हर इंसान की कोई न कोई आदत होती है जो वो अपने खाली समय में या फिर कुछ सोचते हुए उन्हें करता है। उदाहरण के लिए कुछ लोगों को नाखून चबाने की आदत होती है और जब वो टेंशन में होते हैं या फिर कुछ सोच रहे होते हैं तो ऐसा करते हैं। इसके अलावा कई लोगों को अपने पैर हिलाने की आदत होती है और ये ज्यादातर लोगों में देखने को मिलता है। कुछ लोग अपनी गर्दन पर या फिर माथे पर हाथ रखते हुए ही कुछ सोचते हैं। इसके अलावा कई लोगों को उंगलियां चटकाने की आदत होती है और दिन में कई बार आपको वो अपनी उंगलियां चटकाते हुए नजर आ जाएंगे। आप भी शायद ऐसा करते होंगे और अगर ऐसा है तो क्या आप यह जानते हैं कि उंगलियों को चटकाने पर कट-कट की आवाज क्यों आती है? आइए आज हम आपको इसके बारे में बताते हैं।
क्यों आती है कट-कट की आवाज?
कई बार होता है कि इंसान अपनी उंगलियां चटकाता है और उस समय कट-कट की आवाज आती है तो कभी सोचा है कि ऐसी आवाज क्यों आती है। आपको बता दें कि यह आवाज जोड़ों के बीच में सिनोवियल तरल पदार्थ में गैस के बुलबुलों के फूटने के कारण आती है। ये कार्बन डाइऑक्साइड और नाइट्रोजन जैसी गैसों से बनते हैं और जब भी कोई उंगलियों को चटकाता है या फिर खींचता है तो इन बुलबुलों को फूटने की वजह से ऐसी आवाज आती है और लोग फिर रिलैक्स हो जाते हैं कि उंगलियां चटक गई।
तुरंत दोबारा चटकाने पर नहीं आती है आवाज?
वो लोग जिन्हें उंगलियां चटकाने की आदत ज्यादा होती है उन्होंने नोटिस किया होगा कि एक बार उंगली चटकाने के तुरंत बाद अगर वो फिर से उंगलियों को चटकाते हैं तो तब आवाज नहीं आती है। इसके पीछे भी कारण होता है। दरअसल एक बार उंगलियां चटकाने पर जो बुलबुले फूटते हैं उन्हें फिर से बनने में करीब 20 मिनट लगते हैं। यही वो कारण है कि अगर आप या कोई भी तुरंत दोबारा से उंगलियां चटकाता है तो कट-कट की आवाज नहीं आती है जो पहली बार आई होती है।
नोट: इस आर्टिकल में आपको दी गई पूरी जानकारी अलग-अलग रिपोर्ट्स के आधार पर है और इंडिया टीवी ऊपर दी गई जानकारी की पुष्टि नहीं करता है।
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