अदरक बहुत अच्छा पेनकिलर होता है, बहुत कम लोग ये बात जानते हैं, लेकिन कभी भी आपको बहुत ज्यादा दर्द हो तो आप ये उपाय अपना सकते हैं।
स्वामी रामदेव ने कुछ ऐसे उपाय बताए हैं जिससे आप घर पर गठिया रोग ठीक कर सकते हैं।
अधिक बार उंगली चटकाने पर अर्थराइटिस का खतरा बना रहता है।
बोसवेलिया आयुर्वेदिक जड़ी बूटी है जिसका इस्तेमाल करके गठिया के मरीज दर्द और सूजन से छुटकारा पा सकते हैं।
एक अध्ययन के अनुसार देश की करीब 15 प्रतिशत आबादी इस बीमारी से जूझ रही है।
इस बीमारी से पीड़ित व्यक्ति को जोड़ों में दर्द, सूजन और जलन की शिकायत होती है। रूमेटाइड अर्थराइटिस में हड्डियों का क्षरण होने लगता है साथ ही में जॉइन्ट्स का आकार बदलने लगता है।
एक ताजा स्टडी से पता चला है कि ठंड के मौसम में आर्थराइटिस और हड्डियों से जुड़ी परेशानी के मामले 50 परसेंट बढ़ जाते हैं।
अंगुलियों और पैर की उंगलियों तक रक्त का संचार कम होने से दर्द बढ़ जाता है, लेकिन कुछ घरेलू नुस्खों से आप इनसे छुटकारा पा सकते हैं।
सूरज के बिना इंसान का वजूद नामुमकिन है। धरती पर एनर्जी का सबसे बड़ा सोर्स सूरज की रोशनी है। आस्था के नजरिए से देखें तो सूर्य 'देव' हैं साइंस की निगाह से सन सोलर सिस्टम का वो स्टार है, जिसके बिना धरती पर ना मौसम बदलेंगे और ना ही जिंदगी पनपेगी।
अर्थराइटिस से शिकार लोगों के लिए सर्दियों का मौसम काफी कठिन रहता है। तापमान गिरते ही जोड़ अकड़ने लगते हैं और हड्डियों में दर्द शुरू हो जाता है। जानिए कौन से योगासन और आयुर्वेदिक उपाय दिलाएंगे इस समस्या से निजात।
अर्थराइटिस के मरीजों के लिए सर्दी की ठंडी हवाएं दुश्मन की तरह होती हैं। जानिए योग और आयुर्वेद के द्वारा कैसे बनाएं हड्डियों को मजबूत।
स्वामी रामदेव से जानिए अर्थराइटिस को नेचुरल तरीके से कैसे कंट्रोल किया जा सकता है।
अगर आपको अधिकतर ही जोड़ों या फिर रीढ़ की हड्डी के दर्द की समस्या का सामना करना पड़ता हैं तो आप इस पीड़ांतक तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं।
गठिया की समस्या से निजात पाने के लिए जरूरी है कि आप अपने खानपान का विशेष ध्यान रखें। जानिए अर्थराइटिस के मरीज क्या खाएं और क्या नहीं?
अर्थराइटिस की वजह से जोड़ों यानी कि ज्वाइंट्स में बेजोड़ दर्द होता है। ये दर्द इतना ज्यादा बढ़ जाता है कि चलना-फिरना भी मुश्किल हो जाता है।
अर्थराइटिस को हिंदी में गठिया या फिर गाउट भी कहा जाता है। जानिए अर्थराइटिस के पेशेंट को किन चीजों का सेवन करने से परहेज करना चाहिए।
हड्डियों को मजबूत करने के लिए क्या खाना चाहिए, किन चीजों से परहेज करना चाहिए और गठिया के दर्द में कैसे आराम मिलेगा, ये सब जानिए।
इसके लक्षण 35 की उम्र में ही दिखने लगते हैं, लेकिन लोग इसे 50 की उम्र के बाद ही गंभीरता से लेते हैं। बढ़ा हुआ वजन, मिनरल, विटामिन की कमी, हार्मोन.. ये सारी वजहें अर्थराइटिस की हैं।
एक ऐसा घरेलू नुस्खा बताएंगे जो ना केवल आपके पैर और हाथ के जोड़ों के दर्द की समस्या में राहत पहुंचाएगा। इसके अलावा गठिया के दर्द और कमर के दर्द में भी राहत पहुंचाएगा। खास बात है कि इसका कोई साइड इफेक्ट भी नहीं होगा।
गठिया या अर्थराइटिस की समस्या में जोड़ों में तेज दर्द, शरीर के ज्वाइंट्स यानी जहां-जहां आपकी हडि्डयां एक-दूसरे से जुड़ती हैं, उनमें दर्द होता है।
संपादक की पसंद
लेटेस्ट न्यूज़