
गुरु ग्रह ने 14 मई को बुध के स्वामित्व वाली मिथुन राशि में गोचर कर लिया है। गुरु के इस गोचर से धनु और मीन राशि पर अधिक प्रभाव देखने को मिल सकता है क्योंकि ये दोनों ही राशियां गुरु ग्रह की हैं। इस साल गोचर के बाद गुरु अतिचारी गति भी शुरू करेंगे। अतिचारी गति में होने के कारण साल में एक बार राशि बदलने वाले गुरु इस वर्ष 5-6 महीने के बाद ही राशि बदल देंगे। गुरु का गोचर अक्टूबर के महीने में कर्क राशि में होगा और इसके बाद दिसंबर में वापस गुरु मिथुन में आ जाएंगे। गुरु के गोचर और अतिचारी गति का धनु और मीन राशि पर क्या प्रभाव देखने को मिलेगा आइए जानते हैं।
धनु राशि
आपकी राशि के स्वामी गुरु आपके सप्तम भाव में विराजमान हो चुके हैं। गुरु के मिथुन राशि में होने से आपको लोगों से सामंजस्य बिठाने में आसानी होगी। इसलिए वैवाहिक और पारिवारिक जीवन में आपको अच्छे बदलाव देखने को मिलेंगे। अगर आप साझेदारी में कारोबार कर रहे हैं तो परिस्थितियां आपके अनुकूल रहेंगे। गुरु के गोचर का आपकी आर्थिक स्थित पर भी अच्छा असर पड़ेगा। इस दौरान आपके पार्टनर को आमदनी में बढ़ोतरी मिलने की भी संभावना है। विवाह योग्य लोगों को मनचाहा जीवनसाथी इस दौरान मिल सकता है। गुरु आपके मन के भटकाव को भी कम करेंगे जिससे जीवन में स्थिरता आएगी। इस दौरान काम भावनाओं पर आपका कंट्रोल रहेगा। आप सामाजिक स्तर पर भी अच्छा प्रदर्शन कर पाएंगे और अपनी बातों से लोगों को आकर्षित करने में भी कामयाब रहेंगे।
मीन राशि
गुरु ग्रह आपकी राशि के स्वामी होने के साथ ही आपके प्रथम और दशम भाव के स्वामी भी हैं। मिथुन राशि में गोचर के दौरान ये आपके सुख भाव यानि चतुर्थ स्थान में रहेंगे। गुरु के इस गोचर से आपको पारिवारिक और सामाजिक स्तर पर सुख की प्राप्ति होगी। इस दौरान आप अपना घर या वाहन ले पाने में कामयाब होंगे। माता के साथ आपके संबंधों में सुधार देखने को मिलेगा। गुरु आपको बौद्धिक कार्यों में भी सफलता दिला सकते हैं, इसलिए विद्यार्थियों के लिए समय अच्छा रह सकता है। जो जातक हृदय से संबंधित स्वास्थ्य समस्याओं से परेशान थे उन्हें राहत मिल सकती है। करियर और आर्थिक पक्ष में भी सुधार देखने को मिलेगा, आप धन को संचित करने और उसका सही जगह निवेश कर पाने में कामयाब होंगे।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। इंडिया टीवी एक भी बात की सत्यता का प्रमाण नहीं देता है।)