Friday, June 14, 2024
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राजकोट अग्निकांड: SIT ने की बैठक, शवों की शिनाख्त के लिए DNA के नमूने किए गए एकत्र

टीआरपी गेम जोन में भीषण आग लगने की घटना सामने आई। आग में जले 27 लोगों के शव बरामद किए गए हैं। शव बुरी तरह से जले हुए हैं और उनकी शिनाख्त में मुश्किलें आ रही हैं। ऐसे में मारे गए लोगों के परिजन के डीएनए के नमूने एकत्र किए गए हैं।

Reported By : Nirnay Kapoor Edited By : Malaika Imam Updated on: May 26, 2024 14:20 IST
राजकोट अग्निकांड- India TV Hindi
Image Source : PTI राजकोट अग्निकांड

गुजरात के राजकोट में टीआरपी गेम जोन में भीषण आग लगने से चार बच्चों समेत 27 लोगों की मौत के मामले में विशेष जांच दल (SIT) के सदस्यों ने रविवार तड़के यहां स्थानीय प्रशासन के साथ बैठक की। अधिकारियों ने बताया कि शव बुरी तरह से जले हुए हैं और उनकी शिनाख्त में मुश्किलें आ रही हैं, इसके लिए शवों और मारे गए लोगों के परिजन के डीएनए के नमूने एकत्र किए गए हैं। वहीं, मामले में गुजरात हाई कोर्ट ने स्वत: संज्ञान लेते हुए राजकोट नगर निगम को सोमवार को हाजिर होने का आदेश जारी किया है।

राजकोट त्रासदी के संबंध में एफआईआर दर्ज की गई। युवराज सिंह सोलंकी और प्रकाश जैन सहित छह आरोपियों के खिलाफ तालुका पुलिस स्टेशन में FIR दर्ज की गई है। आईपीसी की धारा 304, 308, 337, 338 और 114 के तहत शिकायत दर्ज क्राइम ब्रांच ने कई आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने रविवार सुबह नाना-मावा रोड पर घटनास्थल और एक अस्पताल का दौरा किया, जहां घायल व्यक्तियों को भर्ती कराया गया है। अधिकारियों ने बताया कि 'गेम जोन' के मालिक और प्रबंधक को गिरफ्तार कर लिया गया है। अधिकारियों के अनुसार, शनिवार शाम 'गेम जोन' में भीषण आग लगने से 27 लोगों की मौत हो गई, जिसमें 12 साल से कम उम्र के चार बच्चे भी शामिल हैं। घटना की जांच के लिए राज्य सरकार की ओर से गठित पांच सदस्यीय एसआईटी शनिवार देर रात राजकोट पहुंची और स्थानीय प्रशासन के साथ बैठक की। एसआईटी को 72 घंटे के भीतर रिपोर्ट सौंपनी है। 

"घटना के सभी पहलुओं को देखेंगे"

गृह राज्य मंत्री हर्ष सांघवी भी शनिवार देर रात राजकोट पहुंचे और बैठक में शामिल हुए। उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्री से घटना की जानकारी मांगी है और इस घटना पर दुख जताया है। प्रधानमंत्री ने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।" एसआईटी के प्रमुख अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक सुभाष त्रिवेदी ने बैठक से पहले शनिवार रात संवाददाताओं से कहा कि घटना दुर्भाग्यपूर्ण और दुखद है। उन्होंने कहा कि दोषियों का पता लगाने के लिए जांच तत्काल प्रांरभ की जाएगी और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि भविष्य में ऐसी कोई घटना दोबारा न हो। त्रिवेदी ने कहा, "हम घटना के सभी पहलुओं को देखेंगे और उनकी कड़ी जांच करेंगे। हम जान गंवाने वाले बच्चों को न्याय दिलाने के लिए पूरी प्रतिबद्धता, ईमानदारी और समग्रता से काम करेंगे।"

घटनास्थल से 27 शव बरामद किए गए

अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (एसीपी) विनायक पटेल ने कहा कि घटनास्थल से 27 शव बरामद किए गए और उन्हें शहर के सिविल अस्पताल ले जाया गया। उन्होंने बताया कि घटना में तीन लोग घायल हुए हैं, उनकी हालत स्थिर है। उन्होंने कहा, "शव बुरी तरह से जले हुए हैं। हमने शवों की शिनाख्त के लिए शवों से और मारे गए लोगों के परिजन के डीएनए के नमूने एकत्र करने की प्रक्रिया पूरी कर ली है। मृतक संख्या बढ़ने की आशंका नहीं है।" आग लगने के प्रमुख कारणों के बारे में फिलहाल जानकारी नहीं मिल पाई है। 

मृतकों के परिजन को 4-4 लाख देने का ऐलान

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घटना पर शोक जताया है। प्रधानमंत्री मोदी ने मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल से शनिवार को बात की और बचाव व राहत प्रयासों की जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजन को चार-चार लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। राजकोट के पुलिस आयुक्त राजू भार्गव ने कहा कि आग लगने के कारणों की जांच की जाएगी और शहर के सभी 'गेमिंग जोन' को परिचालन बंद करने का संदेश जारी किया गया है। पुलिस महानिदेशक ने अग्निकांड के मद्देनजर राज्य के पुलिस आयुक्तों और पुलिस अधीक्षकों को गुजरात के सभी 'गेम जोन' का निरीक्षण करने और अग्नि सुरक्षा मंजूरी के बिना संचालित हो रहे 'गेम जोन' को बंद करने के निर्देश जारी किए हैं। (भाषा)

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