पिछले कुछ दिनों से डिजिटल अरेस्ट स्कैम की चर्चा कुछ ज्यादा हो रही है। देश में ऐसे मामले बढ़ रहे हैं। आखिर ये डिजिटल अरेस्ट स्कैम क्या है और यह साइबर ठगी के अन्य मामलों से कैसे अलग है?
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से डिजिटल अरेस्ट की घटना सामने आई है। भोपाल पुलिस ने समय पर पहुंच कर कारोबारी को बचा लिया और उसके करोड़ों रुपये बच गए।
अब फोन करके ओटीपी मांगने का ट्रेंड पुराना हो चुका है। अब स्कैमर्स लोगों को डिजिटल अरेस्ट का अपना शिकार बनाकर करोड़ों की कमाई कर रहे हैं। अगर ऐसी स्थिति में आप कभी फंस जाएं तो आपको क्या करना चाहिए, चलिए बताते हैं।
ठग ने कहा कि मानव तस्करी के पैसे बुजुर्ग के खाते में आए हैं। इस वजह से जांच जरूरी है। इसके बाद वसूली के नाम पर 60 लाख रुपये से ज्यादा ठग लिए।
अहमदाबाद साइबर अपराध शाखा ने 17 अपराधियों को गिरफ्तार किया है। ये सभी आरोपी लोगों को डिजिटल अरेस्ट करके उनसे ठगी करते थे। गिरफ्तार 17 आरोपियों में से 4 आरोपी ताइवान के रहने वाले हैं।
साइबर जालसाज आपको शेयर बाजार में 30-50 प्रतिशत तक के रिटर्न का लालच देने की कोशिश कर सकते हैं और आपको एक फर्जी वेबसाइट पर आने के लिए आमंत्रित कर सकते हैं।
पुलिस ने तीन लोगों को इस मामले में गिरफ्तार किया है। सभी गिरफ्तार आरोपी जयपुर के रहने वाले हैं। पुलिस ने कहा कि आरोपियों ने साइबर हैकर्स का इस्तेमाल कर डिजिटल अरेस्ट करने का तरीका भी बताया है।
‘डिजिटल अरेस्ट’ के एक नए केस में ठगों ने CBI अफसर बनकर इंदौर की 65 साल की एक महिला से 5 दिनों तक पूछताछ की और उनसे कुल 46 लाख रुपये ठग लिए।
आगरा में व्हाट्सऐप पर फ़ेक कॉल करके दी गई धमकी से एक महिला इस क़दर ख़ौफ़ज़दा हो गईं... पैनिक में आ गईं कि उन्हें दिल का दौरा पड़ गया... उनकी जान चली गई... ये घटना आगरा के शाहगंज अलबतिया मुहल्ले की है... यहां की रहने वाली स्कूल टीचर मालती वर्मा... डिजिटल अरेस्ट की कॉल के झांसे में फंस गईं.
आगरा के सुभाष नगर में डिजिटल अरेस्ट के दौरान एक महिला टीचर की मौत का मामला सामने आया है। ठग ने महिला को बोला कि तुम्हारी बेटी सेक्स रैकेट में पकड़ी गई है। यही सुनकर महिला को हार्ट अटैक आ गया और उसकी जान चली गई।
डिजिटल अरेस्ट एक ऐसा शब्द है जो कानून में नहीं है। लेकिन अपराधियों के इस तरह के बढ़ते अपराध की वजह से इसका उद्भव हुआ है। पिछले तीन महीने में दिल्ली-एनसीआर में 600 मामले ऐसे आए हैं, जिनमें 400 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी हुई है।
लखनऊ में स्थित SGPGI की एक सीनियर डॉक्टर से 2 करोड़ रुपये से ज्यादा की धोखाधड़ी करने वाले ठगों को STF ने गिरफ्तार कर लिया है और विभिन्न खातों में 30 लाख रुपये की रकम को फ्रीज करा दिया है।
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