2017 के विधानसभा चुनाव में आलम बदी ने सपा की टिकट पर यहां से चुनाव लड़ा । उन्होंने चुनाव में भाजपा के विनोद कुमार राय को 18 हजार वोटों के अंतर से मात दी । मोदी लहर के बावजूद बीजेपी यहां तीसरे स्थान पर रही थी ।
बस्ती में चुनावी चर्चा तो खूब हो रही है, लेकिन आधी आबादी की बात यहां कोई नहीं कर रहा। साल 1985 के बाद से, यहां से किसी भी महिला को विधानसभा पहुंचने का मौका नहीं मिला है।
खलीलाबाद विधानसभा सीट उत्तर प्रदेश के संत कबीर नगर जिले के अंतर्गत आती है । खलीलाबाद का चुनावी इतिहास बताता है कि हर बार यहां के मतदाताओं ने अपना विधायक बदल दिया है ।
इस बार उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (Uttar Pradesh Assembly Elections 2022) BJP बनाम SP हो गया है । 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के Ajay Singh यहां से जीतकर विधानसभा पहुंचे थे ।
मेहनौन विधानसभा सीट (Mehnaun Assembly Seat) उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के गोंडा (Gonda) जिले के अंतर्गत आती है । यहां इस बार पांचवे चरण में 27 फरवरी को मतदान होगा ।
मनकापुर विधानसभा में 2017 के विधानसभा चुनाव में BJP से रमापति शास्त्री जीते थे। एक बार फिर बीजेपी ने रमापति शास्त्री पार दांव खेला है। क्या मनकापुर की जनता भी रमापति शास्त्री के साथ है?
बलरामपुर सदर में 3 मार्च को वोट डाले जाएंगे। पिछली बार यहां की जनता ने BJP के पल्टूराम को जीताकर विधानसभा भेजा था। इस बार भी BJP ने पल्टूराम पर भरोसा जताया है। 2022 में जनता यहां से किसको जीताएगी?
इटवा विधानसभा सीट समाजवादी पार्टी के कद्दवार नेता माता प्रसाद पांडेय का गढ़ रही है। लेकिन 2017 में मोदी लहर में इस सीट पर BJP नेता सतीश चंद्र द्विवेदी ने कब्जा कर लिया। अब 2022 में क्या होगा?
किसी भी सरकार के कार्यकाल के बाकी के 2 साल का समय योजनाओं के मुकाम पर पहुंचने का समय होता है। यूपी में अब यही दौर चल रहा है एक के बाद एक विकास कामों का उद्घाटन हो रहा है। कानपुर में मेट्रो की शुरुआत होने जा रही है। पूर्वांचल की तरक्की का द्वार कुशीनगर एयरपोर्ट से खुल गया है।