सिडनी: ऑस्ट्रेलिया में सिडनी की हंसी-खुशी वाली शाम एकदम से खून और चीखों में बदल गई। यहां के बोंडी बीच पर हनुक्का त्योहार की मस्ती उस समय मातम में तब्दील हो गई, जब आतंकियों ने जश्न में शामिल भीड़ पर गोलियों की बौछार कर दी। इस खौफनाक वारदात में 11 लोगों की जान चली गई और कई लोग घायल हो गए। इस बीच, गनीमत रही कि मौत के बेहद नजदीक पहुंचकर भी प्रमुख यहूदी नेता आर्सेन ऑस्ट्रोव्स्की बच गए। उनके सिर को छूती हुई बंदूक की गोली निकली, वे लहूलुहान हो गए लेकिन ऊपरवाले ने उनकी जान किसी तरह बचा ली। सिडनी की गोलीबारी में बाल-बाल बचे आर्सेन ऑस्ट्रोव्स्की ने अपना दर्द बयां किया और दुनिया को झकझोर देने वाला संदेश दिया।
''मेरा बचना किसी चमत्कार से कम नहीं''
आर्सेन ऑस्ट्रोव्स्की ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ''मैं 7 अक्टूबर की घटना में बच गया था। कभी कल्पना भी नहीं की थी कि ऑस्ट्रेलिया में ऐसा भयावह दृश्य देखने को मिलेगा। गोली मेरे सिर को छूकर निकल गई। डॉक्टर कह रहे हैं कि मेरा बचना किसी चमत्कार से कम नहीं है, लेकिन ठीक होने में समय लगेगा। आज हनुक्का की पहली रात है। अंधकार और नफरत की ताकतें कभी जीत नहीं सकतीं। हम विजयी होंगे।''

आर्सेन ऑस्ट्रोव्स्की ने जान बचने के बाद क्या कहा?
अपने अगले पोस्ट में उन्होंने लिखा, ''इस भयावह और शैतानी कृत्य में मारे गए सभी लोगों के परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है। ईश्वर उनकी आत्माओं को शांति दे और सभी घायल लोग पूरी तरह स्वस्थ हों। मैं उन सभी लोगों का भी दिल से शुक्रिया करता हूं जिन्होंने मेरी हालचाल जाना, साथ ही डॉक्टरों और फर्स्ट रिस्पॉन्डर्स का भी धन्यवाद!''
सिडनी के यहूदियों को बनाया निशाना
सिडनी के न्यू साउथ वेल्स पुलिस कमिश्नर एम लेनयॉन के मुताबिक, इस अटैक में 2 पुलिस अफसरों समेत 29 लोग घायल हुए। घायलों को एंबुलेंस से हॉस्पिटल ले जाया गया। वहीं, राज्य प्रमुख क्रिस मिन्स ने बताया कि सिडनी का यहूदी समुदाय इस हमले का निशाना था। यहूदी फेस्टिवल हनुक्का की शुरुआत के जश्न के लिए सैकड़ों लोग बोंडी बीच पर पहुंचे थे, वह चानुका बाय द सी नामक कार्यक्रम मना रहे थे और तभी गोलीबारी हो गई।