सौरव डोना की एक झलक पाने के लिए उनके स्कूल के चक्कर भी लगाते थे। डोना के परिवार को जब दोनों के प्रेम के बारे में पता चला तो उनकी न सिर्फ बोलचाल बंद हो गई बल्कि एक दूसरे के ख़ून के प्यासे भी हो गए। गांगुली का परिवार ब्राह्मण था और उसे बहू के रुप में डोना बिल्कुल मंज़ूर नहीं थी।
बहरहाल परिवार ने तो एक दूसरे से मुंह पेर लिया लेकिन सौरव ने डोना से मिलना जुलना जारी रखा और उनका ओडिसी डांस देखने गए और डोना भी उनके मैच देखते रहीं। लेकिन दोनों ने इसकी भनक किसी को नहीं लगने दी।
1996 में इंग्लैंड के दौरे से लौटने के बाद दोनों ने तय किया कि आंख मिचौली बहुत हो गी अब शादी कर ली जाए। दादा इंग्लैंड के दौरे के बाद हीरो बन चुके थे और उनके घर के बाहर प्रशंसकों की भीड़ लगी रहती थी।