
Rahu Gochar 2025: राहु ग्रह को ज्योतिष में क्रूर ग्रहों की श्रेणी में रखा गया है। जब भी राहु चाल बदलता है सभी राशियों पर इसका अच्छा बुरा प्रभाव देखने को मिलता है। 18 मई को राहु ग्रह मीन राशि से निकलकर कुंभ राशि में गोचर कर जाएंगे। राहु का यह गोचर कुछ राशियों के आर्थिक और करियर क्षेत्र पर बुरा प्रभाव डाल सकता है। इन राशियों को राहु के गोचर के दौरान सावधानीपूर्वक हर कार्य करना होगा। साथ ही कुछ उपाय भी इनके लिए कारगर साबित हो सकते हैं। आइए जानते हैं इन राशियों के बारे में।
वृषभ राशि
राहु ग्रह का गोचर आपकी राशि से दशम भाव में होगा। यह भाव करियर को प्रभावित करता है। इस भाव में राहु के होने से कार्यक्षेत्र में परेशानियों का सामना आपको करना पड़ सकता है। सहकर्मियों का रूखा स्वभाव आपके लिए परेशानियां पैदा करेगा। इस दौरान जॉब में परिवर्तन करने का विचार भी आप बना सकते हैं, हालांकि आसानी से आपको मौका नहीं मिलेगा। कड़ी मेहनत आपको करनी पड़ सकती है। आर्थिक पक्ष पर भी आपको ध्यान देना होगा। इस अवधि में उधार का लेन-देन करन से बचेंगे तो आपके लिए सही रहेगा। आमदनी में कमी के कारण जीवनसाथी के साथ भी आपकी नोकझोंक हो सकती है। उपाय के तौर पर आपको शिवलिंग का जलाभिषेक करना चाहिए।
मकर राशि
आपके द्वितीय भाव में राहु ग्रह संचार करेंगे। यह भाव धन और कुटुंब का कारक माना जाता है। राहु के इस स्थान में होने से धन हानि या अनचाहे खर्च बढ़ सकते हैं। आप मनोरंजन की चीजों पर आवश्यकता से अधिक पैसा लगाएंगे। ऐसा करने से आर्थिक स्थिति डगमगा सकती है। कार्यक्षेत्र में दूसरों के काम में दखल देना आपको भारी पड़ सकता है इसलिए अपने काम से काम रखें। पैतृक कारोबार करने वालों को कड़ी मेहनत के बाद ही मुनाफा होगा। सेहत को लेकर भी सावधानी आपको बरतनी चाहिए आंखों से संबंधी परेशानियां हो सकती हैं। वाणी को नियंत्रण में रखें द्वितीय भाव में बैठे राहु आपकी वाणी में कड़वाहट भर सकते हैं। उपाय के तौर पर आपको जरूरतमंदों को उनकी जरूरत की चीजें दान करनी चाहिए।
मीन राशि
राहु का गोचर आपके द्वादश भाव में होगा। यह भाव हानि को दर्शाता है। इस भाव में राहु के होने से कुछ लोगों को न चाहते हुए भी नौकरी छोड़नी पड़ सकती है। विदेशों में या विदेशी कंपनियों में काम करने वाले लोगों को उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ेगा। आपकी या घर के लोगों की खराब तबीयत आपकी जेब को ढीला कर सकती है। वैवाहिक जीवन में भी उतार-चढ़ाव आ सकते हैं। गलत संगति से आपको बचकर रहना चाहिए, नहीं तो इस अवधि में मानहानि होने की भी आशंका है। उपाय के तौर पर आपको शिव चालीसा का पाठ करना चाहिए।