भोपाल: शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के विधायकों ने मुझसे कहा है कि हम पूरे साल 30 फीसदी सैलरी कम लेंगे। शिवराज ने कहा कि मैं अन्य दलों के विधायकों से भी अपील करता हूं कि वे भी सांसदों और भाजपा विधायकों की तरह कम सैलरी लेने का निर्णय करे। यह संकट का समय है, पैसा बचाकर युद्ध में लगाएं।
शिवराज सिंह ने कहा कि आज हम विधायक निधि में भी संशोधन करने जा रहे हैं अब जो भी विधायक चाहेगा वह विधायक निधि का उपयोग कोरोना संकट से लड़ने में कर सकेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि कलेक्टर को बताकर विधायक जो काम कोरोना संकट से निपटने में अपेक्षित समझेंगे उसमें विधायक निधि का पैसा प्रयोग कर सकते हैं।
मध्य प्रदेश में अब तक कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों की संख्या 440 पर पहुंच गयी है, जिनमें से 33 लोगों की मौत हो चुकी है। इस महामारी ने प्रदेश के जबलपुर में 20 मार्च को दस्तक दी थी और मात्र 21 दिन में इस बीमारी ने प्रदेश के 20 जिलों को अपनी चपेट में ले लिया है। प्रदेश में इन्दौर में सर्वाधिक 235 कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं, जबकि भोपाल में 112 मरीज संक्रमित पाये गये हैं।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार साढ़े सात करोड़ से अधिक आबादी वाले मध्य प्रदेश में सरकारी एवं निजी अस्पतालों को मिलाकर मार्च 2020 तक कुल 993 वेंटिलेटर और गहन चिकित्सा विभाग (आईसीयू) के 1,598 आईसीयू बेड उपलब्ध हैं। प्रदेश की साढ़े सात करोड़ से अधिक आबादी के साथ इन वेंटिलेटरों और आईसीयू बेडों की तुलना करने पर पता चलता है कि करीब प्रति 75,000 लोगों के लिए एक वेंटिलेटर है और प्रति 47,000 लोगों के लिए एक आईसीयू बेड है। लेकिन, इन वेंटिलेटरों एवं आईसीयू बेडों में से अधिकांश पर पहले से ही अन्य बीमारियों से जूझ रहे अति गंभीर मरीज हैं, जिससे मुसीबत और बढ़ सकती है।