माघ शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि पर महाकुंभ का तीसरा और अंतिम अमृत स्नान हो रहा है। अखाड़े अमृत स्नान के लिए संगम तट पहुंच रहे हैं। आइए जानते हैं कि बसंत पंचमी के अमृत स्नान से कौन से लाभ मिलते हैं?
Basant Panchami 2025: इस साल बसंत पंचमी पर कई योग का शुभ संयोग बन रहा है। तो आइए जानते हैं कि बसंत पंचमी के दिन सरस्वती पूजा के लिए शुभ मुहूर्त क्या रहेगा।
Basant Panchami Saraswati Puja 2025: 2 फरवरी को बसंत पंचमी का त्यौहार मनाया जाएगा। इस दिन विधिपूर्वक देवी सरस्वती की पूजा करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है। तो ऐसे में नोट कर लीजिए सरस्वती पूजा के लिए पूजन सामग्री लिस्ट।
बसंत पंचमी की तिथि निकट आ रही है। इस दिन तीसरा और आखिरी अमृत स्नान है। ऐसे में जो लोग महाकुंभ जा रहे हैं, उन्हें प्रयागराज से अपने घर के लिए कुछ शुभकारी चीजें जरूर लानी चाहिए।
Basant Panchami Date: अगर आप अपने किसी शुभ काम के लिए कोई शुभ मुहूर्त ढूंढ रहे हैं तो ये खबर आपके बेहद काम की है। बसंत पंचमी के दिन कई शुभ योग बन रहे हैं, ऐसे में इस दिन कई शुभ कार्य किए जा सकते हैं।
माघ माह की शुक्ल पक्ष पंचमी के तिथि को मां सरस्वती का अवतरण हुआ था। धार्मिक ग्रंथों से मुताबिक, कई युगों से इस तिथि पर लोग मां सरस्वती की पूजा करते हैं।
बसंत पंचमी मां सरस्वती को समर्पित पर्व है, जो हर साल माघ माह के पंचमी तिथि को मनाई जाती है। ऐसे में इस बार इस तिथि पर कई शुभ योग बन रहे हैं आइए जानते हैं कौन-कौन से...
महाकुंभ में नागा साधुओं की चर्चा हर तरफ हो रही है। 14 जनवरी को पहले अमृत स्नान के बाद दूसरा अमृत स्नान नजदीक आ रहा है, नागा साधु इस स्नान में भी पहले स्नान करेंगे। आइए जानते हैं आखिरी अमृत स्नान कब होगा?
Saraswati Puja 2025: हर साल माघ माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को सरस्वती पूजा मनाई जाती है। इसी दिन से बसंत पंचमी की भी शुरुआत होती है। तो आइए जानते हैं कि इस साल सरस्वती पूजा का पर्व कब मनाया जाएगा।
आज बसंत पंचमी के दिन मां शारदा की पूजा करने से उनकी कृपा प्राप्त होती है। यदि आप सच में मां सरस्वती की कृपा पाना चाहते हैं, तो आज के दिन उनकी द्वादश नामावली का पाठ अवश्य करें। इसमें उनके 12 नाम बताए गए हैं। उनका यह पाठ करने से कार्यक्षेत्र में अपार उन्नति मिलेगी और ज्ञान-विवेक में वृद्धि भी होगी।
आज 14 फरवरी 2024 को बसंत पंचमी का पावन पर्व मनाया जाएगा। आज मां सरस्वती का जन्मोत्सव भी है। यदि आज आप मां सरस्वती की पूजा उनके विशेष मंत्रों के साथ करेंगे, तो आपको मां शारदा की कृपा मिलेगी। साथ ही विद्या-बुद्धि और जीवन में सफलता का वरदान भी प्राप्त होगा।
Vasant Panchami 2023: रवा केसरी वसंत पंचमी का खास भोग व्यंजन है जिसे हर घर में बनाया जाता है। जानते हैं इसे बनाने की खास रेसिपी और कैसे इसमें वसंत का पर्फेक्ट पीला रंग पाएं।
बसंत पंचमी पर कला, वाणी और विद्या की देवी मां सरस्वती की पूजा की जाती है। बसंत पंचमी पर इस साल रेवती और अश्विनी नक्षत्र का शुभ योग बन रहा है। ऐसे में अगर मां सरस्वती की पूजा सही नियम से की जाए तो आपको पूजा के शुभफलों की प्राप्ती होगी।
हिंदू पंचांग के अनुसार 14 फरवरी 2024 को कल बसंत पंचमी का पावन पर्व मनाया जाएगा। इस दिन लोग अपने घरों में मां सरस्वती की पूजा करते हैं। बसंत पंचमी के दिन पीले रंग के वस्त्र क्यों पहने जाते हैं और क्या है इसके पीछे की धार्मिक मान्यता आइए जानते हैं इसके बारे में।
बसंत पंचमी के दिन पीले रंग के कपड़े और पीले रंग का भोजन करना बेहद शुभ माना जाता है। ऐसे में मां सरस्वती को प्रसन्न करने के लिए राजभोग का भोग लगाया जाता है। चलिए हम आपको बताते हैं राजभोग कैसे बनाएं?
हर साल माघ माह की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को बसंत पंचमी का पर्व मनाया जाता है। इस दिन विशेष रूप से विद्या की देवी मां सरस्वती की पूजा-अर्चना कर उनसे बुद्धि, ज्ञान और सफलता का आशीर्वाद मांगा जाता है। बसंत पंचमी पर क्या रहेगा मां सरस्वती की पूजा का शुभ मुहूर्त आइए जानते हैं हिंदू पंचांग के अनुसार।
बसंत पंचमी का त्योहार हिंदू धर्म में विद्या की अधिष्ठात्री देवी मां सरस्वती के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। इस दिन मां सरस्वती की पूजा का विधान है। आइए जानते हैं इस दिन मां सरस्वती का आशीर्वाद पाने के लिए भोग में क्या लगाया जाता है और साथ ही जानेंगे उनकी पूजन समाग्री में किन चीजों को करें शामिल।
बसंत पंचमी के दिन मुख्य तौर पर लोग घरों में विद्या की देवी मां सरस्वती की पूजा कर उनसे ज्ञान और विवेक का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। लेकिन बसंत पंचमी के दिन ही क्यों मां सरस्वती की पूजा विशेष रूप से की जाती है और क्या है मां सरस्वती का बसंत पंचमी के दिन से नाता? जानिए पौराणिक कथा के अनुसार इसका कारण।
बसंत पंचमी के दिन विद्या की देवी मां सरस्वती की पूजा का विधान है। इस दिन शिक्षा के छेत्र में अच्छे परिणाम पाने के लिए विद्यार्थियों को मां सरस्वती की श्रद्धापूर्वक पूजा करनी चाहिए। आइए जानते हैं इस दिन किस विधि से मां सरस्वती की पूजा करने से उनका आशीर्वाद प्राप्त होगा।
Magh Month 2024 Festival Calendar: माघ का महीना हिंदू धर्म में बहुत ही पवित्र माना जाता है। व्रत-त्योहार के नजरिए से भी माघ माह काफी महत्वपूर्ण है। माघ माह में हिंदू धर्म से जुड़े कई बड़े त्योहार आने वाले हैं। आइए जानते हैं इस महीने में पड़ने वाले प्रमुख व्रत-त्योहार की तारीखों के बारे में।
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