2022 के चुनाव में सबसे बड़ा मुद्दा है... किसान आंदोलन.. अभी तक किसान आंदोलन का फोकस प्वाइंट हरियाणा और पंजाब था... लेकिन जैसे-जैसे यूपी का चुनाव करीब आ रहा है किसान आंदोलन फोकस प्वाइंट वेस्टर्न यूपी बनता जा रहा है... और एंटी मोदी फ्रंट का नया चैप्टर खुल रहा है... किसान आंदोलन के कल 7 महीने होने वाले हैं और उससे पहले पश्चिमी यूपी के जिलों से किसान एक बार फिर हजारों ट्रैक्टर के साथ दिल्ली बॉर्डर पर पहुंच रहे हैं
एसकेएम ने बयान में कहा गया है कि सिंघू, टीकरी और गाजीपुर बॉर्डर पर किसान 26 जून की तैयारी कर रहे हैं और वे इसे 'कृषि बचाओ, लोकतंत्र बचाओ दिवस' के रूप में मनाएंगे।
संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि केंद्र सरकार कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों को ‘बदनाम’ कर रही है।
मृतक मुकेश ने कथित तौर पर अपने भाई और एक ग्रामीण को बताया कि वह चार लोगों के साथ शराब पी रहा था, जिन्होंने किसानों के विरोध का हिस्सा होने का दावा किया और उन्होंने उसे आग लगा दी।
हरियाणा के बहादुरगढ़ में टिकरी बॉर्डर के पास कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों के एक समूह ने बुधवार को एक व्यक्ति को कथित तौर पर जलाकर मार डाला।
किसान आंदोलन से एक बर्बरता की खबर सामने आई है, टिकरी बॉर्डर पर एक 42 वर्षीय व्यक्ति को कथित तौर पर शराब पिलाकर ज़िंदा जला दिया गया, जिसके बाद अस्पताल में इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया।
हरियाणा में किसान आंदोलन में हिस्सा ले रहे 4 लोगों ने 42 वर्षीय व्यक्ति पर कथित रूप से ज्वलनशील पदार्थ छिड़ककर आग लगा दी।
हरियाणा में खटकड़ टोल प्लाजा पर जारी किसानों के धरने में मंगलवार रात एक किसान ने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली। सूचना मिलने पर उचाना थाना पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति का जायजा लिया।
ममता बनर्जी ने राकेश टिकैत और युद्धवीर सिंह के नेतृत्व में आए किसान नेताओं को नए केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ उनके आंदोलन को समर्थन देने का आश्वासन दिया। तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ने यहां किसान नेताओं के साथ बैठक में कहा कि एक ऐसा मंच होना चाहिए जहां राज्य नीतिगत विषयों पर बातचीत कर सकें।
सरकार कृषि कानूनों पर विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों के साथ बातचीत के लिये तैयार है। कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा है कि सरकार कृषि कानून के साथ साथ दूसरे मुद्दों पर भी बातचीत के लिए तैयार।
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने गुरुवार को कहा कि उनकी सरकार को शांतिपूर्ण प्रदर्शन को लेकर कोई आपत्ति नहीं है।
दिल्ली की सीमाओं पर केंद्र के तीन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसान बुधवार को छह महीने के आंदोलन को चिह्नित करने के लिए 'ब्लैक डे' के रूप में मनाया।
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने एक बार फिर केंद्र सरकार से किसानों के साथ वार्ता पुन: शुरू करने की अपील की। एक सरकारी पैनल ने 22 जनवरी को किसान नेताओं के साथ बैठक की थी, लेकिन 26 जनवरी को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में ट्रैक्टर रैली के हिंसक हो जाने के बाद से दोनों पक्षों के बीच कोई वार्ता नहीं हुई है।
इस आरोप को खारिज करते हुए कि सरकार राज्य में कोविड महामारी से प्रभावी ढंग से निपटने में विफल रही है, सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भारतीय किसान यूनियन से अपने प्रस्तावित धरने को आगे नहीं बढ़ाने का आग्रह किया, जो उन्होंने कहा कि संक्रमण के सुपरस्प्रेडर में बदल सकता है।
सोनीपत पुलिस ने संयुक्ता किसान मोर्चा द्वारा कुंडली-गाजियाबाद-पलवल (केजीपी)- कुंडली मानेसर पलवल एक्सप्रेसवे (केएमपी) पर जाम के मद्देनजर किसी भी अप्रिय परिस्थितियों/भीड़ से बचने और जनता की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यातायात मार्गों में बदलाव करते हुए ट्रैफिक एडवाइजरी जारी की है।
राजस्थान के अलवर में हुए भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) नेता राकेश टिकैत के काफिले पर हमले के बाद गाजीपुर बॉर्डर पर बैठे किसानों ने दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस वे को शुक्रवार (2 अप्रैल) देर रात 1 घंटे से अधिक समय के लिए बंद कर दिया।
तीन नए कृषि कानूनों पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित कृषि अर्थशास्त्रियों की तीन सदस्यीय समिति ने अपनी रिपोर्ट सीलबंद लिफाफे में दाखिल कर दी है। सुप्रीम कोर्ट ने 11 जनवरी को इन तीनों कानूनों के क्रियान्वयन पर अगले आदेशों तक रोक लगा दी थी और गतिरोध का समाधान करने के लिए चार सदस्यीय समिति नियुक्त की थी।
केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली की सीमाओं पर विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों ने भी होली मनाई। गाज़ीपुर बॉर्डर पर राकेश टिकैत की अगुवाई में सैकड़ों प्रदर्शनकारियों ने होली खेली।
किसान आंदोलन और देश में गहराते कोरोना के कहर के बावजूद रबी फसलों की कटाई और जायद सीजन की फसलों की बुवाई निर्बाध तरीके से चल रहा है।
संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने कहा कि दिल्ली की सीमाओं पर डेरा डाले किसानों ने रविवार को ‘होलिका दहन’ के दौरान केन्द्र के तीन नये कृषि कानूनों की प्रतियां जलाई।
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