरस का मामला सामने आने के बाद हड़कंप मच गया है।
मुझे लगता है कि अब उन लोगों के खिलाफ कठोर कार्रवाई का वक्त आ गया है जो कोरोना वायरस से बचाव के लिए जारी किए गए दिशा-निर्देशों की धज्जियां उड़ा रहे हैं।
संपादक की पसंद