उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में साइबर ठगों ने डिजिटल अरेस्ट का डर दिखाकर एक बुजुर्ग महिला से डेढ़ करोड़ रुपये ठगने की कोशिश की। बैंक अधिकारियों की सतर्कता से समय रहते पुलिस को सूचना दी गई और महिला ठगी का शिकार होने से बच गई।
इंदौर में साइबर फ्रॉड का नया तरीका आया सामने आया है। अगर आपके पास E challan apk के नाम से कोई पीडीएफ फाइल व्हाट्सएप पर आए तो ध्यान रखें उसे क्लिक नहीं करना है।
बैंककर्मी को जून 2025 में फेसबुक पर 'अनन्या वर्मा' नाम की एक युवती ने फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी। रिक्वेस्ट एक्सेप्ट करने के बाद दोनों के बीच मैसेजिंग के जरिए बातचीत शुरू हो गई। युवती ने खुद को एक सफल बिजनेसवुमन बताया और धीरे-धीरे बातचीत को व्यक्तिगत स्तर पर ले गई।
जांच एजेंसी ने दुनियाभर के 63 करोड़ लीक हुए पासवर्ड की जानकारी दी है। ये पासवर्ड हैकर्स द्वारा अलग-अलग तरीकों से चोरी किए गए थे। इन पासवर्ड का इस्तेमाल क्रैडेंशियअल स्टफिंग अटैक के लिए किया जा सकता है और बड़े साइबर फ्रॉड को अंजाम दिया जा सकता है।
DoT ने मोबाइल यूजर्स को साइलेंट कॉल से सावधान रहने के लिए कहा है। स्कैमर्स यूजर्स को साइलेंट कॉल के जरिए अपनी जाल में फंसा रहे हैं। ऐसे कॉल्स को रिपोर्ट करने का निर्देश दिया गया है।
डिजिटल अरेस्ट स्कैम में फंसकर बेंगलुरु की एक महिला ने करोड़ों रुपये गंवा दिए। महिला को एक नंबर से कॉल आया और फिर उससे जालसाजों ने महीनों तक पैसे ऐंठे।
CBI फर्जी SMS भेजने वाली फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है औ तीन आरोपियों को गिरफ्तार भी किया है। जांच में पता लगा है कि आरोपियों द्वारा करीब 21 हजार SIM कार्ड नियमों का उल्लंघन कर हासिल किए गए थे।
जांच एजेंसी की फाइनल रिपोर्ट के अनुसार, इस गिरोह ने 111 शेल कंपनियों के जरिए अवैध फंड्स के ट्रांजैक्शन को छिपाया और ‘म्यूल’ अकाउंट्स के जरिए लगभग 1000 करोड़ रुपये की हेराफेरी की।
साइबर अपराध करने वाले ब्लैकमेलर हैं। ये इस बात का फायदा उठाते हैं कि लोगों में जागरूकता कम है। फ्रॉड करने वाले गैंग बहुत संगठित हैं। कुछ ही मिनटों में लूटा हुआ पैसा इधर से उधर हो जाता है।
दिल्ली-नोएडा से लेकर मथुरा सहित देश भर में साइबर क्राइम के खिलाफ अभियान चलाया गया। इस दौरान करोड़ों की ठगी का पर्दाफाश किया गया है। इसके लिए बाकायदा कई इलाकों में छापेमारी की गई।
डिजिटल अरेस्ट के जाल में इंदौर की महिला फंस गई। उसे डरा-धमकाकर साइबर ठगों ने 30 लाख रुपये की ठगी कर ली। ठगों ने उसे 10 दिन तक उसी के घर में डिजिटली अरेस्ट करके रखा।
19 Minute 34 Second Viral Video: इंस्टाग्राम पर 19 मिनट 34 सेकंड का एक वीडियो काफी समय से चर्चा में है। अब इस पर एक अपडेट आया है। आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला:
उत्तर प्रदेश के नोएडा में CBI का बड़ा एक्शन देखने को मिला है। सीबीआई ने यहां अंतरराष्ट्रीय साइबर क्राइम नेटवर्क का भंडाफोड़ किया है। इन पर अमेरिकी नागरिकों से 8.5 मिलियन डॉलर की ठगी में शामिल होने का आरोप है।
2 और 3 दिसंबर को Google और Apple ने दुनिया भर के यूजर्स को खतरे की सूचनाएं भेजीं। एजेंसी ने ये भी कहा है कि यूजर्स सतर्क रहें और पुराने सॉफ्टवेयर्स का यूज ना करें।
पीड़ित ने 50 हजार रुपये से निवेश शुरू किया था। धीरे-धीरे करके उसने निवेश बनाया और नौ लाख रुपये वापस भी लिए। ऐसे में उसका भरोसा बढ़ गया। इसके बाद उसने करोड़ों रुपये गंवा दिए।
साइबर अपराधियों को एक नया हथियार मिल गया है। एक वेबसाइट ने उनका काम आसान बना दिया है। इस वेबसाइट पर आपका फोन नंबर दर्ज करते ही आपकी कई निजी जानकारियों का पता चल जाता है और यह आपकी लोकेशन तक को बता सकती है।
केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा है कि अगर आप संचार साथी ऐप नहीं चाहते हैं, तो आप इसे डिलीट कर सकते हैं।
वॉट्सऐप के एंड-टू-एंड इन्क्रिप्शन के दावों पर शंका जाहिर की जाती रही है और ताजा डेमो के आधार पर एक बार फिर इस पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं।
साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन का इंस्पेक्शन करने के बाद हरियाणा के डीजीपी ओपी सिंह ने कहा कि मैं एक प्राइवेट कार में आया था और नीचे खड़े एम्प्लॉई ने मुझे पहचाना नहीं। लेकिन उसने अच्छे से बात की, पूछा कि मैं वहां क्यों आया हूं। मैंने कहा कि मुझे डिजिटल अरेस्ट केस फाइल करना है।
सरकार सभी प्रमुख स्मार्टफोन ब्रांडों पर ऐप की प्रीलोडिंग के साथ, डुप्लिकेट या नकली IMEI नंबरों से दूरसंचार साइबर सुरक्षा के गंभीर खतरे से निपटने का लक्ष्य बना रही है।
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