लद्दाख में बादल फटने के बाद एक गांव के 17 लोग लापता हो गए थे, जिन्हें लद्दाख पुलिस और ITBP के जवानों ने रेस्क्यू कर लिया है।
जम्मू-कश्मीर में अमरनाथ गुफा के पास बादल फटा है। खबरों के मुताबिक बादल फटने से बीएसएफ, सीआरपीएफ और जम्मू पुलिस के कैंपों को भारी नुकसान पहुंचा है। हालांकि अभी तक किसी की जान का नुकसान नहीं है। एसडीआरएफ की दो टीम पहले से वहां हैं।
जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में बादल फटने से 4 लोगों की मौत हो गई जबकि 36 लोग लापता बताए जा रहे हैं।
SDRF की टीम रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी हुई है। कई लोगों को रेस्क्यू कर अस्पताल पहुंचाया गया है। कहा जा रहा है कि अभी तीन लोग बादल फटने की वजह से ध्वस्त हुए मकानों के मलबे में दबे हुए हैं।
हिमाचल प्रदेश के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल धर्मशाला के भागसू नाग में बादल फटने से तबाही हुई है। बादल फटने के बाद भारी बारिश हुई, कई इलाकों में पानी भर गया।
जम्मू-कश्मीर के गांदरबल इलाके में बादल फटने की वजह से भारी तबाही मची है। बादल फटने की वजह से यहां पर बाढ़ आ गई है।
प्रभावित गांवों में स्थानीय लोगों की मदद से पुलिस और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) के जवानों ने राहत और बचाव अभियान शुरू कर दिया है।
उत्तराखंड के पिथौरागढ़ के मनस्यारी में बादल फटने से गोरी नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ गया।
बारिश के दौरान उत्तरकाशी जिले के मोरी ब्लॉक में बादल फटने की घटना में मरने वालों की संख्या 17 हो गई है।
उत्तराखंड के ज्यादातर स्थानों पर पिछले 24 घंटे से लगातार हो रही भारी बारिश के कारण कई जगह बादल फटने तथा भूस्खलन होने से आधा दर्जन से ज्यादा लोगों के मारे जाने की आशंका है।
गुजरात के वड़ोदरा में पिछले 24 घंटों से बारिश ने तबाही मचा रखी है। शहर में 12 घंटों के भीतर 442 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई है।
पकिस्तानी सेना ने एक बयान में कहा कि उसने सोमवार को एक गांव में फंसे 52 लोगों को हेलीकॉप्टर से निकालकर सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया। अभी भी कई लोग अपने घरों में फंसे हुए हैं और उन्हें बचाने का प्रयास चल रहा है।
पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर की नीलम घाटी में बादल फटने की वजह से अचानक आयी बाढ़ में 23 लोगों की मौत हो गयी और कई अन्य घायल हो गये।
उत्तराखंड के अल्मोड़ा और चमोली में भारी बारिश के साथ बादल भटने की घटनाएं हुईं, जिसकी वजह से कई जगहों पर सैलाब आ गया।
उत्तराखंड के मुनस्यारी बंगापानी और धारचूला में सोमवार सुबह बादल फटने से भारी बारिस ने तबाही मचा दी। बारी बारिश के कारण हिमालया हाइड्रो डैम भी टूट गया है।
मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक बादल फटने की घटना तब होती है जब काफी ज्यादा नमी वाले बादल एक जगह पर रुक जाते हैं और वहां मौजूद पानी की बूंदें आपस में मिलने लगती हैं। बूंदों के भार से बादल का घनत्व काफी बढ़ जाता है और फिर अचानक भारी बारिश शुरू हो जाती है।
उत्तराखंड के पौड़ी, टिहरी और उत्तरकाशी में बादल फटने की खबर है। एसडीआरएफ की टीम मौके पर रवाना कर दी गई है। मौसम विभाग ने उत्तराखंड में अगले 36 घंटे भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।
उत्तर प्रदेश को वायु प्रदूषण से बचाने के लिये IIT कानपुर ने क्लाउड सीडिंग से कृत्रिम बारिश कराने की योजना बनाई है और प्रदेश में पहली बार इस तरह की प्रक्रिया के लिए राज्य के पर्यावरण मंत्रालय की मंजूरी मिल गयी है। अब इंतजार केंद्रीय नागर विमानन मंत्रा
जानकारी मिलते ही प्रशासन ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया। अभी तक 4 लोगों को मलबे से ज़िंदा निकाला गया है जबकि कई लोग मलबे में अब भी फंसे हुए हैं। पुलिस ने बताया कि ठठरी शहर में मध्यरात्रि के बाद बादल फटने के कारण इलाके में बाढ़ आ गई।
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