दलील- सट्टेबाज़ी में 60 लाख रूपये गंवाये और युवा होने के साथ उसने पहली बार अपराध किया है।
समिति- मय्यपन को आईपीएल मैचों पर सट्टा लगाने की आदत थी जिससे पहली बार अपराधी होने की दलील बेमानी हो जाती है । इसके अलावा उसका सट्टेबाजी में 60 लाख रूपये गंवाना साबित करता है कि वह भारी सट्टा लगाता था। यह उसकी बदकिस्मती थी कि वह इस सट्टेबाजी से पैसा नहीं बना सका । वह 40 साल का है, युवा नहीं है बल्कि अधेड़ उम्र है।