Amarnath cave: ज्येष्ठ पूर्णिमा पर अमरनाथ की पवित्र गुफा में वैदिक मंत्रोच्चारण और हर-हर महादेव के जयघोष के साथ प्रथम पूजा की गई।
Amarnath Yatra 2022: दो साल बाद अमरनाथ यात्रा की शुरुआत हो रही है, इसके लिए जरूरी इंतजाम किया जा गया है।
Amarnath Yatra: प्राकृतिक रूप से बने शिवलिंग का दर्शन करने के लिए हर साल बड़ी संख्या में श्रद्धालु अमरनाथ पहुंचते हैं। इस बार भी यात्रा में भारी भीड़ उमड़ने की उम्मीद है। इसलिए पिछले हफ्ते एक बैठक हुई थी, जिसमें तय किया गया कि श्रीनगर से भी यात्रियों को हेलिकॉप्टर सेवाएं दी जा सकती हैं।
Sticky Bomb: स्टिकी बम बहुत सस्ता और आकार में तो बहुत छोटा होता है, लेकिन इसमें विस्फोट काफी घातक होता है। स्टिकी बम चिपकने वाला ऐसा बम होता है, जो गाड़ियों या किसी चीज की ओर फेंके जाने पर उससे चिपक जाता है और दूर से ही रिमोट के जरिए या टाइमर सेट करके इसमें विस्फोट कर दिया जाता है। इस बम को 'मैग्नेटिक बम' भी कहा जाता है।
Sticky bomb: पिछले कुछ दिनों में सुरक्षा एजेंसियों ने आतंकियों के पास से कई 'स्टिकी बम' बरामद किए हैं। इसके मद्देनज़र 30 जून से शुरू हो रही अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा को लेकर सुरक्षा एजेंसिया अलर्ट पर हैं और अपनी SOP (स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रॉसिजर) में बदलाव पर काम कर रही हैं।
Woman Claim On Parvati and Lord Shiva: पुलिस अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक, महिला की पहचान हरमीत कौर के रूप में हुई है, जोकि मूल रूप से यूपी के लखनऊ के अलीगंज क्षेत्र की रहने वाली है।
Amarnath yatra 2022: अमरनाथ यात्रा 30 जून से शुरू हो रही है। इस बार यात्रा 43 दिनों तक चलेगी। अब समय बहुत कम बचा है इसलिए तैयारियां तेज हो गई हैं। दो साल बाद हो रही यात्रा को लेकर लोगों में भी खासा उत्साह है। यात्रा के दौरान तीर्थयात्रियों की मदद के लिए जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर बचाव दल तैनात किए जाएंगे।
जम्मू कश्मीर के सांबा जिले के चक फकीरा में बीएसएफ को एक सुरंग मिली। यह इलाका पड़ोसी देश पाकिस्तान की सीमा से करीब है। अमरनाथ यात्रा को निशाना बनाने के नापाक आतंकी मंसूबों का इतिहास काफी पुराना है। अमरनाथ यात्रा 1990 के बाद से लगातार आतंकियों के निशाने पर रही है।
अमरनाथ यात्रा 43 दिनों के बाद रक्षा बंधन पर समाप्त होगी। अमरनाथ श्राइन बोर्ड की बैठक में यह फैसला लिया गया कि इस बार की यात्रा सभी कोविड प्रोटोकॉल से तहत शुरू होगी।
इस साल बाबा बर्फानी की श्री अमरनाथ गुफा यात्रा को रद्द कर दिया गया है। हालांकि श्रद्धालुओं के लिए रोजाना सुबह और शाम बाबा बर्फानी की आरती का लाइव प्रसारण किया जाएगा।
श्रद्धालुओं के लिए यात्रा तो रद्द कर दी गई है लेकिन अमरनाथ में बर्फ के शिवलिंग की पूजा और आरती होती रहेगी और श्रद्धालू पवित्र गुफा तथा शिवलिंग के दर्शन कर सकेंगे।
भारतीय सेना ने शुक्रवार को कहा कि ऐसी जानकारी मिली है कि आतंकवादी अमरनाथ यात्रा को निशाना बनाने की साजिश रच रहे हैं, लेकिन सेना यह सुनिश्चित करेगी कि वार्षिक तीर्थयात्रा शांतिपूर्वक हो।
अमरनाथ की बाबा बर्फानी की पवित्र गुफा खुल गई है। आज से रोजाना आप घर बैठे भोलेनाथ की लाइव आरती देख सकते हैं।
आगामी 21 जुलाई से 3 अगस्त के बीच अमरनाथ यात्रा 2020 शुरू होगी। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, इस बार सिर्फ उन्हीं श्रद्धालुओं को अमरनाथ यात्रा 2020 की अनुमति दी जाएगी, जो कोरोना टेस्ट कराएंगे।
जम्मू-कश्मीर के कुलगाम जिले में शनिवार को अमरनाथ यात्रा के आधार शिविर के रास्ते में दो बसों की टक्कर में 12 श्रद्धालु घायल हो गए।
रविवार तड़के जम्मू कश्मीर के राज्यपाल के सलाहकार केके शर्मा ने झंडी दिखाकर अमरनाथ यात्रा के पहले जत्थे को बेस कैंप के लिए रवाना किया।
अमित शाह अमरनाथ यात्रा पर जाने वाले यात्रियों की सुरक्षा का जायजा लेंगे। साथ ही अमित शाह आज बाबा बर्फानी के दर्शन करने भी जा सकते हैं।
इस वर्ष की अमरनाथ यात्रा के शुरु होने में अभी 2 महीने का वक्त बाकी है। लेकिन इससे पहले ही बाबा बर्फानी की गुफा की तस्वीरें आ गई हैं।
60 दिवसीय अमरनाथ यात्रा रविवार को शांतिपूर्वक संपन्न हो गई। इस साल 2.85 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने इस गुफा शिवलिंग के दर्शन किए।
14 अगस्त और 15 अगस्त को पाकिस्तान और भारत के स्वतंत्रता दिवस समारोह से पहले घाटी में तनाव व्याप्त है।
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