
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जी-7 शिखर सम्मेलन को अचानक से ही बीच में छोड़ने का ऐलान किया है। वह इस शिखर सम्मेलन से एक दिन पहले ही चले जाएंगे। ये सब ऐसे समय में हो रहा है, जब इजरायल और ईरान के बीच संघर्ष तेज हो गया है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने घोषणा की है कि तेहरान को तुरंत खाली कर दिया जाना चाहिए।
ट्रंप के प्रशासन ने बताई वजह
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया, 'जी-7 शिखर सम्मेलन में बहुत कुछ हासिल किया गया, लेकिन मध्य पूर्व (Israel-Iran War) में जो कुछ चल रहा है, उसके कारण राष्ट्रपति ट्रंप आज रात (सोमवार) राष्ट्राध्यक्षों के साथ रात्रिभोज के बाद ये शिखर सम्मेलन को छोड़कर चले जाएंगे।'
जी-7 शिखर सम्मेलन में इकट्ठा हुए वैश्विक नेता
मालूम हो कि विश्व के नेता कई लक्ष्यों के साथ कनाडा में एकत्र हुए हैं, लेकिन इजरायल और ईरान के बीच चल रहे युद्ध के कारण ये शिखर सम्मेलन बाधित हो गया है। इजरायल और ईरान का युद्ध खतरनाक मोड़ और अनियंत्रित तरीकों से आगे बढ़ रहा है।
परमाणु संयंत्रों पर लगाम लगाए तेहरान- ट्रंप
इजरायल ने चार दिन पहले ईरान के खिलाफ हवाई बमबारी शुरू किया था। शिखर सम्मेलन में ट्रंप ने चेतावनी दी कि तेहरान को अपने परमाणु संयंत्रों पर लगाम लगाने की जरूरत है, इससे पहले कि बहुत देर हो जाए।
ईरान को दिया गया था 60 दिन का समय
ट्रंप ने कहा कि ईरानी नेता बात करना चाहेंगे लेकिन उनके पास अपनी परमाणु महत्वाकांक्षाओं पर एक समझौते पर पहुंचने के लिए पहले ही 60 दिन का समय था। यह पूछे जाने पर कि अमेरिका को इस संघर्ष में सैन्य रूप से शामिल होने के लिए क्या करना होगा, ट्रंप ने सोमवार सुबह कहा, 'मैं इस बारे में बात नहीं करना चाहता।'
ट्रंप ने ईरान को दी खुली चेतावनी
सोमवार दोपहर तक ट्रंप ने सोशल मीडिया पर भयावह रूप से चेतावनी दी, 'हर किसी को तुरंत तेहरान खाली कर देना चाहिए!' इसके तुरंत बाद ट्रंप ने शिखर सम्मेलन को छोड़ने और मंगलवार की बैठकों को छोड़ने का फैसला किया, जो यूक्रेन में चल रहे युद्ध और वैश्विक व्यापार के मुद्दों पर चर्चा करने वाली थी। (एपी के इनपुट के साथ)
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