Birth Certificate Helpline Number: बर्थ सर्टिफिकेट बनवाने के लिए अब दफ्तरों के चक्कर लगाने की जरूरत नहीं है। आप घर बैठे हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करके इसे बनवा सकते हैं।
‘गवर्नेंस थ्रू व्हाट्सऐप’ पहल के तहत फिलहाल जिन सेवाओं के लिए ऑनलाइन आवेदन किया जा सकता है, उन्हें AI की मदद से व्हाट्सऐप प्लेटफॉर्म पर लाया जाएगा। इस पहल का उद्देश्य सरकारी सेवाओं को और अधिक सुलभ, पारदर्शी और तेज बनाना है ताकि लोगों को दफ्तरों के चक्कर न लगाने पड़ें।
अगर फर्जी आधार कार्ड इतनी आसानी से बन जाते हैं तो ये चिंता की बात है। अगर Facial Scan और Eye Scan भी Copy किए जा सकते हैं तो ये बहुत खतरनाक है।
चाकुलिया की प्रखंड विकास अधिकारी आरती मुंडा द्वारा दो मई को मामला दर्ज कराए जाने के बाद ये गिरफ्तारियां की गईं। मित्तल ने कहा कि यह मामला बीपीएल (गरीबी रेखा से नीचे) बच्चों के स्कूलों में प्रवेश के लिए जमा किए गए जन्म प्रमाण पत्रों के सत्यापन के दौरान सामने आया।
एक महिला ने याचिका दायर कर अपने बच्चे के बर्थ सर्टिफिकेट से पिता का नाम हटाने की अनुमति मांगी थी। इस याचिका को खारिज करते हुए कोर्ट ने कहा कि तलाक शुदा पत-पत्नी अपने अहंकार के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं।
यूपी एटीएस ने आज एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश किया जो कि लोगों के फर्जी जन्म- मृत्यु प्रमाण पत्र बनाता था। पुलिस से इसके मास्टरमाइंड को गिरफ्तार कर लिया है।
ईपीएफओ ने इस सर्कुलर में कहा है कि आधार को जन्म प्रमाण पत्र नहीं है, बल्कि यह मुख्य तौर पर एक पहचान सत्यापन उपकरण है। आधार भारत सरकार की ओर से भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) द्वारा जारी 12 अंकों की व्यक्तिगत पहचान संख्या है।
फर्जी बर्थ सर्टिफिकेट मामले में रामपुर की स्पेशल एमपी-एमएलए कोर्ट ने आजम खान, उनके बेटे और पत्नी को दोषी करार देते हुए 7-7 साल की सजा सुनाई है। इस पर आजम खान ने भी बयान दिया है।
जम्मू-कश्मीर पुलिस की अपराध शाखा ने इस महीने की शुरुआत में लाभ प्राप्त करने के लिए अपने जन्म प्रमाण पत्र में छेड़छाड़ करने के आरोप में शशि सूदन शर्मा के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी।
Delhi News: दिल्ली वालों के लिए MCD ने दिवाली से पहले बोनस गिफ्ट दिया है। MCD ने जानकारी दी है कि अब जन्म के 4 साल बाद तक बच्चे का नाम बर्थ सर्टिफिकेट में ऑनलाइन दर्ज किया जा सकता है और इसे ऑटोमेटिक मंजूरी भी मिल जाएगी। पहले बर्थ सर्टिफिकेट बनवाने के लिए आम लोगों को चक्कर लगाने पड़ते थे।
अदालत ने चार साल के बच्चे और उसके छोटे भाई के जन्म प्रमाणपत्रों में उनकी उम्र 100 साल बढ़ाकर लिखने के मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिये हैं।
संशोधित नागरिकता कानून को लेकर चल रहे विरोध प्रदर्शनों के बीच भाजपा के नेतृत्व वाले उत्तरी दिल्ली नगर निगम ने सोमवार को राजधानी के पुनर्वास कालोनी में रहने वाले एक पाकिस्तानी हिंदू शरणार्थी की बेटी ‘नागरिकता’ को उसका जन्म प्रमाण पत्र सौंपा।
बर्थ सर्टिफिकेट और डेथ सर्टिफिकेट भारतीय नागरिक होने के लिए अहम दस्तावेज माने जाते है। जानिए कैसे बनवाए दोबारा।
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