ऋचा ने 2008 में 'ओए लक्की लक्की ओए' के साथ हिंदी फिल्म उद्योग में प्रवेश किया था। ऋचा ने 'गैंग्स ऑफ वासेपुर', 'फुकरे', 'गोलियों की रासलीला रामलीला' और 'सरबजीत' जैसी कई फिल्मों में अलग-अलग किरदार निभाए हैं।
ऋचा से जब पूछा गया कि क्या उन्हें लगता है कि उन्होंने एक अभिनेत्री के रूप में अपनी पहचान स्थापित कर ली है तो उन्होंने कहा, "हां, मैं यह बात महसूस करती हूं। मैं आपको बताना चाहती हूं कि यह मेरे लिए बड़ी प्रशंसा है। मेरे कई साथी कलाकारों से अलग मैं जब सड़क पर जाती हूं तो लोग मुझे केवल पांच मिनट में ही पहचान लेते हैं। यह इसलिए नहीं है कि मैं बहुत प्रसिद्ध नहीं हूं। यह केवल मेरी छवि की वजह से है, जिसके अनुसार मैं अपने शारीरिक हाव-भाव को बदलती हूं। जिस तरह से मैंने अपने सभी किरदारों को भावनात्मकता के साथ निभाया है, वह बहुत अलग है। इसलिए मेरे लिए यह बड़ी प्रशंसा है।" अभिनेत्री का कहना है कि वह अपने करियर के अच्छे दौर में है।