नई दिल्ली: देर रात ईस्ट दिल्ली के आस्था कुंज पार्क का इलाका गोलियों की तड़तड़ाहट से थर्रा उठा। गुड़गांव क्राइम ब्रांच और दक्षिणी पूर्वी दिल्ली स्पेशल स्टाफ टीम ने एक ज्वाइंट ऑपरेशन में नेपाल के कुख्यात बदमाश भीम बहादुर जोरा को मार गिराया। भीम बहादुर जोरा हने वाला तो नेपाल का था, लेकिन भारत के अलग-अलग राज्यों में बड़ी-बड़ी वारदातों को अंजाम देता था। उस पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित था।
डॉक्टर की हत्या का आरोप
भीम बहादुर जोरा की तलाश पुलिस को लंबे अर्से से थी। उसपर दिल्ली के एक डॉक्टर की हत्या करने का आरोप था। उसने गुरुग्राम में बीजेपी महरौली की जिला अध्यक्ष ममता भारद्वाज के घर पर 22 लाख रुपये चोरी की घटना को भी अंजाम दिया था।
चेतावनी के बावजूद करता रहा फायरिंग
जानकारी के मुताबिक खुफिया इनपुट के आधार पर दिल्ली और गुरुग्राम पुलिस की टीम ने भीम जोरा को घेर लिया और उससे सरेंडर करने को कहा। लेकिन उसने पुलिस की चेतावनी नहीं मानी और लगातार फायरिंग करता रहा। इस बीच पुलिस की ओर से कई गई जवाबी फायरिंग में उसे गोली लग गई और वह घायल हो गया। पुलिस ने तुरंत उसे गंभीर हालत में दिल्ली एम्स के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया, लेकिन इलाज के बीच ही उसकी मौत हो गई।
बीजेपी नेता के घर चोरी
दरअसल, गुरुग्राम के सेक्टर-48 में बीजेपी की महरौली जिला अध्यक्ष ममता भारद्वाज के घर चोरी की बड़ी घटना हुई। पुलिस ने जब मामले की जांच की तो पता चला कि इस वारदात को नेपाली बदमाश भीम बहादुर जोरा ने अंजाम दिया था। उसने बीजेपी नेता के घर चोरी के लिए उनके घरेलू नौकर युवराज थापा की मदद ली थी। क्राइम ब्रांच की टीम ने युवराज थापा को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था।
सोशल मीडिया पर नेपाली नौकरों से करता था दोस्ती
जांच में पता चला कि भीम बहादुर जोरा सोशल मीडिया पर नेपाली नौकरों से दोस्ती करके घरों में चोरी करवाता था। दिल्ली क्राइम ब्रांच की टीमें भीम बहादुर जोरा के दिल्ली से लेकर नेपाल तक के सभी लिंक खंगाल रही थी। दिल्ली के जंगपुरा में डॉक्टर की हत्या और लूट के चर्चित मामले में भी भीम बहादुर जोरा का हाथ था। पुलिस को लंबे अर्से से इस बदमाश की तलाश थी।