चलती फिरती आंखों से अज़ां देखी है, मैंने जन्नत तो नहीं देखी है, मां देखी है। मां है तो जहान है, मां के बिना ये दुनिया अधूरी है और ऐसे में ये रिश्ता यूं ही बरकरार रहे, हर बच्चे का बचपन ममता के साए में बीते, इसलिए जरूरी है कि देश की महिलाएं सेहतमंद रहें। आज 'अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस' है। आज के दिन, महिलाओं को अक्सर मां के तौर पर ही एप्रिशिएट किया जाता है जबकि वो आज के वक्त में पिता का रोल भी बखूबी निभा रही हैं, बेटा बनकर घर संभाल रही हैं, बेटी बनकर दुनिया के हर क्षेत्र में कामयाबी के झंडे गाड़ रही हैं। यही तो महिलाओं की खूबी है कि वो घर की पुरुष और महिला बनकर दोहरी जिम्मेदारी भी बखूबी निभाती हैं। चाहे बात ऑफिस-परिवार संभालने की हो या फिर बच्चों को अच्छी परवरिश देने की, वो हर काम में सुपरवुमन बन जाती हैं। मां बनने का सफर भी सिर्फ वही तय कर सकती हैं लेकिन इसके साथ कई चुनौतियां भी आती हैं जिसमें सेहत का खास ख्याल रखने की जरूरत होती है।
दूसरों की सेहत का ख्याल रखने की बात हो तो महिलाएं सबसे आगे खड़ी नजर आती हैं लेकिन बात जब खुद की हेल्थ की आती है तो वो लापरवाही कर जाती हैं। घर और ऑफिस के काम को बैलेंस करने के चक्कर में उनका खाने का पैटर्न बिगड़ा रहता है। जल्दी उठने, देर से सोने से नींद की कमी होती है और कई बार वर्क प्रेशर से तनाव में भी आ जाती हैं, पर वो कभी हिम्मत नहीं हारतीं। तभी तो 30-35 की उम्र आते-आते वो बीमारी की गिरफ्त में आने लगती हैं। महिलाएं हार्ट डिजीज, शुगर-बीपी, मोटापा, हॉर्मोनल इम्बैलेंस की शिकार हो रही हैं। ऑटो इम्यून डिजीज भी महिलाओं के लिए बड़ी मुसीबत बन रही है। 80 से ज्यादा ऑटो इम्यून डिजीज में से 75% बीमारियां महिलाओं में पाई जाती हैं। तो चलिए देश की हर महिला को योग-आयुर्वेद की ताकत से बीमारी से निजात दिलाते हैं और सुपरवुमन बनाते हैं।
महिलाओं में बीमारी
हार्ट डिजीज
पीसीओडी
डायबिटीज
एनीमिया
डिप्रेशन
ऑस्टियोपोरोसिस
ब्रेस्ट कैंसर
थायरॉइड
29% महिलाओं की हार्ट डिजीज से मौत
लंग कैंसर के बाद ब्रेस्ट कैंसर से ज्यादा मौत
देश में 60% महिलाओं को ऑस्टियोपोरोसिस
हर साल 12 करोड़ महिलाएं तनाव की शिकार
महिलाओं की सेहत बिगड़ी
40% लाइफस्टाइल डिजीज की दवा लेती हैं
18 से 35 साल की महिलाओं में मोटापा
डायबिटीज
40 साल के बाद कैल्शियम की कमी
56% महिलाएं हैं एनिमिक
4 करोड़ महिलाओं को थायरॉइड
70% में कैल्शियम की कमी
70% में विटामिन डी की कमी
पीसीओडी के लिए क्या करें?
जंक फूड न खाएं
एलोवेरा जूस पिएं
वजन कंट्रोल करें
चाय-कॉफी कम लें
थायरॉइड के लिए क्या करें?
कपालभाति करें
सिंहासन फायदेमंद
खट्टी चीजें न खाएं
तला-भुना न खाएं
कुछ देर धूप में बैठें
महिलाएं रहेंगी फिट, बदले आदतें
बासी खाना न खाएं
ब्रेकफास्ट जरूर करें
स्ट्रेस न लें
दोपहर में आराम करें
बीमारी को इग्नोर न करें
अपना भी ख्याल रखें


