रूस-यूक्रेन युद्ध की दास्तां बेहद भयावह हो चली है। दोनों देशों में करीब 17 महीने से चल रहे युद्ध में अब ऐसे-ऐसे हमले किए जा रहे हैं, जिसके बारे में जानकर आपकी रूह कांप जाएगी। कीव के एक एनजीओ ने दावा किया है कि रूसी सैनिक यूक्रेनियन आर्मी की आंखें फोड़ दे रहे हैं।
रूस-यूक्रेन युद्ध अब और तेज हो गया है। दोनों देशों एक दूसरे पर घातक हवाई हमले कर रहे हैं। इस बीच रूसी हमले में 8 साल के एक यूक्रेनी बच्चे की भी मौत हो गई है। साथ ही कई लोगों के घायल होने की खबर है। कई इमारतों को नुकसान पहुंचा है।
रूसी सेना ने यूक्रेन के ओडिसा बंदरगाह पर मायकोलैव पर बड़ा मिसाइल हमला किया है। इससे पूरा यूक्रेन थर्रा उठा है। रूस के इस भीषण हमले ने यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की को बड़ा सदमा दिया है। जेलेंस्की ने हमले का वीडियो शेयर करते रूस को आतंकी कहा है। लिखा कि तुम्हारे पास हमारी इच्छाशक्ति से ताकतवर कोई मिसाइल नहीं है।
रूस और यूक्रेन में अब क्लस्टर बमों की जंग छिड़ने वाली है। अगर ऐसा हुआ तो भारी संख्या में आम नागरिकों की लाशें बिछ सकती हैं। दरअसल रूस को युद्ध में पिछड़ता देख अमेरिका ने कीव को क्लस्टर बमों की खेप भेज दी है। अब पुतिन ने चेताया है कि रूस के भंडार भी क्लस्टर बमों से भरे पड़े हैं।
उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के नेता यूक्रेन के साथ संबंधों के लिए एक सांकेतिक नया मंच स्थापित करने के उद्देश्य से बुधवार को एकत्र हुए। उन्होंने रूस का मुकाबला करने के लिए यूक्रेन को अधिक सैन्य सहायता उपलब्ध कराने का वादा करने के बाद यह कदम उठाया है।
यूक्रेन को नाटो में शामिल होने का आमंत्रण नहीं दिया गया। इससे यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की को काफी हताशा हुई है। उन्होंने नाटो का सदस्य बनाने के लिए लिथुआनिया द्वारा खुला समर्थन करने के लिए धन्यवाद किया है। साथ ही कहा-यदि यूक्रेन सदस्य बनता है तो वह नाटो को मजबूत बनाएगा।
लिथुआनिया में उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (NATO) को दो दिनी शिखर सम्मेलन आयोजित हो रहा है। इससे पहले नाटो महासचिव ने यूक्रेन को 'नाटो' संगठन में शामिल करने को लेकर बड़ा बयान दिया है।
रूस-यूक्रेन युद्ध को अब 500 दिन पूरे होने वाले हैं। इन 16 महीनों के युद्ध में अब तक क्या-क्या महत्वपूर्ण घटनाएं हुईं और रूस-यूक्रेन अब किस मोड़ पर खड़े हैं, यह जानना बेहद जरूरी है। क्योंकि अभी तक इस युद्ध का कोई अंत होता नहीं दिखाई दे रहा है। हाल में रूस ने यूक्रेन के लवीव पर बड़ा हमला किया है।
रूस-यूक्रेन के बीच बखमुत और दोनेत्स्क क्षेत्र में फिर से भीषण जंग शुरू हो गई है। करीब 12 दिनों से शांत पड़े रूस ने वैगनर के विद्रोह के बाद संभलकर फिर से कीव पर बड़ा हवाई हमला किया है। यूक्रेन की राजधानी कीव पर रूस ने दर्जन भर से ज्यादा ड्रोन बम बरसाए हैं। इसमें कई लोग घायल हो गए हैं।
रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फोन करके यूक्रेन के हालात समेत भारत-रूस के द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने पर बातचीत की है। पुतिन ने यूक्रेन युद्ध को लेकर अब तक रूस की ओर से की गई कार्रवाई और वैगनर विद्रोह के बारे में भी जानकारी दी। पीएम मोदी ने बातचीत और कूटनीति से समस्या समाधान को कहा।
रूस-यूक्रेन युद्ध को 16 माह हो चुके हैं। इस दौरान सबसे बड़ा घटनाक्रम रूस की निजी सेना वैगनर ग्रुप का पुतिन से बगावत होना है। इससे यूक्रेन को एक उम्मीद जगी थी, लेकिन अचानक येवगिनी प्रिगोझिन ने पुतिन से सशस्त्र विद्रोह को वापस ले लिया। अब यूरोपीय संघ और नाटो पुतिन की ताकत का आकलन नहीं कर पा रहा।
ब्रिटेन के पीएम ऋषि सुनक ने अपने मां के हाथ से बनाई गई बर्फी को यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की को जब खिलाया तो उस दौरान वह भूखे थे। बाद में सुनक की मां को जब ये बात पता चली तो उनको काफी खुशी हुई। ऋषि सुनक ने भी मां के हाथ से बनाई बर्फी को चाव से खाया।
रूसी आर्मी जनरल को मौत के घाट उतारने के बाद यूक्रेन को पुतिन के पलटवार की आशंका सता रही है। अब यूक्रेन युद्ध में शांति चाहता है। इसके लिए यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की के सहयोगी ने भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से बात की है।
एक महीने में दूसरी बार यूक्रेन ने रूस के राष्ट्रपति को निशाना बनाकर ड्रोन हमला करके खलबली मचा दी है। इससे यह भी साफ है गया है कि पुतिन का ठिकाना भी सुरक्षित नहीं रह गया है। इसे रूस के लिए बड़ा सैटबैक माना जा रहा है।
बखमुत पर यूक्रेन यू—टर्न लेते हुए जेलेंस्की ने रविवार को कहा कि बखमुत शहर पर किसी तरह का रूसी कब्जा नहीं हुआ है। बखमुत पर रूसी सेना के कब्जे से रविवार को इनकार कर दिया।
मैक्रों ने कहा कि यूक्रेन के राष्ट्रपति का हिरोशिमा दौरा और इससे पहले अरब लीग शिखर सम्मेलन का दौरा जंग के बीच शांति बनाए रखने की जेलेंस्की की कोशिश एक सकारात्मक कदम है।
यूक्रेन से युद्ध में रूस को बड़ी सफलता हासिल हुई है। रणनीतिक रूप से यूक्रेन के सबसे महत्वपूर्ण शहर पर 8 महीने से अधिक समय की भीषण जंग के बाद रूस ने बखमुत शहर पर कब्जा कर लिया है। कब्जे के बाद रूसी सैनिकों ने अपने देश का झंडा लहराकर जश्न की तस्वीरें शेयर की हैं।
जापान में चल रहे जी-7 शिखर सम्मेलन के दौरान पूरी दुनिया को उम्मीद थी कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर कुछ न कुछ बड़ी बात जरूर कहेंगे। यह उम्मीद इस लिए भी थी कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी बातों को मजबूती से रखने के लिए जाने जाते हैं।
रूस की निजी सेना ‘वैगनर’ के प्रमुख ने शनिवार को दावा किया कि उसने रूस-यूक्रेन युद्ध की सबसे लंबी और सबसे कठिन लड़ाई के बाद बखमुत शहर पर नियंत्रण कर लिया है, लेकिन यूक्रेनी रक्षा अधिकारियों ने इससे इनकार किया।
पीएम मोदी ने कहा कि यूक्रेन संकट का हल निकालने के लिए भारत हर संभव कोशिश करेगा। वहीं जेलेंस्की ने भी भारत को अपने शांति के फॉर्मूले के बारे में विस्तार से बताया।
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